Odisha से मिट्टी और अमेरिका से बीज मंगवाकर इस सोसाइटी में युवक करता था यह काम, जानकर हो जाएंगे हैरान
Greater Noida West: ग्रेटर नोएडा वेस्ट की एक सोसाइटी से बड़ी और हैरान कर देने वाली खबर सामने आ रही है। आपको बता दें कि पार्श्वनाथ पैनोरमा सोसायटी (Parshvanath Panorama Society) में गांजे (Ganja) की खेती करने वाले आरोपी के मोबाइल फोन से कई हैरान कर देने वाली जानकारी मिली है। डार्क वेब पर 100 से ज्यादा लोगों से बातचीत की थी, जिसमें तमाम तरह की नशीले पदार्थों के बारे में जानकारी मिली है। यहां तक कि कोविड (COVID) के समय में रेस्तरां बंद होने के बाद वह डिप्रेशन में चला गया था और खेती करने से पहले खुद प्रयोग करने के लिए डार्क वेब (Dark Web) से गांजा मंगवाता था। उसने गांजे की कीमत और मार्किट में डिमांड को देखते हुए खेती करने का निर्णय लिया। पुलिस की जांच में पता चला कि उसने अपनी पत्नी को ऑर्गेनिक खेती (Organic Farming) करने के बारे में समझाया था। यहां तक की पुलिस के पकड़े जाने के बाद भी उसने पत्नी को जानकारी देने से मना कर दिया और सिर्फ अपने दोस्त को पकड़े जाने की जानकारी दी।
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ओडिशा से मंगाया था मिट्टी
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार आरोपी राहुल चौधरी ने गांजे की खेती करने के लिए मिट्टी ओडिशा से मंगवाता था। गांजे की खेती के लिए भुरभुरी, दोमट, या बलुई मिट्टी में बरसात के मौसम में खेती होती है। इसके कारण उसने फ्लैट का तापमान उसी हिसाब से सेट किया था। बीज को अमेरिका की कैलिफोर्निया (California) से ऑनलाइन खरीदा था। पुलिस आरोपी को रिमांड पर लेकर इसको भी लेकर सवाल करेगी। अभी तक की जांच में पता चला है कि अच्छी गुणवत्ता का गांजा उत्पादित करने के लिए विभिन्न रसायन और खेती करने के लिए प्रयुक्त खाद और दूसरे उपकरण भी ऑनलाइन मंगवाए गए थे।
100 से ज्यादा लोगों के संपर्क में था
फ्लैट में गांजे की खेती कर माल सप्लाई करने के मामले में डार्क वेब का युवक प्रयोग करता था। केवल 14 लोगों को ही डार्क वेब के माध्यम से नशे का सामान पहुंचाया जाता था। हालांकि चैटिंग 100 से ज्यादा लोगों से की थी।
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विशेषज्ञों का सहारा लेगी पुलिस
अब इस मामले में आईटी के एक्सपर्ट यह पता लगाएंगे कि डार्क वेब के माध्यम से गांजे की सप्लाई किन-किन लोगों के पास भेजी जा रही थी। इससे कितने लोग जुड़े हैं। साथ ही ग्रेनो में कितने लोग तस्करी का काम कर रहे हैं। पुलिस का शक है कि दिल्ली-एनसीआर के शिक्षण संस्थानों में पढ़ने वाले छात्रों को भी गांजे की सप्लाई की जाती थी।
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शुरुआत में चार पौधे लगाकर गांजा तैयार किया
पुलिस की जांच में पता चला है कि कोविड के दौरान आरोपी का जगत फार्म स्थित रेस्तरां बंद हो गया था। इसके कारण आरोपी 6 महीने तक डिप्रेशन में रहा। इसी दौरान उसने तमाम तरह का नशा करने लगा। डार्क वेब से ही गांजा समेत तमाम नशीले पदार्थ मांगता था। इसके बाद उसने सोशल मीडिया के जरिए से भी गंजा की खेती के बारे में जानकारी एकत्र की थी। शुरुआत में चार पौधे लगाकर गांजा तैयार किया और उसका खुद नहीं सेवन किया। इसमें सफलता मिलने के बाद उसने फ्लैट के अंदर गांजे की खेती करने लगा।