UP के फ़िरोज़ाबाद की जनता का क्या है मूड..देखिए आजतक का हेलिकॉप्टर शॉट

उत्तरप्रदेश चुनाव 2024 राजनीति
Spread the love

AajTak Firozabad News: सुहागनगरी के नाम से मशहूर फिरोजाबाद अपनी चूड़ियों की खनक और कांच उद्योग के लिए दुनियाभर में मशहूर है। चूड़ियों के शहर में भी राजनीति की खनक तेज हो गई है। उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के फिरोजाबाद क्षेत्र की पहचान समाजवादी पार्टी के गढ़ के रूप में होती है।

2009 में हुए लोकसभा चुनाव में सपा प्रमुख अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने इस सीट से जीत दर्ज की थी जिससे यह सीट सुर्खियों में आई। अखिलेश के सीट छोड़ने के बाद हुए उपचुनाव में सपा परिवार की बहू और अखिलेश की पत्नी डिंपल यादव की हार और अभिनेता कांग्रेस के राजबब्बर की जीत से यह सीट लगातार चर्चा में बनी रही।

ख़बरीमीडिया के Youtube चैनल को फौलो करें।

ये भी पढ़ेंः विदिशा में चलेगा शिव का राज? देखिए विदिशा से आजतक का हेलिकॉप्टर शॉट
कांच और चूड़ी कारखानों के शहर की लोकसभा सीट पर 2014 में सपा ने अक्षय यादव को मैदान में उतारा और उन्होंने जीत हासिल की लेकिन बीजेपी ने 2019 में सपा से इस सीट को छीन ली। यहां से बीजेपी के चंद्रसेन जादौन सांसद हैं। अब सपा ने अक्षय यादव पर भरोसा जताया है तो वहीं बीजेपी ने विश्व दीप सिंह को टिकट दिया है।

क्या कहती है फिरोजाबाद की जनता इसको जानने के लिए आजतक की टीम सीनियर एंकर अंजना ओम कश्यप (Anchor Anjana Om Kashyap) की अगुवाई में फिरोजाबाद पहुंची तो ढ़ोल नगाड़ों से टीम का भव्य स्वागत हुआ। और फिर शुरू हुआ सवालों का सिलसिला।
पहला सवाल शुरू हुआ चूड़ियों के व्यापरियों से तो जवाब मिला कि व्यापार अच्छा चल रहा है फिरोजाबाद (Firozabad) में हर कलर की चूड़ियों बनती है। इस बार फिरोजाबाद में चुनावी मद्दा में लोकल मुद्दा नहीं है। चूड़ी उद्योग को संजीवनी की तलाश में हैं। चूड़ी उद्योग को नई तकनीकि की जरूरत है।

तो वहीं आयी जनता ने कहा कि मोदी और योगी की सरकार चूड़ी उद्योग को एक अच्छा माहौल देने का काम कर रही है। देश विदेश से लोग आते हैं जिस प्रकार से व्यापारी के लिए योगी सरकार काम कर रही है उसी का कारण है कि आज व्यापारी सुरक्षित है। इससे पहले ऐसा कभी नहीं हुआ पहले माफियों का कब्जा हुआ करता था।

ये भी पढ़ेंः Rajgarh से राजा साहब का होगा राजतिलक या बीजेपी का राज चलेगा..देखिए राजतिलक

सवाल जब अन्य लोगों से हुआ तो जवाब आया कि फिरोजाबाद की सबसे बड़ी समस्या रेलवे की है यहां बड़े बड़े नेता सांसद रहे लेकिन रेलवे के लिए किसी ने काम नहीं किया। यहां पहले 20 ट्रेनें रुकती थी लेकिन कोविड के बाद सिर्फ 10 ट्रेनें रुक रही हैं। सैकड़ों व्यापारी को इसकारण समस्या का सामना करना पड़ता है।

इस कार्यक्रम में आए एक मुस्लिम धर्म गुरु ने कहा कि मुस्लिम शिक्षा की ओर बढ़े, और यह देखकर वोट करे कि हमने पूर्व में जिसे वोट दिया उसने क्या किया और वर्तमान में हमारा कितना विकास हुआ। हमारे क्षेत्र में इलाज बेहतर हो, उन्होंने कहा कि मुस्लमानों की आंखों पर जो पट्टी बधी है जरूरत है उसे खोलने की और बाहर आकर सोच समझ कर वोट करें।

कार्यक्रम में आए एक बुजुर्ग ने कहा कि हमारे लोगों द्वारा बनाया गया मॉल 170 देशों में जाता है इसमें अमेरिका जर्मनी जैसी तमाम देश शामिल हैं। जब से मोदी जी की सरकार आई है हम लोग सुरक्षित महसूस कर रहे हैं, हम लोग विदेश जाते थे तो ऐसे चेंकिग की जाती थी जैसै ड्रग्स वगैरा लिए हों, घंटो लाइन में लगाया जाता था लेकिन मोदी जी के आने के बाद ये समस्या दूर हो गई है।

तो दूसरे व्यक्ति ने कहा कि पहले घर से जब बाहर निकलते थे तो यह नहीं पता होता था कि शाम को वापस आएंगे कि नहीं लेकिन अब हालात बदल गए हैं।

जानिए फिरोजाबाद को

फिरोजाबाद उत्तर प्रदेश का एक लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र और जिला है। इस जिले से नेशनल हाईवे 19 गुजरता है।
फिरोजाबाद लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत कुल 5 विधानसभा सीटें टुंडला, जसराना, फिरोजाबाद, शिकोहाबाद और सिरसागंज सीटें आती हैं।

आज भी फिरोजाबाद का चंदवार नगर जो यमुना नदी के किनारे बसा हुआ है, चूड़ियों के निर्माण के लिए पूरे दुनिया भर में फेमस है। इसके साथ ही, यहां पर झूमर जैसे कांच की कई तरह की वस्तुएं बनाई जाती हैं। यह जिला आगरा से 40 किमी और राजधानी दिल्ली से 250 किमी की दूरी पर है।

फिरोजाबाद लोकसभा सीट के शुरुआती चुनावों के इतिहास के हिसाब से देखा जाए तो यह सीट कभी किसी एक पार्टी के हक में नहीं रही और जनता ने लगातार अपना मिजाज यहां पर बदला।

2019 का जनादेश

बात करें लोकसभा चुनाव 2019 की तो यहां से बीजेपी के चंद्र सेन जादौन ने जीत दर्ज की थी, उन्हें 4,95,819 वोट मिले थे। तो वहीं समाजवादी पार्टी के अक्षय यादव 4,67,038 वोटों के साथ दूसरे स्थान पर रहे और प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) के शिवपाल सिंह यादव 91,869 वोटों के साथ तीसरे नंबर पर थे।

2014 का जनादेश

लोकसभा चुनाव 2014 में फिरोजाबाद में भारतीय जनता पार्टी और समाजवादी पार्टी के बीच कड़ी टक्कर हुई थी, जिसमें समाजवादी पार्टी के अक्षय यादव ने बाजी मार ली थी। अक्षय यादव को 5 लाख से ज्यादा यानी 48.4% वोट मिले थे वहीं बीजेपी के उम्मीदवार को 38 फीसदी वोट मिले थे।