Sharda Sihna Death: ‘पद्म भूषण’ से सम्मानित बिहार की लोक गायिका शारदा सिन्हा (Sharda Sinha) का निधन हो गया। 72 वर्षीय शारदा सिन्हा ने दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) में अंतिम सांस ली। शारदा सिन्हा लंबे समय से बीमार चल रही थी। जिसके बाद उन्हें दिल्ली के AIIMS में भर्ती कराया था। लोक गायिका शारदा सिन्हा वेंटिलेटेर (Ventilator) पर थीं। मंगलवार (5 नवंबर) की रात करीब 9.20 बजे उनके निधन की खबर सामने आई। उनके निधन की वजह रिफ्रैक्टरी शॉक (Refractory Shock) बताया जा रहा है।
दिवंगत शारदा सिन्हा के बेटे अंशुमन सिन्हा (Anshuman Sinha) ने मां शारदा सिन्हा के ही सोशल मीडिया अकाउंट X पर पोस्ट करते हुए उनके निधन की जानकारी दी। शारदा सिन्हा की एक तस्वीर शेयर करते हुए लिखा, आप सब की प्रार्थना और प्यार हमेशा मां के साथ रहेंगे। मां को छठी मईया ने अपने पास बुला लिया है। मां अब शारीरिक रूप में हम सब के बीच नहीं रहीं।
बता दें कि पहले शारदा सिन्हा के बेटे अंशुमन ने अपने यूट्यूब चैनल पर मां की तबीयत के बारे में बताया था। उन्होंने कहा था कि वे वेंटिलेटर सपोर्ट पर हैं। अंशुमन ने फैंस से शारदा सिंह के लिए दुआएं करने की भी अपील की थी।
वहीं, उनके निधन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime MInister Narendra Modi) ने शोक जाहिर किया है। उन्होंने दिवंगत सिंगर के साथ एक तस्वीर शेयर करते हुए पोस्ट किया है। पीएम मोदी ने लिखा, सुप्रसिद्ध लोक गायिका शारदा सिन्हा जी के निधन से अत्यंत दुःख हुआ है। उनके गाए मैथिली और भोजपुरी के लोकगीत पिछले कई दशकों से बेहद लोकप्रिय रहे हैं। आस्था के महापर्व छठ से जुड़े उनके सुमधुर गीतों की गूंज भी सदैव बनी रहेगी। उनका जाना संगीत जगत के लिए एक अपूरणीय क्षति है। शोक की इस घड़ी में मेरी संवेदनाएं उनके परिजनों और प्रशंसकों के साथ हैं। ओम शांति!
बता दें कि इसी साल 21 सितंबर को शारदा सिन्हा के पति ब्रज किशोर (Braj Kishor) का 80 साल की उम्र में ब्रेम हैमरेज से निधन हो गया था। बेटे अंशुमन ने बताया कि मां शारदा सिन्हा को पापा के गुजर जाने का गहरा सदमा लगा था। उसके बाद से उनकी हालत काफी बिगड़ती चली गई।
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1 अक्टूबर, 1952 को बिहार के सुपौल जिले में जन्मीं शारदा सिन्हा (Sharda Sinha) ‘बिहार कोकिला’ नाम से प्रसिद्ध थीं। हिंदी, मैथली, भोजपुरी, बज्जिका सहित अन्य भाषाओं में उन्हें कई सदाबहार गीत गए है। जिसकी वजह से उन्हें भारत सरकार की ओर से पद्मश्री व पद्मभूषण से सम्मानित किया गया था। शारदा सिन्हा को बचपन से ही उनके घर में संगीत का माहौल था। उनकी शादी बेगूसराय जिले के सिहमा गांव में हुई, जहां उन्हें मैथिली लोकगीत सुनने का मौका मिला। उन्हें छठ मईया पर कई गीत गए है, जो आज भी छठ पर्व का सुने जाते है। उन्होंने OTT सीरीज ‘महारानी सीजन-2’ के गाने निर्मोहिया को अपनी आवाज दी थी। शारदा सिन्हा ने 1989 में आई सलमान खान और भाग्यश्री स्टारर सुपरहिट फिल्म ‘मैंने प्यार किया’ में एक गाना ‘कहे तोसे सजना’ भी गाया था जो काफी पॉपुलर हुआ था।