Jyoti Shinde,Editor
ये ख़बर नोएडा-ग्रेटर नोएडा के उन तमाम बिल्डरों के लिए है जिनके लिए फ्लैट खरीदार(Flat Buyers) महज एक प्रोडक्ट की तरह है। जिसे जैसे चाहा..वैसे इस्तेमाल लिया। कभी ये चार्ज..कभी वो चार्ज.. बेचारा फ्लैट खरीदने वाला चार्ज देते-देते परेशान। मेंटनेंस के अलावा दूसरे तरह की वसूली करने वाले 120 बिल्डरों को ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण(Greater Noida Authorty) ने नोटिस भेजकर सख्त चेतावनी दी है कि अगर मेंटनेंस के अलावा कुछ भी वसूली तो खैर नहीं।
क्या है पूरा मामला ?
दरअसल स्थानीय निवासियों ने सीएम योगी को पत्र लिखकर ये गुहार लगाई थी कि मेंटनेंस के अलावा उनसे अलग-अलग तरह के चार्जेस वसूले जा रहे हैं। प्राधिकरण के सामने भी मामला संज्ञान में आया। जिसमें साफ तौर पर कहा गया था कि फ्लैट बेचने के नाम पर फ्लैट बेचने और खरीदने वालों से लाखों रुपए वसूले जाते हैं।
ग्रेटर नोएडा इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट अथॉरिटी(GNIDA) के सीईओ सुरेंद्र सिंह ने जब मामले की पड़ताल की तो सच्चाई सामने आई। जिसके बाद 120 बिल्डरों को नोटिस जारी कर चेतावनी दे दी गई है। साथ ही फ्लैट मालिकों को ये भी कहा गया है कि फ्लैट बेचने वक्त वो अथॉरिटी से संपर्क करेंगे ताकि उन्हें ट्रांसफर मेमोरेंडम(TM) जारी करेगी जिससे ये प्रक्रिया आसान हो जाएगी। लेकिन इस बीच अगर बिल्डर ने समझदारी दिखाई तो इस तरह के मामले सामने आने पर सख्त कार्रवाई का भी अल्टीमेटम दिया गया है।
नेफोवा(Nefowa) अध्यक्ष अभिषेक कुमार ने ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी के पहल की सराहना की। उन्होंने साफ कहा कि अथॉरिटी की पहल के बाद बिल्डर, फ्लैट मालिकों से अवैध वसूली नहीं कर पाएंगे।