कहते हैं गुरु के बिना ज्ञान अधूरा है। और इसे सच कर दिखाया कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 में ब्रॉन्ज मेडल जीतने वाले खिलाड़ी तेजस्विन शंकर(tejaswin-shankar) के गुरु सुनील कुमार (Sunil Kumar) ने। ये कोच सुनील की मेहनत और तेजस्विन की लगन थी कि भारत ने 92 साल बाद हाईजंप में मेडल जीतने में कामयाब हो पाया है।
तमिलनाडु के त्रिपुर में मदान फाउंडेशन की तरफ से तेजस्विन शंकर(tejaswin-shankar) और उनके कोच सुनील कुमार(Sunil Kumar) को सम्मानित किया गया। मदान फाउंडेशन के फाउंडर भूपिंदर मदान की तरफ से तेजस्विन शंकर को 5 लाख रुपए जबकि कोच सुनील कुमार को 1 लाख रुपए की प्रोत्साहन राशि दी प्रदान की गई।
खास मौके पर खिलाड़ी की हौसलाअफजाई के लिए चीफ गेस्ट के तौर पर पद्मश्री डॉ. ए शक्तिवेल(Padamshri Dr A. Sakthivel– President Federation of Indian export) और पद्मश्री शाइनी विल्सन(Padamshri shiny wilson), भारतीय एथलीट थीं। तेजस्विन शंकर ने मदान फाउंडेशन को टीशर्ट पर ऑटोग्राफ देकर उनके सराहनीय पहल की तारीफ की ।
आपको बता दें हाई जंपर तेजस्विन शंकर ने 22वें कॉमनवेल्थ गेम्स में भारत के लिए एथलेटिक्स के हाई जंपर इवेंट में पहला मेडल जीता है। वे इन गेम्स के 92 साल के इतिहास में हाई जंप का मेडल जीतने वाले पहले भारतीय बने हैं। 23 साल के तेजस्विन ने मेंस हाई जंप इवेंट में 2.22 मीटर स्कोर करते हुए ब्रॉन्ज पाया।
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