Rajasthan News: देवस्थान मंत्री जोराराम कुमावत ने मंगलवार को विधानसभा में कहा कि मातृकुण्डिया में बनास नदी के किनारे बने देवस्थान विभाग के राजकीय आत्म निर्भर श्रेणी मंदिर मंगलेश्वर महादेव में बनास नदी के घाट पर गंगा आरती के समान आरती करवाने हेतु प्राप्त प्रस्ताव का परीक्षण कराया जा रहा है। परिक्षण उपरांत गुणावगुण के आधार पर निर्णय लिया जायेगा।
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देवस्थान मंत्री प्रश्नकाल के दौरान सदस्य द्वारा इस सम्बन्ध में पूछे गए पूरक प्रश्नों का जवाब दे रहे थे। उन्होंने सदन को आश्वस्त किया कि बजट 2023-24 के तहत पर्यटन विभाग द्वारा मंगलेश्वर मंदिर, मातृकुण्डिया-चित्तौड़गढ़ में 308.56 लाख रुपए के विकास कार्य करवाए जा रहे है। इस सम्बन्ध में जनप्रतिनिधियों से प्राप्त सुझावों को भी शामिल किया जायेगा।
इससे पहले विधायक अर्जुन लाल जीनगर के मूल प्रश्न के लिखित जवाब में देवस्थान मंत्री ने बताया कि विधानसभा क्षेत्र कपासन के मातृकुण्डिया के विकास हेतु विगत पांच वर्षों में देवस्थान विभाग के राजकीय आत्म निर्भर श्रेणी मंदिर मंगलेश्वर महादेव मातृकुण्डिया में साधारण मरम्मत के लिये वर्ष 2023-24 की बजट घोषणा के तहत मंदिर पर देवस्थान विभाग द्वारा 89 हजार 329 रुपए व्यय किये जाकर साधारण मरम्मत व रंग रोगन का कार्य करवाया गया।
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उन्होंने बताया कि बजट 2025-26 में राज्य के आदिवासी बाहुल्य जिलों में स्थित ऐतिहासिक, धार्मिक तथा इको-टूरिज्म साइट्स- त्रिपुरा सुंदरी, मानगढ़ धाम, बेणेश्वर धाम, सीतामाता अभ्यारण्य, ऋषभदेव, गौतमेश्वर मंदिर, मातृकुण्डिया आदि को सम्मिलित करते हुए 100 करोड़ रुपये व्यय कर ट्राइबल टूरिस्ट सर्किट विकसित किये जाने की घोषणा की गई है।

