ग्रेटर नोएडा वेस्ट में रहने वाले लोगों के लिए बड़ी खुशख़बरी है। प्राधिकरण ने 20,348 फ्लैटों की रजिस्ट्री का रास्ता साफ कर दिया है। इसका मतलब फ्लैट खरीदारों को उनका मालिकाना हक मिल जाएगा। अप्रैल में प्राधिकरण बिल्डरों को oc/cc प्रमाणपत्र जारी करेगा। इसके बाद बिल्डर रजिस्ट्री शुरू करा सकेगा। इस खबर से फ्लैट खरीदारों में खुशी का माहौल है वहीं दूसरी तरफ प्राधिकरण को भी कई हजार करोड़ रुपये राजस्व के रूप में मिलेंगे।
वहीं जिन बिल्डरों ने 31 मार्च तक पॉलिसी के तहत आवेदन नहीं किया है, उनकी सूची बनाकर प्राधिकरण आवंटन निरस्त करके भूखंड को जब्त करने की योजना बना रहा है।
दरअसल, ग्रेनो प्राधिकरण क्षेत्र में 197 बिल्डर परियोजनाएं हैं। इनमें से 135 पर प्राधिकरण के करीब 15 हजार करोड़ रुपये बकाया थे, कुछ बिल्डरों ने प्राधिरकण का पैसा जमा कराना शुरू कर दिया था। कोर्ट के आदेश के बाद प्राधिकरण ने 107 बिल्डरों को री-शेड्यूलमेंट पॉलिसी में आवेदन करने के लिए नोटिस भेजा था।
इनमें से निराला के तीन प्रोजेक्ट, महालक्ष्मी, यमुना बिल्डटेक, स्टार सिटी, आईआईटीएल निबंस, समृद्धि समेत 11 बिल्डरों ने आवेदन करते हुए 10 फीसदी राशि जमा करा दी थी। इसमें सुपरटेक बिल्डर का नाम कहीं भी नहीं है।
अब 31 मार्च से पहले 10 फीसदी राशि और जमा कराई जाएगी। इसके बाद प्राधिकरण की ओर से बिल्डरों को OC/CC जारी कर दिए जाएंगे और खरीदार रजिस्ट्री कर सकेंगे। ऐसा होने पर 11 बिल्डरों के 20,348 खरीदारों का करीब डेढ़ दशक बाद घर पर मालिकाना हक का सपना पूरा होगा। वहीं 50 हजार से ज्यादा फ्लैट खरीदार कि निगाहें उनके बिल्डर पर जाकर टिक गई है। जिसमें सुपरटेक के तीनों प्रोजेक्ट के फ्लैट खरीदार शामिल हैं।