उद्भव त्रिपाठी, ख़बरीमीडिया
Greater Noida News: नोएडा की आम्रपाली ड्रीमवैली के इंजीनियर के खिलाफ नोएडा पुलिस ने गैर जानमती वारंट जारी कर दिया है। बता दें कि ग्रेनो वेस्ट में 15 सितंबर को आम्रपाली ड्रीमवैली फेज-2 (Amrapali Dreamvalley Phase-2) की निर्माणाधीन साइट पर लिफ्ट (Lift) गिरने से बड़ा हादसा हो गया था जिसमें 9 लोगों की जान चली गई थी। नौ लोगों की मौत के जिम्मेदार इंजीनियर (Engineer) चंदन कुमार के खिलाफ अब गैरजमानती वारंट जारी हो गया है। चंदन के कहने पर ही बारिश में रोक के बावजूद जर्जर लिफ्ट चलाई गई थी। इधर, इस मामले में जिम्मेदार अधिकारियों की जानकारी जुटाने के लिए दिए गए नोटिस का नेशनल बिल्डिंग्स कंस्ट्रक्शन कॉर्पोरेशन (NBCC) ने जवाब दे दिया है। एनबीसीसी ने पुलिस को विस्तृत रिपोर्ट सौंपी है। अब इस मामले में अन्य आरोपियों पर भी पुलिस कार्रवाई करनी की तैयारी कर रही है।
ये भी पढ़ेंः Noida के साथ यमुना प्राधिकरण के फ्लैट खरीदारों के लिए बड़ी ख़बर
ये भी पढ़ेंः Noida-ग्रेटर नोएडा के बिल्डरों पर लगाम लगाने वाली ख़बर!
ग्रेनो वेस्ट के टेकजोन-4 स्थित आम्रपाली की निर्माणाधीन साइट पर सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर एनबीसीसी काम करा रही थी। इस दौरान 15 सितंबर को बारिश के दौरान यहां लिफ्ट चला दी गई और तकनीकी कमी के कारण लिफ्ट 14वीं मंजिल से नीचे आ गिरी। हादसे में आठ मजदूरों और एक लिफ्ट ऑपरेटर की मौत हो गई थी। हादसे का संज्ञान लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आरोपियों पर सख्त कार्रवाई का निर्देश दिया था। इसके बाद नौ को नामजद समेत अन्य आरोपियों पर केस दर्ज किया था।
पुलिस ने मामले में निर्माण कार्य करा रही गिरधारी लाल कंस्ट्रक्शन कंपनी के जीएम देवेंद्र सिंह उर्फ देवेंद्र शर्मा, जीएम व एडमिन कॉमर्शियल लवजीत कुमार, फोरमैन राहुल, फिनशिंग फोरमैन मनोज कुमार और सुपरवाइजर का काम देख रहे बोएलाल पासवान को गिरफ्तार किया था। गिरफ्तार किए गए लोगों से पूछताछ में यह बात सामने आई है कि लिफ्ट की देखरेख करने वाले अविनाश ने व्हाट्सएप ग्रुप पर पैनल सूखने और बारिश बंद होने तक लिफ्ट नहीं चलाने का संदेश आरोपियों को भेजा था। इसके बावजूद आरोपियों ने इंजीनियर चंदन के कहने पर मजदूरों को सवार करा लिफ्ट चला दी थी। मामले में चंदन को पुलिस गिरफ्तार नहीं कर पाई है। गैरजमानती वारंट जारी होने के बाद कोर्ट में पेश नहीं होने पर आरोपी के खिलाफ कुर्की की कार्रवाई की जाएगी। हालांकि एनबीसीसी द्वारा दिए गए जवाब व रिपोर्ट को अभी उजागर नहीं किया है।
घोर लापरवाही ने ली थी नौ मजदूरों की जान
पुलिस की जांच में कई आरोपियों की घोर लापरवाही से नौ लोगों की जान जाने की बात सामने आई थी। लिफ्ट का दो साल से थर्ड पार्टी तकनीकी मुआयना नहीं किया गया था। तकनीकी खामी के कारण वह लिफ्ट गरगराहट की आवाज कर रही थी। चार सितंबर को मजदूरों के शिकायत करने पर पांचवीं पास फोरमैन ने पीनियन गरारी स्वयं बदल दी। इसके बाद भी गरगराहट बंद नहीं हुई और सेफ्टी डिवाइस ने काम करना बंद कर दिया था। इसके अलावा साइट पर मजदूरों की सुरक्षा का कोई बंदोबस्त नहीं था। मौके पर एंबुलेंस भी नहीं थी।
कमेटी की जांच पूरी, जल्द अवलोकन कर होगी कार्रवाई
सुनीति, डीसीपी सेंट्रल नोएडा ने कहा कि आरोपी के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किया गया है। अब तक जिन आरोपियों ने कोर्ट में जमानत याचिका दाखिल की है सभी खारिज कर दी गई हैं। एनबीसीसी से भी जवाब मिला । कमेटी की जांच रिपोर्ट का अवलोकन कर मामले में आगे की कार्रवाई की जाएगी।