गड्ढे खुद गए..तारें बिछनी शुरू हो गई..स्ट्रीट लाइ के लिए खंभे भी लगा दिए गए। लेकिन इन सबके में अहम सवाल ये कि इनमें बिजली कब आएगी..कब रोशनी से जगमग होगी ग्रेटर नोएडा वेस्ट(Greater Noida West) की सोसायटी सुपरटेक इकोविलेज-1(Supertech Ecovillage-1)
दूसरी तमाम सोसायटी के मुकाबले सुपरटेक इकोविलेज-1 का Strength काफी ज्यादा है। 5 हजार से ज्यादा परिवार यहां रहते हैं। लेकिन शाम को सोसायटी के बाहर निकलते हैं तो जगह जगह अंधेरे का सामना करना पड़ता है। साथ ही ये डर भी रहता है कि कहीं उनके साथ चेन स्नेचिंग की घटना ना हो जाए। शायद यही वजह है कि यहां के निवासी प्राधिकरण से बार-बार बिजली के खंभे लगाने की गुजारिश करते रहे।
नेवोफा के सदस्य समीर भारद्वाज का मानना है कि सोसायटी के बाहर की सड़क पर बिजली के खंभे लगने से ना सिर्फ सोसायटी की रौनक बढ़ जाएगी बल्कि अंधेरे का खौफ़ भी दिल से निकल जाएगा जो कि महिलाओं, बुजुर्गों, बच्चों के लिए जरूरी है।