नीलम सिंह चौहान, ख़बरीमीडिया
अगर आप भी गर्मियों की छुट्टी में उत्तराखंड जाने का प्लान कर रहे हैं तो इस ख़बर को जरूर पढ़िए। जैसे जैसे देश के मैदानी इलाकों में गर्मी और तापमान बढ़ता जा रहा है, वैसे वैसे अब लोग पहाड़ी इलाकों की तरफ रुख करने लग गए हैं। भारी संख्या में बिहार, यूपी, दिल्ली से लोग उत्तराखंड और हरिद्वार की हरकी पैड़ी समेत गंगा घाट में डुबकी लगाने के लिए पहुंच रहे हैं। इसी का नतीजा है कि रोजाना दिल्ली-हरिद्वार हाईवे पर भीषण जाम लग रहा है। उत्तराखंड के ज्यादातर होटल बुक हैं। नैनीताल-मसूरी में कदम रखने की जगह नहीं है। सड़कों पर भयंकर जाम लगा हुआ है।
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रविवार को नैनीताल से लेकर भवाली तक का पूरा इलाका जाम के चंगुल में फंसा रहा. इसके चलते पर्यटकों के साथ ही स्थानीय लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा. सुबह 9 बजे से ही नैनीताल की ओर हल्द्वानी व कालाढूंगी से आने वाले वाहनों की लंबी कतार लग गई. इसके चलते पुलिस को एक बार फिर ट्रैफिक को रूसी बाईपास की ओर मोड़ना पड़ा. हालांकि, नैनीताल में जाम की स्थिति बनने के चलते लगभग 3 घंटे तक वाहनों को रूसी में ही रोका गया. ऐसे में दूसरी ओर भवाली से नैनीताल की ओर आने वाली सड़क पर भी सुबह से ही जाम की स्थिति बनी रही.
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रविवार को दिल्ली-हरिद्वार रूट पर भयंकर जाम लगा हुआ था। गाड़ियां कई किलोमीटर तक रेंगती दिखाई दी। आलम ये था कि एक से लेकर दो किलोमीटर की दूरी को तय करने में एक तकरीबन एक से दो घंटे का समय लग रहा था। और तो और ..शिवमूर्ति चौक से हरिद्वार बाजार..आरती होटल से लेकर के वाल्मिकी चौक तक सुबह के आठ बजे से ही जाम लग गया।
वहीं शहर के लोगों को भी बहुत सारी मुश्किलों का सामना करना पड़ा। दिल्ली की तरफ से हरिद्वार आने वाले वाहन जैसे ही फ्लाईओवर के नीचे शांकाचार्य चौक पर आए वैसे ही जाम में फंस गए। इसके बाद देखते ही देखते शांकराचार्य चौक से लेकर आयरिश पुल की ओर एक से दो किलोमीटर के बीच का लंबा जाम लग गया। चंडीघाट चौक से सीएसआर को आने वाली सर्विस लेन पर भी वाहनों की लंबी कतार लगी रही।
जमीन पर ही सोते मिले यात्री
हरिद्वार बस स्टैंड में बैठने के स्थान पर भीड़ जमा होने के कारण बचे हुए लोगों को जमीन में चादर बिछाकर ही सोना पड़ा। महिलाओं से लेकर के बच्चों तक बस की प्रतीक्षा करते करते जमीन पर ही सो गए।