Himachal

Himachal में 56 साल पहले हुआ था प्लेन क्रैश..अब मिले 4 शव

Trending
Spread the love

Himachal में हुए 56 साल पुरान प्लेन क्रैश में अब मिले 4 शव, पढ़िए बड़ी खबर

Himachal Pradesh: हिमाचल प्रदेश के रोहताग दर्रा (Rohtang Pass) में 56 साल पहले हुए एक प्लेन क्रैश से जुड़ी हैरान कर देने वाली खबर सामने आ रही है। आपको बता दें कि हिमाचल के रोहताग दर्रा (Rohtang Pass) में आज से 56 साल पहले एक भारतीय वायुसेना (Indian Air Force) का विमान क्रैश हो गया था। प्लैन क्रैश (Plane Crash) होने के 56 साल बाद इस विमान में सवार चार और शवों के अवशेष मिले हैं। सेना के अधिकारियों के मुताबिक इन अवशेषों को भारतीय थलसेना के डोगरा स्काउट्स और तिरंगा माउंटेन रेस्क्यू (Tiranga Mountain Rescue) के कर्मियों वाली एक संयुक्त टीम ने खोजा है। तीन शवों के अवशेष मलखान सिंह, सिपाही नारायण सिंह और शिल्पकार थॉमस चरण के हैं।

ये भी पढे़ंः Bihar Flood: नेपाल में बाढ़ से बिहार में तबाही..जानिए कितने जिले प्रभावित?

Pic Social Media

साल 1968 में हुआ था गायब

आपको बता दें कि दो इंजन वाला विमान 7 फरवरी 1968 को चंडीगढ़ (Chandigarh) से लेह के लिए उड़ान भरने के बाद, गायब हो गया था। उसमें 102 लोग सवार थे। एक अधिकारी ने बताया कि एक असाधारण घटनाक्रम में, 1968 में रोहतांग दर्रा पर दुर्घटनाग्रस्त हुए एएन-12 विमान से कर्मियों के अवशेष बरामद करने के लिए जारी तलाश अभियान और बचाव मिशन को बड़ी सफलता मिली है। दशकों तक विमान का मलबा और शवों के अवशेष बर्फीले क्षेत्र में दबे पड़े रहे।

पहले भी कई बार चलाया गया अभिायन

साल 2003 में, अटल बिहारी वाजपेयी पर्वतारोहण संस्थान के पर्वतारोहियों ने विमान का मलबा खोजा था। इसके बाद, इन सालों में सेना और विशेष रूप से डोगरा स्काउट्स ने कई बार खोज अभियान चलाया। डोगरा स्काउट्स 2005, 2006, 2013 और 2019 में तलाश अभियानों में अग्रिम मोर्चे पर रहा।

ये भी पढ़ेंः US Hurricane Helen: अमेरिका हेलेन तूफान..60 से ज्यादा लोगों की लील ली जान

Pic Social media

अधिकारियों के मुताबिक दुर्घटनास्थल के दुर्गम क्षेत्र होने और प्रतिकूल परिस्थितियों की वजह से 2019 तक, केवल 5 शवों के अवशेष ही बरामद हुए थे। चंद्र भागा माउंटेन एक्सपेडीशन ने अब 4 और शव बरामद किये हैं, जिसके कारण मृतकों के परिजनों और राष्ट्र को एक नयी उम्मीद मिली है।
अधिकारियों ने जानकारी दी कि 4 में 3 शवों के अवशेष मलखान सिंह, सिपाही नारायण सिंह और शिल्पकार थॉमस चरण के हैं। बाकी अवशेष से बरामद दस्तावेजों से व्यक्ति की पहचान नहीं हो पाई है। हालांकि, अधिकारियों ने बताया कि उसके निकटतम रिश्तेदारों का विवरण मिल गया है।
थॉमस, केरल के पथनमथिट्टा जिले के एलंथूर का रहने वाला था। उन्होंने कहा कि उसके निकटतम रिश्तेदार, उसकी मां एलीमा को इस बारे में खबर भेजी गई है। आधिकारिक रिकॉर्ड से प्राप्त दस्तावेजों की सहायता से मलखान सिंह की पहचान की पुष्टि की गई। आर्मी मेडिकल कोर में सेवा देने वाले सिपाही सिंह की पहचान आधिकारिक दस्तावेजों के जरिये हुई। अधिकारियों ने बताया कि सिंह उत्तराखंड के गढ़वाल में चमोली तहसील के कोलपाड़ी गांव का रहने वाला था।