Noida Cab

Noida Cab लूटकांड की पूरी कहानी..जिसने ट्रेनी सब-इंस्पेक्टर को भिजवाया जेल

ग्रेटर नोएडा- वेस्ट दिल्ली NCR नोएडा
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Gaur City के रहने वाले हैं Noida Cab लूटकांड में SI का साथ देने वाले आरोपी

Noida News: नोएडा में कैब ड्राइवर (Noida Cab Driver) के साथ लूट का मामला गरमाया हुआ है। आपको बता दें कि कैब ड्राइवर (Cab Driver) से लूट में बर्खास्त ट्रेनी सब-इंस्पेक्टर अमित मिश्रा (Sub-Inspector Amit Mishra) को दोपहर कोर्ट में पेश करने के बाद जेल भेज भेज दिया गया। इसी मामले में पुलिस ने बुधवार देर रात कई और पुलिसकर्मियों पर भी कार्रवाई की, लेकिन इस घटना ने एक बार फिर पुलिस की कार्यप्रणाली पर ढ़ेरों सवाल खड़े किए हैं। बता दें कि पुलिस ने यह कार्रवाई तक की जब एक केंद्रीय मंत्री ने इस मामले में दखल दी। इससे पहले तक लोकल पुलिस इस मामले को शांत करने की कोशिश कर रही थी। वहीं पीड़ित कैब चालक (Cab Driver) पर समझौता करने का दबाव बनाया गया और उसे डराया और धमकाया भी गया।
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Pic NBT

शराब के नशे में थे एसआई, साथी

पुलिस सूत्रों के मुताबिक घटना वाले दिन ट्रेनी दरोगा (एसआई) और उसके दोनों साथ शराब के नशे में थे। इन्होंने कैब में सवार महिला को जबरन अपनी गाड़ी में बैठाया और कॉलगर्ल कहा, इसके साथ ही अभद्र व्यवहार किया। कैब चालक ने इस मामले की शिकायत की तो समझौता के लिए उसपर दवाब डाला गया। थाना प्रभारी बिसरख अरविंद कुमार, सब इंस्पेक्टर मोहित और चौकी प्रभारी गौड़ सिटी-1 (Gaud City-1) रमेश चंद्र कार्रवाई करने के बजाय घटना को शांत कराने में लग गए।

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चौकी इंचार्ज ने ट्रेनी दरोगा अमित मिश्रा को बुलाकर पीड़ित के सामने शिनाख्त भी कराई, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। वह समझौता कराने की कोशिश किए। रुपये लौटाने का भी ऑफर दिया गया। साथ ही कई तरह से डराया धमकाया भी गया।

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केंद्रीय मंत्री के मामले में दखल के बाद हुआ एक्शन

इम मामले में सुनवाई न होने पर कैब चालक ने बागपत में किसान संगठन के नेताओं से इसकी शिकायत की। तब जाके संगठन के नेताओं ने एक केंद्रीय मंत्री को घटना की पूरी जानकारी दी। उन्होंने लखनऊ में बैठे सीनियर अधिकारियों को इस मामले में कार्रवाई करने के लिए बोला। इसके बाद ट्रेनी दरोगा और उसके दो साथियों पर एफआईआर हुई, थाना प्रभारी से लेकर कई दूसरे अफसरों को सस्पेंड किया गया और डीसीपी को हटाया गया।
बिसरख एसीपी ने जानकारी दी कि बर्खास्त ट्रेनी एसआई के दो सहयोगी अभिनव (कानपुर) व आशीष अवस्थी (बुलंदशहर) हैं। फिलहाल दोनों गौड़ सिटी सोसायटी के 14वें एवेन्यू में रहते थे। इन दोनों की तलाश पुलिस कर रही है।

महिला के साथ भी बदतमीजी

सूत्रों से प्राप्त जानकारी के मुताबिक 2 अगस्त की रात ग्रेटर नोएडा वेस्ट में गौड़ सिटी सोसायटी के पास एक कैब रुकी तो उसमें से एक महिला उतरने लगी। वहां मौजूद दरोगा और उसके दोनों साथियों ने कैब ड्राइवर से गालीगलौज करते हुए मारपीट की और उसकी जेब में रखे रुपये ले लिए। यहां तक कि दरोगा के दोनों दोस्तों ने गाड़ी की तलाशी ली और उसमें रखे सात हजार रुपये लूट लिए। कैब बुक करने वाली महिला को जबरन अपनी गाड़ी में बैठा लिया।
इसका महिला ने विरोध भी किया। महिला इतना डर गई थी कि शिकायत तक दर्ज नहीं करा पाईं। सूत्रों के मुताबिक, दरोगा देर रात अपने दोस्तों के साथ घूमता है और पार्टी करता था। आरोप है कि वह आसपास के एरिया में अवैध वसूली भी करता था। उसकी तीन महीने की ट्रेनिंग अभी होनी बाकी है।

वीडियो जारी कर कही ये बात

इस मामले में फरार आरोपी आशीष अवस्थी ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो जारी कर अपनी बात रखी है। उसने कहा है कि उनका रेंट पर कार देने का काम है। उसका आरोप है कि ट्रेनी एसआई अमित मिश्रा को गाड़ी चलानी नहीं आती है। इसके वजह से उससे कहता था कि उसे दबिश पर जाना है, इसलिए उसकी गाड़ी और ड्राइवर ले जाता था। अमित मिश्रा ने कभी भी गाड़ी का किराया भी नहीं दिया है। चालान से बचने और पुलिस के परेशान करने के डर से वह अपनी गाड़ियों को अमित मिश्रा को दिया करता था।

वीडियो में आगे आशीष ने कहा कि अगर वह गाड़ी नहीं देगा तो दरोगा उसका काम बंद करा देता। वीडियो में ट्रांसपोर्टर ने आगे बताया है कि पुलिस के अधिकारी अब अपने विभाग के कर्मियों को बचाने के लिए उस पर आरोप लगा रहे हैं, जबकि कैब चालक से लूट में उनका कोई मतलब नहीं है। घटना के दौरान दरोगा ने कहा था कि कैब में जो सवारी मौजूद है उसे अपनी गाड़ी में बैठा लो। उसने एसआई के कहने पर सवारी को अपनी गाड़ी में बैठा लिया था। अब पुलिस लगातार उसके घर पर दबिश दे रही है।

दिल्ली से सवारी छोड़ने आया था कैब चालक

आपको बता दें कि 2 अगस्त की रात को दिल्ली से ग्रेटर नोएडा वेस्ट महिला सवारी को छोड़ने आए कैब चालक ने दरोगा और उसके चार साथियों पर मारपीट और लूटपाट का आरोप लगाया था। मूल रूप से बागपत निवासी रुकेश तोमर दिल्ली में कैब चलाते हैं। उन्होंने बताया कि वह दिल्ली से महिला सवारी को छोड़ने के लिए ग्रेटर नोएडा वेस्ट आया था। सवारी उतारने के लिए गौड़ सिटी सोसायटी के सामने गाड़ी खड़ी की थी।
इसी बीच वहां कार में वर्दी में दरोगा और चार साथी आए और उससे लूटपाट की। पीड़ित ने मामले की शिकायत पुलिस चौकी में की, लेकिन सुनवाई नहीं हुई। इसके बाद उसने सीपी को पत्र लिखकर कार्रवाई की मांग की। पुलिस कमिश्नर ने जांच कराई तो मामला सही निकला।

ट्रांसपोर्टर दोस्त की गाड़ी का करता था प्रयोग

मामले में दोषी पाए जाने के बाद बिसरख थाने में ट्रेनी सब-इंस्पेक्टर अमित मिश्रा और उसके दो साथियों अभिनव एवं आशीष के खिलाफ केस दर्ज किया। जांच में ये भी पता चला है कि वह ट्रांसपोर्टर दोस्त की गाड़ियों में फ्री में घूमता था और दबिश के लिए भी ले जाता था। इस मामले में ट्रांसपोर्टर आशीष अवस्थी को भी आरोपी बनाया गया है। घटना में इस्तेमाल की गई स्कॉर्पियो और हुंडई कार सीज की गई है।
अमित मिश्रा को गिरफ्तार कर लिया गया है। उसके अन्य दोनों साथियों की गिरफ्तारी के लिए टीम लगाई गई है। घटना का संज्ञान होने के बावजूद दो दिन तक कार्रवाई न करने व उच्चाधिकारी से घटना को छुपाने पर डीसीपी सेंट्रल नोएडा सुनीति को पद से हटा कर शक्ति मोहन अवस्थी को डीसीपी सेंट्रल नोएडा के पद पर तैनात किया गया है।