Ujjain Simhastha Mela 2028: Now construction of 10 storey monasteries and dharamshalas is possible, CM Mohan Yadav made a big announcement

Ujjain Simhastha Mela 2028: अब 10 मंजिला मठ और धर्मशालाओं का निर्माण संभव, CM Mohan Yadav ने की बड़ी घोषणा

मध्यप्रदेश राजनीति
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Ujjain Simhastha Mela 2028: मध्य प्रदेश के उज्जैन में साल 2028 में होने वाले सिंहस्थ मेले को लेकर उज्जैन में एक बड़ा फैसला लिया गया है। मुख्यमंत्री मोहन यादव (Chief Minister Mohan Yadav) ने सोमवार (21 अक्टूबर) को उज्जैन में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस (Press Conference) में घोषणा की कि अब सिंहस्थ मेले के दौरान हरिद्वार (Haridwar) की तर्ज पर स्थाई निर्माण की अनुमति दी जाएगी। साधु-संतों के मठ, मंदिर और धर्मशालाओं के लिए 10 मंजिला तक की इमारतें बनाने की मंजूरी मिल गई है। यह निर्णय अखाड़ा प्रमुखों की सहमति से जिला प्रशासन द्वारा लागू किया जाएगा। इससे पहले सिंहस्थ मेला क्षेत्र में 5 मंजिला से अधिक ऊँचाई की इमारतें बनाने की अनुमति नहीं थी।

10 मंजिला निर्माण की मंजूरी, सिंहस्थ 2028 के लिए बड़ी योजना

उज्जैन में सिंहस्थ मेला 2028 के दौरान स्थाई संरचनाओं के निर्माण के लिए पहले अधिकतम 12 मीटर (5 मंजिला) तक की इमारतों की अनुमति थी। लेकिन, अब यह सीमा बढ़ाकर 30 मीटर कर दी गई है, जिससे 10 मंजिला तक की इमारतें बनाई जा सकेंगी। मुख्यमंत्री मोहन यादव ने बताया कि इस बदलाव से साधु-संतों के लिए मठ, मंदिर और धर्मशालाओं का निर्माण अधिक सुविधाजनक होगा। साथ ही, उज्जैन में ऊंची इमारतों के निर्माण का मार्ग भी प्रशस्त हो गया है।

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शिप्रा नदी पर बनेगा नया फोरलेन ब्रिज, मेला क्षेत्र में विकास कार्य जोरों पर

सिंहस्थ 2028 (Simhastha 2028) के दौरान 14 करोड़ श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद है, जिसे ध्यान में रखते हुए व्यापक स्तर पर योजना बनाई जा रही है। मेला क्षेत्र में सड़कों को चौड़ा कर टू-लेन से फोरलेन बनाया जा रहा है, जबकि अंधे मोड़ खत्म करने का कार्य भी जारी है। शिप्रा नदी पर एक अतिरिक्त फोरलेन ब्रिज का निर्माण किया जा रहा है, जिससे मेला क्षेत्र में यातायात को वन-वे सिस्टम के तहत सुगम बनाया जा सकेगा।

टाउन एंड कंट्री प्लानिंग से नक्शा होगा अप्रूव, विकास प्राधिकरण बनेगा नोडल एजेंसी

नए प्रावधानों के तहत, सिंहस्थ मेला क्षेत्र में निर्माण कार्यों के लिए टाउन एंड कंट्री प्लानिंग विभाग से इमारतों का नक्शा स्वीकृत किया जाएगा। उज्जैन विकास प्राधिकरण (Ujjain Development Authority) को इन कार्यों की नोडल एजेंसी के रूप में चुना गया है, जिससे निर्माण कार्यों की निगरानी और स्वीकृति सुनिश्चित की जा सकेगी।

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उज्जैन सिंहस्थ मेला 2028 (Ujjain Simhastha Mela 2028) में स्थाई और बड़े पैमाने पर निर्माण कार्यों की अनुमति देकर उज्जैन शहर को आधुनिकता और श्रद्धा के संगम के रूप में विकसित करने की योजना मुख्यमंत्री मोहन यादव की नेतृत्व में तेजी से आगे बढ़ रही है।