AajTak Mainpuri News: उत्तर प्रदेश का मैनपुरी जिला अपनी सादगी और विशेष राजनीतिक पहचान के लिए जाना जाता है। साथ ही ये सीट समाजवादी पार्टी का गढ़ माना जाता है। यहां की लोकसभा सीट (Lok Sabha Seat) प्रदेश की सियासत के लिए बेहद खास मानी जाती है। इस सीट पर भारतीय जनता पार्टी यानी बीजेपी (BJP) का अब तक खाता तक नहीं खुला है।
ख़बरीमीडिया के Youtube चैनल को फौलो करें।
ये भी पढ़ेंः MP की गुना सीट पर चलेगा महाराज का राज? देखिए गुना से आजतक का हेलीकॉप्टर शॉट
मैनपुरी (Mainpuri) संसदीय सीट को समाजवादी पार्टी का अजेय दुर्ग भी माना जाता है। साल 1996 से ही इस सीट पर सपा का कब्जा है। लोकसभा चुनाव 2019 में यहां यूपी के पूर्व सीएम मुलायम सिंह यादव को जीत मिली थी। उनके निधन के बाद यहां से उनकी बहू डिंपल यादव सांसद बनीं। लेकिन इस बार मैनपुरी की जनता का मूड क्या है इसे जानने के लिए आजतक की टीम सीनियर एंकर अंजना ओम कश्यप के साथ पहुंची मैनपुरी।
आपको बता दें कि मैनपुरी में सपा ने डिंपल यादव (Dimpal Yadav) को वहीं बीजेपी ने योगी सरकार (Yogi Sarkar) में पर्यटन मंत्री ठाकुर जयवीर सिंह को मैदान में उतारा है। इस सीट से पहले बसपा ने गुलशन शाक्य को प्रत्याशी बनाया था। लेकिन फिर उनका टिकट काटकर शिव प्रसाद यादव को प्रत्याशी बना दिया। आपको बता दें कि यहां 7 मई को मतदान होना है।
आजतक टीम जब पहुंची मैनपुरी तो उनका भव्य स्वागत हुआ.. और फिर शुरू हुआ सवाल-जवाब का दौर।
मंच तैयार था और मंच पर बीजेपी और सपा, बसपा (BSP) के प्रवक्ता मौजूद थे। फिर अंजना ओम कश्यप (Anjana Om Kashyap) ने शुरू किया सवालों का सिलसिला। गढ़ सपा था तो पहला सवाल सपा से करना लाजमी था, सपा का पक्ष रखने वाले प्रवक्ता अनुराग भदौरिया ने जय श्री कृष्णा, जय समाजवाद जय मैनपुरी की जनता के नारों के साथ शुरुआत की और आगे कहा कि मैनपुरी की जनता हमारे लिए भगवान के समान है, हम हमेशा विकास की बात करते हैं।
आज हम मैनपुरी में खड़े हैं हमने बचपन का मैनपुरी भी देखा है तब मैनपुरी में कहीं जाते थे तो सड़कें खोजनी पड़ती थी, आज रोड़ों की जाल गांव में भी देखने को मिलती है। मेडिकल कॉलेज सैनिक स्कूल सरकारी स्कूल, सरकारी इंजीनियरिंग कॉलेज मैनपुर में है। लेकिन बीजेपी के पास विकास की बातें नहीं है। समाजवादी बीमार होने वालों के लिए मेडिकल कॉलेज बनाया है। सपा नफरत की राजनीति नहीं करती है न ऐसी राजनीति पर भरोसा करती है।
सपा के इन तीखें सवालों के जवाब में बीजेपी प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी ने जवाब दिया कि जब इसको कोई गढ़ कहता है तो बहुत दुख होता है। इस ऋषि मयंक की नगरी है ये राजा तेज सिंह की नगरी है जिन्होने मुगलों को सबक़ सिखाने का काम किया था। गढ़ तो हमने फिरोजाबाद, कन्नौज, रामपुर, आजमगढ़ का गढ़ गिराया है अब मैनपुरी की बारी है।
ये गढ़ और किलों की राजनीति करने वाले सिर्फ परिवार की राजनीति करते हैं। सारे भाई चुनाव लड़ेगें, क्या सपा नेता सिर्फ नारे लगाने के लिए है। मैनपुरी के यादव कोई गुनाह किए हैं जो उन्हें टिकट नहीं दिया जा रहा है सिर्फ परिवार के लोगों को ही टिकट दिया जा रहा है। ये जाति की राजनीति करते करते एक परिवार की राजनीति पर सीमित हो गए हैं। जब से अखिलेश यादव ने कमान संभाली है तब से लगातार चुनाव हार रहे हैं।
तीसरा सवाल शिवप्रसाद यादव से हुआ जो बसपा के उम्मीदवार हैं उन्होंने कहा कि जो परिवार गाजीपुर से गाजियाबाद तक यादवों को बर्बाद करने का काम किया है तो हम तो चाहते हैं कि डिंपल यादव जी यहां से चुनाव हारें और बसपा जीत दर्ज करे। बीजेपी जुमलेबाज पार्टी है। समाजवादी पार्टी विकास के लिए नहीं जानी जाती है ये जब भी शासन में आते हैं हल्ला बोल और परिवारवाद की बातें करते हैं। विकास की बात नहीं करते हैं।
सवाल फिर जब सपा नेता के पास गया तो उन्होंने परिवारवाद को लेकर उन्होंने कहा कि बीजेपी को विकास की बातें से नहीं मतलब है। परिवारवाद का आरोप लगाने वालों को बीजेपी अपने साथ ला रही है चाहे वह अजीत पवार हो या। सारे परिवारवाद पार्टी निषादपार्टी, अजित पवार इनके साथ हैं, शिवसेना शिंदे गुट इनके साथ सत्ता में हैं चिराग पासवान इनके साथ सत्ता में हैं परिवार वाद की राजनीति सपा नहीं बल्कि बीजेपी करती है।
अब बारी जनता की थी। सपा प्रवक्ता से सवाल से कहा कि सपा ने भगवान राम से बहुत दूरी क्यों बनाई है। इसके जवाब में उन्होनें जय श्री राम, जय श्री कृष्णा के नारे लगाए। और आगे कहा कि हम धर्म की राजनीति में विश्वास नहीं रखते हैं।
तो वहीं इसपर बीजेपी प्रवक्ता ने कहा कि भगवान राम भारत की चेतना हैं। भारत की आत्मा हैं। राम से दूरी करने वालों का एक समय आएगा कि राम नाम सत्य हो जाएगा।
जानिए मैनपुरी की सियासत को
मैनपुरी उत्तर प्रदेश के लोकसभा निर्वाटन क्षेत्रों में से एक है। मैनपुरी जिले का प्रशासनिक मुख्यालय है जो आगरा के उत्तर-पूर्व में स्थित है। यह राजधानी दिल्ली से 270 किमी दूर पर है। मैनपुरी ब्रज क्षेत्र में स्थित है, जो कृष्ण की मातृभूमि के रूप में हिंदुओं के लिए विशेष धार्मिक महत्व रखता है।
इस लोकसभा क्षेत्र में कुल 5 विधानसभाएं आती हैं। इनमें मैनपुरी, भोगांव, किषनी, करहल और जसवंतनगर है। आपको बता दें कि जसवंतनगर शिवपाल यादव का विधानसभा क्षेत्र है। 2017 के विधानसभा चुनाव में इनमें से सिर्फ भोगांव ही भारतीय जनता पार्टी के खाते में गई थी, जबकि बाकी सभी 4 सीटें सपा ने जीत दर्ज की थी।
2019 का जनादेश
लोकसभा चुनाव 2019 के लिए मैनपुरी से 12 उम्मीदवार मैदान में थे, जहां मुख्य मुकाबला सपा से मुलायम सिंह यादव और बीजेपी के प्रेम सिंह शाक्य के बीच था। इस सीट से एसपी के मुलायम सिंह यादव ने जीत हासिल की, उन्हें 5,24,926 वोट मिले थे। जबकि बीजेपी के प्रेम सिंह शाक्य 4,30,537 वोटों के साथ दूसरे स्थान पर रहे थे।
2014 का जनादेश
बात करें लोकसभा चुनाव 2014 को तो मोदी लहर का इस सीट पर कोई असर देखने को नहीं मिला था और तत्कालीन समाजवादी पार्टी के प्रमुख मुलायम सिंह यादव ने बड़े अंतर से जीत दर्ज की थी। उनके सीट छोड़ने के बाद हुए उपचुनाव में तेजप्रताप सिंह यादव ने भी भारी अंतर से चुनाव जीता। तेजप्रताप सिंह यादव को यहां लगभग 65 फीसदी वोट मिले, जबकि उनके सामने खड़े बीजेपी के उम्मीदवार को सिर्फ 33 फीसदी वोट मिले थे।
शहर में कई प्राचीन और प्रसिद्ध हिंदू मंदिर हैं। इनमें शीतला देवी मंदिर भी शामिल है जहां हर साल मार्च/अप्रैल में 20 दिवसीय ग्रामीण प्रदर्शनी और व्यापार मेले का आयोजन किया जाता है। उत्तर प्रदेश के कद्दावर नेताओं में शुमार मुलायम सिंह यादव इसी सीट चुनाव लड़ा करते थे। 2014 के चुनाव में 2 जगहों से जीत हासिल करने के बाद मुलायम सिंह ने मैनपुरी सीट छोड़ दी थी और उन्होंने आजमगढ़ को अपना संसदीय क्षेत्र चुना था। बाद में हुए उपचुनाव में उनके पोते तेजप्रताप सिंह यादव बड़े अंतर से जीत हासिल कर लोकसभा पहुंचे थे।