नीलम सिंह चौहान, ख़बरीमीडिया
नोएडा के ज्यादातर अपार्टमेंट्स में इन दिनों कुछ ना कुछ मैटर को लेकर बवाल चल रहा है। कभी बिजली, कभी पानी तो कभी कुछ और मुद्दे। लेकिन इन दिनों सिंगल टू मल्टी पॉइंट कनेक्शन सबसे ज्यादा सुर्खियों में है। कई सोसायटी में कनेक्शन लगने शुरू हो गए हैं। वहीं कई सोसायटी में विरोध की वजह से ये सफल नहीं हो पा रहा है। सवाल यही है कि क्या PVNL की इस पहल से सोसायटी के लोगों को फायदा मिल रहा है।
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रेजिडेंट्स को फायदा या नुकसान ?
नोएडा की सबसे बड़ी सोसाइटी में शुमार सेक्टर सेक्टर 74 स्थित सुपरटेक केपटाउन(Supertech Capetown) सोसाइटी में भी मल्टी पॉइंट कनेक्शंस का काम लगभग पूरा हो चुका है। मामला इलाहाबाद हाईकोर्ट में है इसके बाद भी इस काम में बड़ी तेजी से कार्यवाही हुई और रेडियस कंपनी के द्वारा पीवीपीएनएल सभी फ्लैटों में मल्टी पॉइंट कनेक्शंस लगाने में लगभग कामयाब रहा। लेकिन अब आम रेजिडेंट्स इस कनेक्शंस के लग जाने के बाद से परेशान है क्योंकि उसे समझ नहीं आ रहा है की नई कनेक्शंस लगने के बाद अब आगे क्या किया जाए?
समस्या का निकला समाधान ?
सोसाइटी में पीवीवीएनएल की ओर से रेडियस की एक स्पेशल टीम बिठाई गई जिसके दो मेंबर क्लब वन में आम लोगों को जानकारी देते नजर आए। लेकिन करीब 5000 फ्लैट्स की कैपेसिटी वाली इस सोसाइटी में दो लोगों का स्ट्रैंथ मामूली साबित हो रहा है। लोग कतार में लगकर एक-एक कर रेजिडेंट्स, कर्मचारी प्रवीण कुमार से मिल रहे हैं और अपनी समस्या का समाधान करवा रहे हैं। लेकिन परेशानी इस बात की है की रेडियस की मदद के बाद भी यह नाकाफी साबित हो रही है।
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सबसे बड़ी परेशानी इस बात की है कि कई लोगों की मीटर बिना उनकी जानकारी के बदल दिया गया है। और अब जो बैलेंस है वह माइनस में शो हो रहा है। सोसाइटी में रहने वाले ज्यादातर रेजिडेंट्स का बैलेंस माइनस 2000 से अधिक दिख रहा है
गलीन्यूज़ में छपी ख़बर के मुताबिक जब उन्होंने पीवीवीएनएल के एसडीओ राम मूर्ति वर्मा से बात की तो उनकी ओर से कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिला। राममूर्ति वर्मा ने कहा कि जिस तारीख से मीटर लगा है उस तारीख से बिजली का कैलकुलेशन किया गया है। लेकिन यह पूछे जाने पर की किसी फ्लैट में किस तारीख को मीटर लगा है इसकी उन्होंने कोई संतोषजनक जवाब नहीं दिया।
सबसे बड़े परेशानी इस बात की है कि कई लोगों ने नए मीटर को रिचार्ज किया है उसके बावजूद भी उनका बैलेंस अपडेट नहीं हुआ ऐसे में वह रेडियस और पीवीवीएनएल के बीच चक्कर काटते दिखाई दे रहे हैं।