Uttarakhand: धामी सरकार की जीरो टॉलरेंस नीति का असर, रिश्वतखोर चौकी प्रभारी गिरफ्तार
Uttarakhand News: उत्तराखंड की धामी सरकार प्रदेश के भ्रष्टाचार मुक्त बनाने के लिए लगातार सख्त रुख अपना रही है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भ्रष्टाचार और भ्रष्टाचार (Corruption) में शामिल लोगों के लिए सख्त एक्शन लेते हैं। इसी क्रम में एक बार फिर से धामी सरकार (Dhami Sarkar) ने भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति (Zero Tolerance Policy) के तहत एक और बड़ी कार्रवाई की है। एक लाख की रिश्वत के साथ देहरादून के आईएसबीटी चौकी प्रभारी को गिरफ्तार कर लिया गया है। आरोप है कि भूमि विवाद में चौकी प्रभारी ने पीड़ित से पांच लाख की रिश्वत की डिमांड की थी।

ये भी पढ़ेंः Uttarakhand: उत्तराखंड का शानदार प्रदर्शन,छोटे राज्यों में वित्तीय प्रदर्शन में गोवा के बाद दूसरा स्थान
आपको बता दें कि सतर्कता अधिष्ठान की टीम ने देहरादून (Dehradun) स्थित पटेलनगर थाना क्षेत्र के आईएसबीटी चौकी प्रभारी उपनिरीक्षक देवेन्द्र खुगशाल को एक लाख रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया है। बीते 3 सालों में अब तक 150 से ज्यादा आरोपियों को धामी सरकार भ्रष्टाचार के मामलों में गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है।
उत्तराखण्ड में भ्रष्टाचार के खिलाफ सीएम धामी द्वारा चलाए जा रहे सख्त अभियान के तहत एक और बड़ी सफलता प्राप्त हुई है। शिकायतकर्ता द्वारा यह जानकारी दी गई थी कि जमीन के विवाद की जांच चौकी प्रभारी के पास लंबित है, जिसमें उन्होंने गैंगस्टर एक्ट लगाने की धमकी देकर 5 लाख रुपये की रिश्वत की मांग की। सतर्कता अधिष्ठान ने गुप्त जांच के बाद तत्परता से जाल बिछाकर आरोपी को गिरफ्तार किया।
सीएम धामी ने की तारीफ
सीएम पुष्कर सिंह धामी (CM Pushkar Singh Dhami) ने इस कार्रवाई की तारीफ करते हुए कहा कि प्रदेश सरकार भ्रष्टाचार मुक्त उत्तराखण्ड के संकल्प पर दृढ़ है। जो भी अधिकारी या कर्मचारी जनता का शोषण करेगा, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। जनता को न्याय दिलाना हमारी प्राथमिकता है।
ये भी पढ़ेंः Uttarakhand: खटीमा पहुंचे CM पुष्कर सिंह धामी, सुनीं लोगों की समस्याएं, दिए समाधान के निर्देश
देहरादून विजिलेंस से प्राप्त जानकारी के मुताबिक पीड़ित ने सतर्कता अधिष्ठान सेक्टर देहरादून में एक शिकायत दर्ज कराई थी कि उसके दोस्त और अन्य तीन लोगों के खिलाफ जावेद नाम के व्यक्ति ने बंजारावाला देहरादून में जमीन विवाद से संबंधित एक शिकायती प्रार्थना पत्र दिया गया है। जिसकी जांच आईएसबीटी चौकी इंचार्ज देवेश खुगशाल के पास है। चौकी इंचार्ज ने गैंगस्टर एक्ट के मामला दर्ज कर बंद करने का भय दिखाकर जांच से उसके दोस्तों का नाम हटाए जाने के लिए 5 लाख रुपए रिश्वत की मांग की है। पीड़ित और उसके दोस्त रिश्वत नहीं देना चाहते हैं और चौकी प्रभारी के खिलाफ कार्रवाई चाहते हैं।
शिकायत पर सतर्कता अधिष्ठान सेक्टर देहरादून ने जांच किए जाने के बाद मामला सही पाया और ट्रैप टीम का गठन किया। टीम ने नियम अनुसार कार्रवाई करते हुए 14 मई को उपनिरीक्षक देवेंद्र खुगशाल चौकी प्रभारी आईएसबीटी अंतर्गत थाना पटेलनगर, देहरादून को पीड़ित से एक लाख रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया।
निदेशक सतर्कता वी मुरुगेशन ने जानकारी दी कि आरोपी से पूछताछ जारी है। इस मामले में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जा रही है। साथ ही ट्रैप टीम को नकद पुरस्कार से पुरस्कृत करने की घोषणा की गई है।

