देश में कोरोना(CORONA) की रफ्तार एक बार फिर से बढ़ने लगी है। सबसे ज्यादा छोटे बच्चों के पैरेंट्स खौफ में है। ऐसे में सरकार की तरफ से एक अच्छी खबर सामने आई है। सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (Serum Institute of India) की कोरोना वैक्सीन को DCGI ने मंजूरी दे दी है।
DCGI ने 5-12 साल के बच्चों को Corbevax और 6-12 साल के बच्चों को Covaxin टीके के आपातकालीन इस्तेमाल की मंजूरी दे दी है। इससे पहले सरकार ने 12—17 साल के बच्चों को मंजूरी दी थी।
क्या कहते हैं एक्सपर्ट
ऐसे में अगर बच्चे को कोरोना वायरस होता भी है तो भी माता-पिता को इसके लिए घबराने की कोई जरूरत नहीं है, क्योंकि बच्चों में कोरोना के लक्षण काफी माइल्ड है और समय पर इलाज करवाने से बच्चे जल्दी ठीक भी हो रहे हैं. हालांकि इन लक्षणों की समय रहते पहचान जरूरी है.
12 से 15 साल के बच्चों को कब लगी वैक्सीन
इससे पहले 12 से 15 साल तक के बच्चों को मार्च के महीने में कोविड से बचाव के लिए वैक्सीन लगाने का अभियान चलाया गया था. अब ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DCGI) ने 6 से 12 साल के बच्चों को कोवैक्सिन लगाने का फैसला लिया है.
बच्चों में कोरोना के XE वेरिएंट के लक्षण
XE वेरिएंट को कोविड -19 के पिछले वेरिएंट्स की तुलना में ज्यादा संक्रामक माना जा रहा है. ऐसे में जरूरी है कि बच्चों को इस नए वेरिएंट के संक्रमण से बचाकर रखा जाए. बच्चों में ये लक्षण दिखते ही तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें-बुखार
– नाक बहना
– गले में दर्द
– शरीर में दर्द
– सूखी खांसी
– उल्टी आना
बच्चों को कोरोना से कैसे बचाएं?
कोविड 19 से बचने के लिए बच्चों में साफ-सफाई का पूरा ध्यान रखें. उनमें नियमित रूप से हाथ साबुन और पानी से अच्छे से धोने की आदत डालें. बच्चों को बाहर कम निकलने दें और संक्रमित व्यक्ति के करीब बिल्कुल ना जाने दें. शरीर की इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए सही खानपान का ध्यान रखें. अगर बच्चा वैक्सीनेशन के योग्य है, तो जल्द से जल्द वैक्सीन लगवाएं।
READ: Serum Institute- Corona Vaccine- covovax-Covaxin-DCGI, khabrimedia, Latest News