उद्भव त्रिपाठी, ख़बरीमीडिया
Five Eyes Alliance: खालिस्तानी आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर (Hardeep Singh Nijjar) की हत्या को लेकर भारत-कनाडा (India Canada) के बीच तनाव बढ़ता ही जा रहा है। कनाडाई प्रधानमंत्री (canadian prime minister) लगातार अपनी बात को दोहराते हुए निज्जर की हत्या में भारतीय एजेंटों के शामिल होने का दावा कर रहे हैं। वहीं, भारत इसे पहले ही खारिज कर चुका है। इस मसले पर दुनियाभर से प्रतिक्रिया आ रही हैं। ऐसे में एक नया नाम बेहद चर्चा में है। वह नाम है फाइव आइज अलायंस (Five Eyes Alliance)।
ये भी पढ़ेंः बंद होने वाली है ये Airlines..कहीं आपने टिकट तो नहीं बुक करवाई?
ये भी पढ़ेंः महंगी होने वाली है मसूर की दाल!..वजह भी जान लीजिए
इस खबर में हम आपको बताएंगे कि यह अलायंस क्या है, जो इतनी चर्चा में बना हुआ है। इसके साथ ही अलायंस के बयान को क्यों इतना महत्व दिया जा रहा है।
क्या है Five Eyes Alliance ?
फाइव आइज अलायंस एक ऐसा इंटेलिजेंस संगठन है जिसमें अमेरिका (America) , यूके, ऑस्ट्रेलिया, कनाडा और न्यूजीलैंड सहयोगी देश के रूप में काम करते हैं। इस संगठन की अवधारणा बहुत पुरानी है। जब द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान अमेरिका और यूके के कोड ब्रेकर्स आपस में ऑफिशियल मीटिंग किया करते थे। दोनों देशों की इंटेलिजेंस सिस्टम के सदस्यों ने सीक्रेट मीटिंग करना शुरू कर दिया था, जिनका मकसद विश्व युद्ध को खत्म करने के उद्देश्यों की प्राप्ति था।
फाइव आइज अलायंस ने नहीं दिया है कनाडा का साथ
फाइव आइज अलायंस ने अभी तक खुलकर कनाडा का पक्ष नहीं लिया है। लेकिन अलायंस के देशों ने यह जरूर कहा है कि कनाडा के दावों की पूरी तरह से जांच की जानी चाहिए।
फाइव आइज अलायंस में कनाडा कब शामिल हुआ?
कनाडा साल 1948 में इस अलायंस में शामिल हुआ। इसके बाद 1956 में आस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड भी समझौते में शामिल हुए। जिसके बाद पांच देशों के इस समझौते को ‘फाइव आइज अलायंस’ कहा जाने लगा। इस अलायंस का समझौता दुनिया में अपनी जगह रखता है। शीत युद्ध के दिनों में सोवियत संघ पर नजर रखने के लिए पांचों देशों ने इस समझौते का इस्तेमाल किया।
भारत-कनाडा के बीच विवाद का कारण
खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के बाद कनाडा ने भारत पर हाथ होने का आरोप लगाया है। हालांकि, भारत ने कनाडा के आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया। जिसके बाद से दोनों देशों की बीच विवाद बढ़ गया है। जाहिर सी बात है कि निज्जर हत्या मामले पर कनाडा अपने फाइल आइज की मदद लेने की कोशिश कर रहा है, लेकिन ‘फाइव आइज अलायंस’ देशों की तरफ से अभी तक इस पूरे मसले पर जो भी बयान हैं वो पूरी तरह से सधे और नपे-तुले हैं। अमेरिका, यूके और आस्ट्रेलिया तीन देशों ने टूडो के आरोपों पर चिंता जताते हुए इस मामले पर निगाह रखने की बात की है।
2021 में अमेरिकी संसद की प्रतिनिधि सभा में एक प्रस्ताव लाया गया था। प्रस्ताव में कहा गया था कि अलायंस का दायरा बढ़ाया जाना चाहिए। अमेरिका इस अलायंस में केवल दक्षिण कोरिया ही नहीं, बल्कि भारत, जर्मनी और जापान को भी शामिल करना चाहता है। रूस और चीन को ध्यान में रखते हुए अमेरिका का यह भी मानना है कि चीन और रूस जैसी बड़ी शक्तियों के साथ प्रतिस्पर्धा में इस अलायंस के देशों के साथ मिलकर काम करना आवश्यक है, लेकिन अभी तक इस प्रस्ताव पर बात नहीं हुई है।
तल्खी के बीच भारत ने कनाडा पर लगाया वीजा बैन
भारत-कनाडा के बीच लगातार बढ़ रहे विवादों के बीच भारत ने कनाडा पर वीजा बैन लगा दिया है। भारत सरकार ने बीते दिन ऐलान किया कि अगले आदेश तक कनाडाई नागरिकों के लिए वीजा सर्विसेज प्रतिबंधित रहेगा। कनाडा के भारतीय डिप्लोमेट्स पर एक्शन के बाद भारत ने भी कनाडा के राजनयिक को देश छोड़ने का आदेश दिया है।
Read khabrimedia, Latest Greater Noida News,Greater noida news, Noida Extension news, greater noida Society News khabrimedia- Top news-Latest Noida news-latest greater Noida news-latest greater Noida news-latest Noida extension news-latest Delhi Ncr news- Big news of today-Daily News-Greater Noida Society news-Greater Noida News in Hindi