हेल्दी लाइफ के लिए योग करना बहुत आवश्यक है. योग शरीर में ऊर्जा का संचार करता है और इसे स्वस्थ रखने में मदद करता है. योग के इसी महत्त्व को समझाने के लिए देश और दुनिया में 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस (International yoga day) मनाया जाता है.
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21 जून को सुपरटेक इकोविलेज-1 में ख़ास कार्यक्रम
🪷 अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस 21 जून 2023🪷 🪷🙏 योग शिविर, एकोविलेज1🙏🪷 प्रिय इकोविलेज 1 निवासीयों। ये सुचित करते हुए गर्व हो रहा है कि, अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर बिगत वर्ष कि तरह इस साल भी EV1 में योग शिविर का आयोजन किया जा रहा है।
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योग शिविर कार्यक्रम का संचालन, अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त योग शिक्षक श्री संजय डडवाल जी के द्वारा किया जाएगा, जिसमें वे योग के विभिन्न आसनों का अभ्यास कराएंगे। हमारे लिए सौभाग्य की बात है, कि श्री संजय डडवाल जी हमारे इकोविलेज 1, B8 टॉवर के निवासी है। श्री संजय डडवाल जी एक सत्यनिष्ठ धार्मिक व्यक्ति हैं और इस्कॉन (ISKCON) द्वारका से जुड़े हुए हैं। उनके सहयोग से कुछ माह पहले एकोविलेज 1 सोसाइटी में श्रीमद् भागवत कथा का 3 दिवसीय कार्यक्रम आयोजित हुआ था। अत: इकोविलेज १ के सभी सम्मानित निवासीयों, महिलाओं एवं बच्चों से निवेदन है कि भारी संख्या में उपस्थित होकर, योग शिविर का लाभ उठाएं।
योग शिविर कार्यक्रम की रूप रेखा:- योगा शिक्षक:- श्री संजय डडवाल जी स्थान:- EV1 पोडियम प्ले एरिया B14 टॉवर के पास। दिन:- 21 जून 2023 (बुधवार) समय:- सुबह 0600 से 0700 बजे तक। 🪷🪷🪷🪷🪷🪷🪷🪷🪷🪷🪷🪷 🧎🏻♀️🧎♂️🏃♀️🏃♂️🧎🏻♀️🧎♂️🏃♀️🏃♂️🧎🏻♀️🧎♂️🏃♀️🏃♂️ 🪷🪷🪷🪷🪷🪷🪷🪷🪷🪷🪷🪷
इस तरह हुई अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की शुरुआत
इंटरनेशनल योगा डे को मनाने के लिए भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 27 सितंबर 2014 को संयुक्त राष्ट्र संघ की बैठक में एक प्रस्ताव रखा था. जिसमें वर्ष में किसी एक दिन को योग के नाम करने की बात कही गयी थी. प्रधानमंत्री के प्रस्ताव को संयुक्त राष्ट्र महासभा ने स्वीकार कर लिया था. प्रस्ताव पारित होने के साथ ही हर साल 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के रूप में मनाने की घोषणा कर दी गयी थी. जिसके बाद 21 जून 2015 को दुनिया भर में पहला अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाया गया था. जिसका नेतृत्व भारत के द्वारा किया गया था. इस दिन 35 हजार से ज्यादा लोगों ने दिल्ली के राजपथ पर योगासन किया था, जिसमें 84 देशों के प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया था. इस इवेंट को गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज किया गया था.
दरअसल योग सदियों से ही भारतीय संस्कृति का खास हिस्सा रहा है और इसको आरोग्य का प्रभावी साधन माना गया है. भारत की पहल पर योग की ताकत को समझते हुए दुनिया भर में योग को महत्व दिया जाता है. इसी के चलते संयुक्त राष्ट्र ने 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के रूप में घोषित किया.
अंतरराष्ट्रीय योग दिवस 21 जून को ही क्यों मनाया जाता है?
इंटरनेशनल योगा डे को 21 जून को मनाने की वजह बहुत खास है. दरअसल ये दिन उत्तरी गोलार्द्ध का सबसे लंबा दिन होता है. इसे लोग ग्रीष्म संक्रांति भी कहते हैं और भारतीय परंपरा के मुताबिक, ग्रीष्म संक्रांति के बाद सूर्य दक्षिणायन होता है. इस दिन सूर्य की किरणें सबसे ज्यादा देर तक धरती पर मौजूद रहती हैं. जिसको प्रतीकात्मक रूप से स्वास्थ्य और जीवन से जोड़कर देखा जाता है. इसीलिए इस दिन को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के रूप में मनाया जाता है.
क्या है अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाने का उद्देश्य?
अंतरराष्ट्रीय योग दिवस का मुख्य उद्देश्य लोगों में योगाभ्यास के प्रति जागरुकता पैदा करना है. जिससे लोग नियमित रूप से योगाभ्यास करने का समय निकाल सकें. दरअसल आजकल की लाइफ स्टाइल में शारीरिक गतिविधियों में कमी की वजह से ज्यादातर लोगों को शुगर, ब्लड प्रेशर और कई और तरह की गंभीर बीमारियां हो रही हैं. जिससे निजात पाने और खुद को स्वस्थ रखने के लिए योग एक बेहतर माध्यम हो सकता है.
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