ग्रेटर नोएडा वेस्ट की सोसायटी सुपरटेक इकोविलेज-1 में इन दिनों बहुत कुछ अच्छा नहीं चल रहा है। स्थानीय लोग मैनेजमेंट से खफ़ा बताए जा रहे हैं। आरोप है कि बिजली इन्फ्रास्ट्रक्चर की हालत खस्ता है जबकि फ्लैट बायर्स ने सालों पहले इन्फ्रास्ट्रक्चर के लिए पैसा दे दिया है पर आज 12 साल बाद भी बिजली इन्फ्रास्ट्रक्चर की हालत यहां दयनीय है।
ये भी पढ़ें: जमीन आवंटन रद्द करेगी अथॉरिटी, अब आपकी सोसाइटी का क्या होगा?
निवासियों का आरोप है कि बुनियादी समस्याएं सालों से लंबित पड़ी हुई हैं। चाहे वो लिफ्ट हो, क्लब हो, पूल हो,फायर हो,हार्टिकल्चर हो,बेसमेंट हो,ड्रेनेज सिस्टम हो,एसटीपी हो या रख रखाव से संबंधित समस्या, हर तरफ कुव्यवस्था का आलम है। मैनेजमेंट जानकर भी अनजान बना हुआ है।
इस बाबत यहां के निवासियों ने पिछले एक साल से बिल्डर के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है। इसी संदर्भ में निवासियों द्वारा प्राधिकरण,पुलिस प्रशासन,एनपीसीएल,विधुत नियामक बोर्ड,विधुत सुरक्षा, जन प्रतिनिधि एवम तमाम सरकारी विभागों में लिखित शिकायत पत्र दी गई है और उसपर फॉलोअप भी किया जा रहा है।
ये भी पढ़ें: इस दिन जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट से उड़ेगी पहली फ्लाइट!
इसी क्रम में कुछ दिनों पहले प्राधिकरण के दफ्तर में निवासियों की मीटिंग हुई जिस पर संज्ञान लेते हुए प्राधिकरण ने बिल्डर को नोटिस भी दिया है।
यहां के निवासी संजय शर्मा का कहना है की बिल्डर के खिलाफ धोखाधड़ी के तमाम सबूत हैं। सुपरटेक 4300 किलोवाट बिजली भार खरीदकर करीब 13500 किलोवाट का पैसा फ्लैट बायर्स से वसूल रही है। 1 किलोवाट बिजली भार बढ़ाने के एवज में 29500 रुपया वसूलती है जबकि सरकारी दर 110/- है। कूपन चार्जेस और कई तरह के अवैध वसूली में बिल्डर लिप्त है जिससे निवासियों में बेशुमार नाराजगी है।बिल्डर के खिलाफ FIR का दवाब भी बनाया जा रहा है इसके लिए हम लोग निवासियों के स्वीकृति के लिए हस्ताक्षर अभियान भी लगातार चला रहे हैं ताकि सबकी सहमति से एकजुट होकर लीगल कार्यवाही भी की जा सके।
सभी सरकारी विभागों में अर्जी लगाने के बाद निवासी अब महाप्रोटेस्ट की तैयारी में हैं ताकि अब तत्काल समस्या का निवारण हो। अब बिल्डर की कुव्यवस्था पर फ्लैट बायर्स आर पार की तैयारी में हैं।