Punjab: CM Mann के नेतृत्व में कृषि मंडियों का हो रहा है सुधार
Punjab: पंजाब भारत का अनाज का कटोरा कहलाता है। यहां की अर्थव्यवस्था पूरी तरह से कृषि यानि खेती-किसानी पर निर्भर है। पंजाब के किसान भारतीय अर्थव्यवस्था में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। पंजाब (Punjab) में अनाज उत्पादन में भारी योगदान देने वाली कृषि मंडियां (Agricultural Markets) हैं। लेकिन इन मंडियों की पुरानी कार्यप्रणाली, भ्रष्टाचार और किसानों के लिए कम कारगर नीतियां अक्सर किसानों को परेशानी का सामना कराती थीं। ऐसे में पंजाब में जब साल 2022 में सत्ता बदली और मुख्यमंत्री बने भगवंत सिंह मान (Bhagwant Singh Mann) तो, उन्होंने इन समस्याओं का समाधान करने के लिए कई सुधारों की शुरुआत की है। सीएम भगवंत सिंह मान (CM Bhagwant Singh Mann) के कुशल नेतृत्व में कृषि मंडियों का सुधार पंजाब के किसानों को नई दिशा दे रहा है।
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सीएम मान ने नेतृत्व में कृषि सुधार
2022 में पंजाब के मुख्यमंत्री बनते ही भगवंत सिंह मान (Bhagwant Singh Mann) ने सबसे पहले अर्थव्यवस्था की रीढ़ माने जानी वाली कृषि व्यवस्था पर फोकस किया। सीएम मान (CM Mann) ने कृषि क्षेत्र में सुधार के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए। सीएम मान ने राज्य में किसानों की स्थिति में सुधार करने, मंडियों के संचालन में पारदर्शिता लाने और कृषि व्यवस्था को और अधिक सशक्त बनाने के लिए कई योजनाओं की शुरुआत की। उनके नेतृत्व में पंजाब सरकार ने कृषि मंडियों में सुधार की दिशा में कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं।
मंडियों में सुधार की आवश्यकता
पंजाब की कृषि मंडियां पिछले कई दशक से परेशानियों का सामना कर रही थीं। आइए आज के इस लेख में विस्तार से जानते हैं कि वह कौन कौन सी चुनौतियां हैं….
कृषि मंडियों में भ्रष्टाचार और बिचौलिये
साल 2022 के पहले पंजाब के मंडियों में बिचौलियों की संख्या ज्यादा रहती थी, जो किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) से कम मूल्य पर फसल बेचने के लिए मजबूर करते थे। लेकिन जब से मान सरकार आई है तब से पंजाब की मंडियों से बिचौलियों का काम खत्म हो गया है। अब किसानों को बिचौलियों की सहायता भी नहीं लेनी पड़ती है, ऐसी भगवंत सिंह मान सरकार ने नीति तैयार की है।
इंफ्रास्ट्रक्चर की कमी
पंजाब की मंडियों में अच्छे इंफ्रास्ट्रक्चर (Infrastructure) की कमी, जैसे कि गोदाम, ट्रांसपोर्टेशन की सुविधाएं, और डिजिटल प्लेटफॉर्म का अभाव था। लेकिन सीएम भगवंत सिंह मान (CM Bhagwant Singh Mann) ने सरकार में आते ही पंजाब की मंडियों को बेहतर बनाने के लिए काम शुरु किए। जिसके फलस्वरूप आज पंजाब की मंडियों में बेहतर इंफ्रास्ट्रक्चर और बड़े-बड़े गोदाम के साथ बहुत सारी सुविधा उपलब्ध है।
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बिक्री की प्रक्रिया में कठिनाई
साल 2022 के पहले पंजाब (Punjab) के किसानों को अपनी फसल बेचने के लिए कई दिनों तक मंडियों में इंतजार करना पड़ता था, जिससे उनके समय और श्रम की बर्बादी होती थी। मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने नई नीति तैयार कर बिक्री प्रक्रिया को काफी सरल बना दिया है। जिससे अब पंजाब के किसान बहुत कम समय में अपने फसल को बेंच कर घर चले जाते हैं, उन्हें इंतजार नहीं करना पड़ता है।
न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) पर विक्रय में समस्या
कई बार किसानों को उनकी फसल का सही मूल्य नहीं मिलता था। वे अपनी फसल MSP पर बेचने के लिए पर्याप्त समर्थन और मार्गदर्शन की कमी महसूस करते थे। लेकिन मान सरकार ने न्यूनतम समर्थन मूल्य लागू कर किसानों को उनकी फसल का सही दाम दे रही है। जिससे किसानों की मेहनत सफल हो रही है, वहीं दूसरी तरफ उनकी आय भी हो रही है।
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भगवंत सिंह मान के नेतृत्व में मंडी सुधार
मंडी सुधारों की शुरुआत
मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान (CM Bhagwant Singh Mann) ने कृषि मंडियों में सुधार के लिए एक व्यापक योजना बनाई। उनका उद्देश्य किसानों के लिए पारदर्शी, आसान और त्वरित प्रक्रिया प्रदान करना था। उन्होंने किसानों को बिचौलियों के हाथों से मुक्ति दिलाने के लिए मंडियों में सुधार की दिशा में कई कदम उठाए।
पारदर्शिता और भ्रष्टाचार मुक्त व्यवस्था
मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान (CM Bhagwant Singh Mann) ने मंडियों में पारदर्शिता लाने के लिए कई कदम उठाए हैं। उन्होंने मंडी प्रबंधन में भ्रष्टाचार और बिचौलियों की भूमिका को समाप्त करने के लिए कठोर कदम उठाए। किसानों को उनके द्वारा बेची गई फसल का पूरा मूल्य समय पर मिलने के लिए राज्य सरकार ने विशेष व्यवस्था की। इसके साथ ही, पंजाब सरकार ने डिजिटल रिकॉर्ड रखने की व्यवस्था शुरू की ताकि किसानों के रिकॉर्ड और उनके द्वारा बेची गई फसलों का हिसाब-किताब पारदर्शी और सटीक रहे।
आधुनिक कृषि इन्फ्रास्ट्रक्चर का निर्माण
सीएम भगवंत सिंह मान (CM Bhagwant Singh Mann) ने पंजाब की मंडियों में बेहतर इंफ्रास्ट्रक्चर (Better infrastructure) के निर्माण के लिए कई योजनाएं चलाकर पंजाब की मंडियों की दिशा और दशा बदलने का काम किया है। इनमें गोदामों, ट्रांसपोर्ट नेटवर्क, और बेहतर मंडी भवनों का निर्माण शामिल है। इन सुधारों से न केवल मंडियों का कामकाजी माहौल सुधर रहा है, बल्कि किसानों को अपनी फसल का भंडारण और लाने ले जाने (परिवहन) करने में भी सहायता मिल रही है।
मार्केटिंग में सुधार
भगवंत सिंह मान की सरकार ने कृषि विपणन (Agricultural Marketing) के तरीके को आधुनिक बनाने की दिशा में भी कई काम कर रहे हैं। सीएम मान ने किसानों के लिए विभिन्न मार्केटिंग चैनलों को बढ़ावा दिया है, जैसे कि सरकारी और निजी क्षेत्रों के बीच साझेदारी, जिससे किसानों को उनकी उपज का बेहतर मूल्य मिल सके। इसके साथ ही, कृषि उत्पादों की वैश्विक विपणन (Marketing) में भी विस्तार किया गया है।
न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) पर ध्यान
मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने किसानों को MSP पर अपनी फसल बेचने के अधिकार को सुनिश्चित किया। मान सरकार ने किसानों को MSP पर अपनी फसल बेचने के लिए विभिन्न माध्यमों से समर्थन दिया है। इसके साथ ही, सरकार ने विभिन्न केंद्रीय योजनाओं को लागू किया है, जो किसानों के लिए लाभकारी साबित हो रही हैं।
कृषि शिक्षा और प्रशिक्षण को बढ़ावा
भगवंत सिंह मान के नेतृत्व में पंजाब में कृषि के क्षेत्र में शिक्षा और प्रशिक्षण पर भी विशेष ध्यान दिया गया है। किसानों को नए कृषि तकनीकों, बेहतर खेती के तरीकों और बाजार के बारे में जागरूक करने के लिए विभिन्न प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। सीएम मान पंजाब के किसानों को आधुनिक खेती करने के भी तरीकों को भी सिखाने के लिए योजना चला रहे हैं, जिससे बहुत कम लागत में ज्यादा उत्पादन पंजाब के किसान कर अधिक कमाई कर सकें।
कृषि ऋण और सब्सिडी योजना
सीएम भगवंत सिंह मान ने किसानों को कृषि लोन और विभिन्न सब्सिडी योजनाओं के जरिए से वित्तीय सहायता प्रदान करने की व्यवस्था की है। इस कदम से किसानों को अपनी फसल की पैदावार बढ़ाने और कृषि में नए तकनीकों को अपनाने के लिए आवश्यक पूंजी प्राप्त हो रही है। जिससे उनके उत्पादन में वृद्धि हो रही है। और किसानों के जीवन में खुशहाली आ रही है।
डिजिटलीकरण की पहल
डिजिटल क्रांति के युग में भगवंत मान सरकार ने कृषि मंडियों को तकनीकी रूप से उन्नत बनाने पर जोर दिया। पारंपरिक मंडियों को डिजिटल प्लेटफॉर्म से जोड़ा गया, जिससे किसानों और व्यापारियों के बीच सीधा संपर्क हो सके। इसके साथ ही किसानों को स्मार्ट कार्ड प्रदान किए गए, जिनके जरिए वे अपनी फसल का रिकॉर्ड और भुगतान की जानकारी तुरंत प्राप्त कर सकते हैं। नकद लेन-देन की जगह डिजिटल भुगतान को बढ़ावा मान सरकार ने दिया गया, जिससे भ्रष्टाचार और धोखाधड़ी की संभावनाएं कम हुईं।
भगवंत मान का यह प्रयास न केवल किसानों के जीवन स्तर को बेहतर बना रहा है, बल्कि राज्य की अर्थव्यवस्था और पर्यावरण पर भी सकारात्मक प्रभाव डाल रहा है। इस दिशा में उठाए गए कदम कृषि के भविष्य को उज्जवल बनाने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। सीएम भगवंत सिंह मान की दूरदर्शी नीतियों और जमीनी कार्यों ने पंजाब के कृषि क्षेत्र में सकारात्मक बदलाव लाने की शुरुआत की है। यह कहना गलत नहीं होगा कि अगर इन सुधारों लगातार जारी रखा गया तो पंजाब का कृषि मॉडल देश के अन्य हिस्सों के लिए भी प्रेरणा बनेगा।
मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने राज्य की कृषि व्यवस्था में सुधार के लिए जो पहल की है, वह हर तरीके से किसानों के लिए लाभकारी साबित हो रही है। मान सरकार ने मंडियों में पारदर्शिता, डिजिटलाइजेशन, और आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। इन सुधारों से न केवल किसानों को उनकी फसल का उचित दाम मिल रहा है, बल्कि कृषि क्षेत्र में भी विकास के साथ बड़ा बदलाव हो रहा है। सीएम भगवंत सिंह मान के इन कदमों से पंजाब की कृषि मंडियां एक नई दिशा की ओर तेजी से बढ़ रही हैं, जिससे राज्य के किसानों की स्थिति में सुधार और समृद्धि हो रही है।