कुमार विकास, ख़बरीमीडिया
IPS..भारतीय पुलिस सेवा के सबसे जिम्मेदार अधिकारियों में से एक। लेकिन उसी के दामन पर दाग लग जाए तो सवाल लाजिमी है। व्यपारी को आत्महत्या के लिए मजबूर करने वाले यूपी के IPS अधिकारी मणीलाल पाटीदार को गृह मंत्रालय ने कार्यवाई करते हुए बर्खास्त कर दिया।
क्या है पूरा मामला ?
मामला यूपी के महोबा जिले का जब 13 सितंबर 2020 को करवई थाना इलाके के व्यापारी इंद्रकांत त्रिपाठी ने मणिलाल पाटीदार पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए वसूली करने का आरोप लगाया था और फिर आत्महत्या कर ली थी।
व्यापारी की मौत के बाद उनके भाई ने IPS मणिलाल पाटीदार पर FIR दर्ज करवाई थी जिसके बाद आईपीएस अधिकारी फरार हो गए थे। 2 साल बाद मणिलाल ने कोर्ट में सरेंडर किया था जिसके बाद ही यूपी सरकार ने उनको बर्खास्त करने के लिए केंद्र सरकर से शिफारिश की थी। यूपी सरकार ने 2020 में ही कार्यवाई करते हुए इनको आईपीएस अधिकारियों की सूची से भी हटा दिया था।
8 सितंबर 2020 को व्यापारी इन्द्रकांत त्रिपाठी ने महोबा के एसपी मणिलाल पाटीदार के खिलाफ एक सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए लिखा था कि एसपी उनको वसूली के लिए धकामते है और प्रताड़ित करते है जिसके बाद इन्द्रकांत पर फायरिंग हुई और वो अस्पताल में भर्ती हो गए लेकिन कुछ बी दिन के अंदर उनकी मौत हो गई। जिसके बाद व्यापारी के परिवार वालों ने एसपी के खिलाफ FIR दर्ज करवाया था ।लेकिन गिरफ्तारी से पहले ही एसपी फरार हो गए जिसके बाद उनके ऊपर 1 लाख का इनाम भी घोषित हुआ । पर 2 साल तक वो फरार रहे बाद में जब बचने का कोई चारा नहीं दिखा तो उन्होंने से आत्मसमर्पण कर दिया।