Greater Noida News: ग्रेटर नोएडा सूरजपुर कमिश्नरेट (Surajpur Commissionerate) से जुड़ी बड़ी खबर सामने आ रही है। आपको बता दें कि डीसीपी सेंट्रल ने सूरजपुर कस्बा चौकी इंचार्ज आलोक सिंह, हेड कॉन्स्टेबल अश्वनी, हेड कॉन्स्टेबल सीमांत और कॉन्स्टेबल अरविंद (Constable Arvind) को सस्पेंड किया है। इस कार्रवाई को लेकर बताया जा रहा है कि ग्रेनो के सूरजपुर एरिया (Surajpur Area) में बढ़ती चोरी की घटनाओं पर रोक लगाने औरर चोरों को संरक्षण देने के आरोप में ये कार्रवाई हुई है। सूत्रों के मुताबिक, जांच में पाया गया है कि आरोपी पुलिसकर्मी ने चोरी की घटना में दो चोरों को गिरफ्तार किया। उनके बाकी साथियों को नहीं गिरफ्तार किया, जबकि उनसे फोन पर लगातार बात होती थी। शुरुआती जांच में पुलिस कर्मियों की संदिग्ध गतिविधियों पाई गई है। आरोपी पुलिस कर्मियों के खिलाफ विभागीय जांच डीसीपी के आदेश के बाद शुरू हो गई है।
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आपको बता दें कि सूरजपुर एरिया (Surajpur Area) में चोरी की घटनाएं इन दिनों काफी बढ़ गई हैं। यहां की एक फैक्ट्री में लाखों की एक चोरी के मामले में सुरजपुर कस्बा चौकी इंचार्ज (Surajpur town outpost incharge) आलोक सिंह, हेड कॉन्स्टेबल अश्वनी, हेड कॉन्स्टेबल सीमांत और कॉन्स्टेबल अरविंद ने दो चोरों को अरेस्ट किया, लेकिन चोरी की घटना में कई अन्य लोग भी शामिल थे। जिन्हें गिरफ्तार नहीं किया गया। इसकी शिकायत पुलिस के सीनियर अधिकारियों से भी हुई है। सूत्रों के मुताबिक, डीसीपी सेंट्रल ने इसकी जांच शुरू की तो पाया कि आरोपी पुलिसकर्मी पहले से आरोपियों से बात करते थे। कॉल डिटेल में यह बात साफ हो गई है। जांच में सामने आया है कि पहले से पुलिसकर्मी उन्हें जानते थे और जानबूझकर एक्शन नहीं लिया गया। ऐसे में आशंका जा रही है कि पुलिस कर्मियों ने रिश्वत लेकर आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं की है। आरोपी पुलिस कर्मियों का चोरों को संरक्षण मिल रहा था। वही, जांच के बाद कस्बा चौकी इंचार्ज समेत चार पुलिसकर्मियों को डीसीपी ने सस्पेंड कर दिया है उनके खिलाफ विभागीय जांच के भी आदेश दिए गए हैं।
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सुनीति, डीसीपी, सेंट्रल नोएडा (Central Noida) ने कहा कि थाना सूरजपुर क्षेत्र के अंतर्गत चौकी कस्बा सूरजपुर क्षेत्र में चोरी की घटनाओं पर कड़ी कार्रवाई न करने के लिए और चौकी के कुछ कर्मियों की संदिग्ध गतिविधियों के कारण यह एक्शन लिया गया है। विभागीय जांच आदेशित कर दी गई है।
आरोपियों से भी होगी पूछताछ
सूत्रों के मुताबिक पुलिस चोरी की घटनाओं में पकड़े गए आरोपियों से एक बार फिर पूछताछ करेगी। पुलिस पता लगाने की कोशिश कर रही है कि कहीं पहले भी पुलिसकर्मियों ने आरोपियों को संरक्षण तो नहीं दिया है। एक नामी फैक्ट्री में चोर लगातार कॉपर चोरी कर रहे थे। चोर चोरी करने के बाद माल को कस्बा स्थित कबाड़ियों को बेच देते थे। चोरी का यह खेल कबाड़ी और निलंबित पुलिसकर्मियों की मिलीभगत से खूब चल रहा था।
पहले भी हो चुकी है ऐसी घटना
मार्च 2023 में एक लाख की रिश्वतकांड में आरक्षी को सस्पेंड कर दिया गया था, जबकि दरोगा के निलंबन के आदेश जारी किये गए थे।
नवंबर 2023 में वाहनों के बड़ी रकम के चालान काटने से बचाने के नाम पर जूस वाले के ई वॉलेट में रिश्वत के पांच सौ रुपये लेने पर दो पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया था। टीएसआई सतेंद्र कुमार और कांस्टेबल परवेज के खिलाफ विभागीय जांच के आदेश भी दिए गए थे।
सितंबर 2022 नोएडा के थाना सेक्टर 58 क्षेत्र स्थित पुलिस चौकी पर तैनात पुलिसकर्मियों का रिश्वत लेने का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल होने पर चौकी इंचार्ज सहित चार पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया ओर एक के खिलाफ केस दर्ज किया गया था। वीडियो में पुलिसकर्मी, युवक से 20 हजार रुपये रिश्वत लेते हुए नजर आ रहे थे।
सितंबर 2021 में ग्रेटर नोएडा के ओयो होटल में पकड़े गए प्रेमी युगल को छोड़ने की आवाज में 70 हजार वसूल, तीन पुलिस कर्मियों को सस्पेंड किया गया था।