“परिवार – सुरक्षा कवच या बन्धन”
किसी गॉंव में एक सेठ के पड़ोस में कोई रोज कमाने खानेवाला व्यक्ति रहता था। जब भी वह खाने पर बैठता तो वह पूछता कि क्या कर्जा तोड़ा और फिर क्या कर्जा दिया? यदि पत्नी इन प्रश्नों में एक का भी उत्तर नकारात्मक देती तो वह खाना नहीं खाता। सेठ की पत्नी ने एक दिन यह सुन फिर उसने ध्यान दिया कि वह मजदूर हर बार खाने के पहले प्रश्न पूछता है और पत्नी के कहने पर कि उसने कर्ज तोड़ा एवं जोड़ा भी है वह भोजन ग्रहण करता था।
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