ग्रेटर नोएडा वेस्ट की सोसायटी सुपरटेक इकोविलेज-1 में निवासी अपनी मांगों को लेकर अपनी आवाज़ बुलंद कर रहे हैं लेकिन कहीं से भी सुनवाई होती नहीं दिख रही है।
शुक्रवार दिनांक 05.05.2023 को ईको विलेज 1 की समस्याओं को लेकर निवासियों द्वारा लिखित शिकायत पर ACP, सेंट्रल ने संज्ञान लेते हुए बिल्डर प्रतिनिधि के साथ यहां रह रहे फ्लैट बायर्स के साथ मीटिंग कराई थी जिसमे विधायक प्रतिनिधि दीपक यादव भी मौजूद थे। लेकिन बिल्डर द्वारा सही तथ्यों पर बात न करने के वजह से मीटिंग बिना किसी निर्णय के समाप्त हो गई। निवासियों द्वारा उठाई गई समस्या जैसे बिजली इन्फ्रास्ट्रक्चर को पूरा करना जिसके पैसे बिल्डर ने बायर्स से पहले ही ले लिए है,अभी तक पूरा नहीं हुआ है जो NPCL की ऑडिट रिपोर्ट कहती है।
निवासियों का कहना है की 1 किलोवाट लोड बढ़ाने के एवज में 29500 चार्ज किया जा रहा है जो नए इन्फ्रास्ट्रक्चर बनाने की दर से भी ज्यादा है। नए लोड के लिए सरकारी दर 110/- प्रति किलोवाट होना चाहिए लेकिन इस शुल्क को दरकिनार किया जा रहा है।
निवासियों का आरोप है कि बिल्डर ने 12 साल बाद भी कई टावरों में लिफ्ट, फायर अलार्म सिस्टम नहीं दिया है। क्लब,स्विमिंग पूल की हालत भी बहुत अच्छी नहीं है। बेसमेंट की हालत नर्क के समान है। जगह जगह सीवर का पानी,कूड़ा,मलवा चारों तरफ फैला है। नए STP का निर्माण सालों से अटका है फिर भी फ्लैट बायर्स पूरा मेंटेनेंस दे रहे हैं जबकि सुविधा अधूरी मिल रही है।
निवासियों का कहना है की 2010 में बुक किए गए फ्लैट का पजेशन 2012 में बिल्डर को फ्लैट और पार्किंग तैयार करके देना था लेकिन बिल्डर पार्किंग अभी तक पूरी तरीके से तैयार नहीं कर पाई है और मनमाने तरीके से पार्किंग की दर पांच लाख कर दी जबकि वो 2012 के रेट से होना चाहिए। किराए पर रहते हुए घर बुक कराने वाले निवासी को 10 साल से ज्यादा किराए पर रहना पड़ा और अब बिल्डर को भी पांच लाख पार्किंग के लिए कहां से देंगे।
निवासी अब आर पार की मुद्रा में हैं। जिसके लिए निवासियों का हस्ताक्षर अभियान चल रहा है। जरूरत पड़ने पर निवासी कोर्ट का भी रास्ता खटखटाने को तैयार हैं। निवासियों को प्राधिकरण और प्रशासन से भी काफी उम्मीदें हैं पर यहां व्याप्त कुव्यवस्था पर किसी का ध्यान नहीं जा रहा है। इसी संदर्भ में विगत दिनों श्रीमान तेजपाल नागर जी से निवासियों का एक प्रतिनिधि मंडल मिला था और उसपर माननीय विधायक जी ने भरोसा दिया है की समस्याओं का हल होगा जिसपर निवासियों की उम्मीदें टिकी हैं।