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Uttarakhand: CM धामी का बड़ा फैसला, लोकतंत्र सेनानियों के लिए मानसून सत्र में लाएंगे विशेष विधेयक

उत्तराखंड राजनीति
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मुख्यमंत्री धामी ने कहा– लोकतंत्र सेनानियों की हर समस्या का होगा समाधान

Uttarakhand News: उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी (CM Pushkar Singh Dhami) ने बड़ा फैसला किया है कि आगामी विधानसभा के मानसून सत्र (Monsoon Session) में प्रदेश सरकार लोकतंत्र सेनानियों के कल्याण और हित में एक विशेष विधेयक लाएगी। साथ ही, लोकतंत्र सेनानियों (Democracy Fighters) को दी जाने वाली सम्मान निधि को भी बढ़ाया जाएगा। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि सम्मान निधि की प्रक्रिया को और सरल बनाया जाएगा।

संविधान हत्या दिवस पर लोकतंत्र सेनानियों से संवाद

सीएम धामी (CM Dhami) ने यह घोषणा अपने सरकारी आवास पर स्थित मुख्य सेवक सदन में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान की, जहां आपातकाल के दौरान मीसा और डीआईआर के तहत बंदी बनाए गए लोकतंत्र सेनानियों और उनके परिजनों से संवाद किया गया। यह कार्यक्रम आपातकाल लागू होने के 50 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में ‘संविधान हत्या दिवस’ के रूप में आयोजित किया गया था।

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सम्मान निधि में और वृद्धि का संकेत

सीएम पुष्कर सिंह धामी (CM Pushkar Singh Dhami) ने कहा कि राज्य सरकार पहले ही लोकतंत्र सेनानियों की सम्मान निधि बढ़ाने का निर्णय ले चुकी है, और आने वाले समय में इसमें और वृद्धि की जाएगी। उन्होंने कहा, ‘हम लोकतंत्र सेनानियों की हर समस्या का समाधान करने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध हैं।’ मुख्यमंत्री ने यह भी ऐलान किया कि प्रत्येक वर्ष लोकतंत्र सेनानियों के सम्मान में विशेष कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।

मुख्यमंत्री ने लोकतंत्र सेनानियों से संबंधित मामलों के शीघ्र समाधान के लिए शासन स्तर पर एक नोडल अधिकारी नियुक्त करने के निर्देश दिए। साथ ही संबंधित सचिव को लोकतंत्र सेनानियों को जल्द से जल्द प्रमाण पत्र उपलब्ध कराने को कहा गया है।

आपातकाल को बताया भारतीय लोकतंत्र का काला अध्याय

मुख्यमंत्री ने 25 जून 1975 के दिन को भारतीय लोकतंत्र का काला अध्याय बताते हुए कहा कि यह दिन देश के संविधान की आत्मा को कुचलने का प्रयास था। उन्होंने कहा, ‘यह सब एक व्यक्ति की हठधर्मिता और तानाशाही रवैये का परिणाम था।’ उन्होंने लोकनायक जयप्रकाश नारायण, नानाजी देशमुख और अटल बिहारी वाजपेयी जैसे नेताओं के योगदान को याद किया, जिन्होंने जेल में रहते हुए भी लोकतंत्र की चेतना को जीवित रखा।

हर वर्ष 25 जून को मनाया जाएगा संविधान हत्या दिवस

मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि लोकतंत्र सेनानियों के योगदान को नई पीढ़ी तक पहुंचाने और आपातकाल के इतिहास से उन्हें अवगत कराने के लिए हर वर्ष 25 जून को ‘संविधान हत्या दिवस’ के रूप में मनाया जाएगा।

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उत्तराखंड के फैसले बन रहे पूरे देश के लिए आदर्श

मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड जैसे छोटे राज्य द्वारा लिए गए निर्णय आज देशभर के लिए आदर्श बन रहे हैं। राज्य हर क्षेत्र में अग्रणी बनने की दिशा में लगातार आगे बढ़ रहा है।

इस अवसर पर पूर्व राज्यपाल और मुख्यमंत्री भगत सिंह कोश्यारी, सचिव शैलेश बगौली, लोकतंत्र सेनानी कृष्ण कुमार अग्रवाल, प्रेम बड़ाकोटी सहित बड़ी संख्या में लोकतंत्र सेनानी और उनके परिजन मौजूद रहे।