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Amritsar से 10 करोड़ की कोकीन बरामद, जानिए कौन है जतिंदर गिल? जिसने पुलिस को दी सूचना

पंजाब
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पंजाब पुलिस को मिली बड़ी सफलता….Amritsar से 10 करोड़ की कोकीन बरामद

Punjab News: पंजाब के सीएम भगवंत मान (CM Bhagwant Mann) पंजाब को नशा मुक्त बनाने के लिए लगातार काम कर रहे हैं। पंजाब को नशा मुक्त बनाने के लिए पंजाब पुलिस (Punjab Police) लगातार एक्शन मोड़ में है, जिसका नतीजा है कि पंजाब में नशे के कारोबार में बड़े स्तर पर लगाम लगा है। एक बार फिर से पंजाब पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है। आपको बता दें कि अमृतसर एयरपोर्ट (Amritsar Airport) से गिरफ्तार किए गए अंतरराष्ट्रीय ड्रग्स सिंडिकेट (International Drugs Syndicate) के प्रमुख सदस्य जतिंदर सिंह गिल की निशानदेही पर स्पेशल सेल ने पंजाब से एक फार्च्यूनर (Fortuner) कार जब्त कर उससे में रखी 10 करोड़ मूल्य की कोकीन बरामद की है।
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पंजाब के कुछ बड़े ड्रग्स तस्करों ने दुबई में छिपे सिंडिकेट के सरगना वीरेंद्र वसोया को कोकीन की बड़ी खेप की मांग की थी। जिसपर वसोया ने इंग्लैंड में रहे सिंडिकेट के प्रमुख सदस्य जतिंदर सिंह गिल को भारत भेजकर कोकीन की खेप पंजाब के तस्करों को सप्लाई करने के लिए भेजा था। जतिंदर सिंह गिल उर्फ जस्सी की निशानदेही पर स्पेशल सेल ने पंजाब के अमृतसर स्थित नेपाल गांव से उसके चाचा के घर से फार्च्यूनर कार और 10 करोड़ की कोकीन बरामद की गई।

कार में मिले पैसे और कोकीन

बता दें कि बरामद की गई कार दिल्ली के सरोजिनी नगर में रहने वाले रवींद्र के नाम से रजिस्टर्ड है लेकिन वास्तव में कार गिल के बेटे की होने की बात सामने आ रही है। जतिंदर सिंह दिल्ली से पंजाब इसी कार से 1 अक्टूबर को आया था।

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कार के साथ मोबाइल बरामद

सिंडिकेट के 4 सदस्यों के पकड़े जाने और गोदाम से ड्रग्स की पूरी खेप जब्त हो जाने के बाद खुद को बचने के लिए जतिंदर सिंह गिल 3 अक्टूबर को कार चाचा के घर पर छोड़कर इंग्लैंड भागने के लिए अमृतसर एयरपोर्ट पर आया था तब उसे भी दबोच लिया गया। उसकी निशानदेही पर कार बरामद की गई जिसमें छिपाकर रखी गई 10 करोड़ की कोकीन भी जब्त कर ली गई। कार से एक मोबाइल फोन भी बरामद हुआ है।

दो साल तक जेल में था वीरेंद्र वसोया

आपको बता दें कि दुबई से वीरेंद्र बसोया के बेटे ने किसी को फोन कर जतिंदर सिंह को पिलंजी गांव से फार्च्यूनर कार की व्यवस्था करवाई थी। सरगना वीरेंद्र वसोया को 2011 मे भी ड्र्ग्स के एक मामले मे भी गिरफ्तार किया गया था। डीआरआइ ने उस समय उसे गिरफ्तार किया था। उक्त मामले में वह दो साल तक जेल में बंद रहा था।

देश का सबसे बड़ा ड्रग्स माफिया

जेल से निकलने के बाद उसने फिर से ड्रग्स सिंडिकेट से जुड़ गया और देश का सबसे बड़ा माफिया बन गया। दुबई भागने के पहले पुणे क्राइम ब्रांच ने फरवरी में वसोया के नेक्सेस से 3000 करोड़ की म्याऊं-म्याऊं ड्रग्स की खेप पकड़ी थी जिसे बाद जांच के लिए नाइकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो मुंबई को ट्रांसफर कर दी गई थी। उस समय भी मुंबई पुलिस ने बसोया की एनओसी खुलवा दी थी।

नए साल के लिए चल रही थी तैयारी

इसमें एक व्यक्ति तुषार गोयल से पूछताछ में पता चला है की वसोया का दिल्ली एनसीआर में रहकर ड्रग्स का कारोबार करने वाले ज्यादा नाइजीरिया तस्कर से गहरे रिश्ते हैं। लगभग 150 किलो कोकीन दिल्ली में वसोया के निर्देश पर एक नाइजीरिया को नए साल से सप्लाई की जानी थी।