Noida-से दिल्ली जाने वाले..अगले 2 दिनों के लिए ट्रैफ़िक एडवाइज़री पढ़ लीजिये

ग्रेटर नोएडा- वेस्ट दिल्ली दिल्ली NCR नोएडा
Spread the love

Delhi News: अगर आप भी नोएडा से दिल्ली (Delhi) का सफर करते हैं तो यह खबर जरूर पढ़ लीजिए, नहीं आपको परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। आपको बता दें कि किसान संगठनों के मंगलवार को ‘दिल्ली मार्च’ (Delhi March) के ऐलान को लेकर पुलिस ने राष्ट्रीय राजधानी में सुरक्षा और बढ़ा दी है। दिल्ली पुलिस ने दिल्ली-यूपी की सभी सीमाओं पर किसी भी प्रकार के जमावड़े पर रोक लगाने का निर्देश दिया है। साथ ही दिल्ली पुलिस (Delhi Police) ने सीमा पर बेरिकेड भी लगाए हैं। पुलिस ने यूपी (UP) से दिल्ली में ट्रैक्टर, ट्रॉली, बस, ट्रक एवं वाणिज्यिक वाहनों के एंट्री पर भी रोक लगा दी है। इसका असर भी दिखना शुरू हो गया है। दिल्ली में रविवार को कुछ जगहों पर जाम जैसी स्थिति दिखाई दी।
ये भी पढ़ेंः गुरुग्राम की इस पॉश सोसायटी के 5 टावर होंगे ध्वस्त, फ़्लैट ख़रीदारों में हड़कंप

Pic Social Media


5,000 से ज्यादा जवान तैनात

दिल्ली पुलिस ने यूपी और हरियाणा के बार्डर पर अवरोधक लगाए हैं। दिल्ली पुलिस सीमाओं पर 5,000 से अधिक सुरक्षाकर्मियों को तैनात कर रही है। एक पुलिस अधिकारी के मुताबिक सीमा पर कई स्टेज में सुरक्षा चेक पोस्ट होंगे। दिल्ली में दाखिल होने वाले वाहनों की ठीक ढ़ंग से जांच होगी। सीमाओं पर पुलिसकर्मी दंगा रोधी पोशाक से लैस होंगे।

ट्रैफिक पुलिस ने यह की अपील

दिल्ली पुलिस की ओर से जारी बयान में बोला गया है कि पाबंदियों के चलते सोमवार और मंगलवार को दिल्ली में प्रवेश करने वाले वाहन चालकों को जाम जैसी स्थिति का सामना करना पड़ सकता है। दिल्ली की सभी सीमाओं पर वाहनों की जांच के चलते गाड़ियों की लंबी लाइनें लग सकती हैं। ट्रैफिक पुलिस ने लोगों से अपील की है कि वह जाम से बचने के लिए सार्वजनिक परिवहन का प्रयोग करें।

सीमाओं पर लगेगी लंबी लाइन

प्राप्त जानकारी के अनुसार गाजीपुर और सिंघु बॉर्डर पर सीमा को सील किया जा सकता है। रविवार देर रात से वाहनों की जांच करने के बाद ही उन्हें दिल्ली में जाने दिया जा रहा है। खासतौर से सिंधु, टिकरी, गाजीपुर और चिल्ला बॉर्डर पर चालकों को मुसीबत हो रही है।
ट्रैफिक पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार सोमवार देर शाम से गाजीपुर और सिंधु बॉर्डर को पूरी तरह से सील किया जा सकता है।

मेट्रो का करें इस्तेमाल

इसके साथ ही दूसरे बॉर्डरों के रास्ते दिल्ली में प्रवेश पर किसी प्रकार की पाबंदी नहीं होगी। पुलिस जांच और वाहनों की ज्यादा संख्या के कारण वाहन चालकों को घंटों जाम का सामना करना पड़ सकता है। पुलिस ने लोगों को सलाह दी है कि वह नोएडा, गाजियाबाद, गुरुग्राम और बहादुरगढ़ से आने के लिए मेट्रो का इस्तेमाल करें। नोएडा से आने वाले वाहन चालक डीएनडी के रास्ते भी दिल्ली आ सकते हैं।

दिल्ली में किस-किस बॉर्डर पर सुरक्षा व्यवस्था

दिल्ली में सिंघु बॉर्डर के साथ ही गाजीपुर बॉर्डर, लोनी बॉर्डर, चिल्ला बॉर्डर, रजोकरी बॉर्डर, कापसहेड़ा बॉर्डर और कालिंदी कुंज-डीएनडी-नोएडा बॉर्डर पर सुरक्षा के इंतजाम किए गए हैं।

कहां रहेगी कॉमर्शियल वाहनों पर कहां रोक

सिंघु बॉर्डर पर सोमवार से ही कर्मशल व्हीकल्स की आवाजाही प्रतिबंधित रहेगी। मंगलवार को बॉर्डर को पूरी तरह सील कर दिया जाएगा।

किन-किन रास्तों पर रहेगा डायवर्जन

ट्रैफिक पुलिस के अनुसार NH-44 के रास्ते दिल्ली से सोनीपत, पानीपत, करनाल, कुरुक्षेत्र की तरफ जाने वाली अंतरराज्यीय बसें कश्मीरी गेट बस अड्डे से मजनूं का टीला, सिग्नेचर ब्रिज, खजूरी चौक और लोनी बॉर्डर से केएमपी होते हुए आगे की तरफ जाएंगी।

गाजियाबाद से दिल्ली आने के लिए कौन सा सही रास्ता

गाजियाबाद से गाजीपुर बॉर्डर के रास्ते दिल्ली जाने वाले लोगों को महाराजपुर बॉर्डर या अप्सरा बॉर्डर के रास्ते दिल्ली में प्रवेश करना होगा। इसके बाद वे अक्षरधाम, गीता कॉलोनी पुश्ता रोड, मदर डेयरी रोड, चौधरी चरण सिंह मार्ग होते हुए आगे की तरफ जा सकते हैं।

गाजियाबाद से हरियाणा के लिए कौन सा रास्ता सही

गाजियाबाद से हरियाणा की तरफ जाने वाले वाहन डाबर चौक से मोहन नगर, हापुड़ रोड, जीटी रोड, दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे, डासना, ईस्टर्न पैरिफेरल एक्सप्रेसवे और राय कट से NH-44 पर पहुंच सकते हैं। साथ ही इंद्रपुरी लोनी से भी पंचलोक, मंडोला, मसूरी, खेकरा से ईस्टर्न पैरिफेरल एक्सप्रेसवे पर होते हुए राय कट से NH-44 पर निकल सकते हैं। कार के साथ ही अन्य हल्के वाहन अलीपुर कट से शनि मंदिर, पल्ला-बख्तावरपुर रोड, दहिसरा एमसीडी टोल, जौंती कलां रोड, सिंघु स्टेडियम और कुंडली थाना होते हुए एनएच-44 पर निकलकर सोनीपत की तरफ जा सकेंगे।

दिल्ली में कहां-कहां से किसान विरोध-प्रदर्शन में लेंगे हिस्सा लेंगे

‘दिल्ली चलो’ मार्च में हरियाणा, पंजाब, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, उत्तराखंड, मध्य प्रदेश और अन्य संभावित क्षेत्रों से भी किसानों के दिल्ली पहुंचने की उम्मीद है।