Greater नोएडा में करोड़ों की लागत से बनी टंकी का सच पढ़िए..पानी संकट की वजह जान जाएंगे

ग्रेटर नोएडा- वेस्ट दिल्ली NCR नोएडा
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Greater Nodia News: ग्रेटर नोएडा में करोड़ों की लागत से बनी पानी की टंकी बनने के बाद भी लोगों को पानी की समस्या का सामना करना पड़ रहा है। आपको बता दें कि ग्रेटर नोएडा (Greater Nodia) के सेक्टरों में पानी की सप्लाई ठीक से न होने के कारण सेक्टरवासी काफी परेशान हैं। आए दिन सेक्टरों में पानी की पाइप फटने या लो प्रेशर (Low Pressure) की समस्या आती रहती है और पानी की भी बर्बादी होती रहती है।

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ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण (Greater Noida Authority) ने पानी सप्लाई को ठीक करने के लिए सेक्टर सिग्मा-2 में पानी की टंकी और ओमीक्रॉन-1ए में हजारों लीटर पानी की क्षमता वाले अंडरग्राउंड रिजरवायर (UGR) का करोड़ों रुपये की लागत से बनवाया है। टंकी और यूजीआर को बने हुए कई साल हो रहे हैं लेकिन ये आज तक शुरू नहीं हो पाए हैं। अब सिर्फ शोपीस बने हुए हैं। ग्रेनो प्राधिकरण के अधिकारी और जल विभाग इस समस्या से अनजान हैं।

25 हजार लीटर की है पानी की टंकी फिर भी…

ग्रेटर नोएडा के सेक्टर सिग्मा-2 (SIGMA-2) में प्राधिकरण ने 2019 में 25 हजार लीटर पानी की टंकी बनवाने का काम शुरु करवाया था। फेडरेशन ऑफ आरडब्ल्यूए के महासचिव दीपक भाटी ने कहा कि यह टंकी 2022 में बन गई थी। अब इसे बने हुए 2 साल बीत चुके हैं, लेकिन आज तक शुरू नहीं हो सकी हैं। आसपास के सेक्टरों में रोजाना पानी के कम प्रेशर की समस्या होती है,लेकिन अधिकारी इन समस्या से अनजान बने हुए हैं।

देवेन्द्र टाइगर, अध्यक्ष, फेडरेशन ऑफ़ आरडब्ल्यूए ग्रेनो ने कहा कि शहर में पानी की सप्लाई बहुत ही खराब स्थिति में है। आए दिन पानी पाइप लाइन में लीकेज और लो प्रेशर जैसी समस्या सामने आती रहती है। शिकायतों के बाद भी अधिकारी ध्यान नहीं देते। सेक्टरों से रोजाना शिकायत आती है, लेकिन संज्ञान लेने वाले अधिकारी चुप्पी साधकर बैठे हैं।

सुरक्षा गार्ड करता है यूजीआर की रखवाली

सेक्टर ओमीक्रॉन-1 ए के आरडब्ल्यूए अध्यक्ष सुभाष भाटी ने कहा कि ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने गंगाजल सप्लाई की व्यवस्था करने के लिए परिसर में करोड़ों की लागत से यूजीआर प्लॉट बनवाया है। लाखों रुपये की लागत से बने यूजीआर प्लांट के संचालन का शुभ मुहूर्त सेक्टर के बसने के बाद भी नहीं हो पा रहा है। इस प्लांट की पानी की क्षमता 16 लाख लीटर है, लेकिन प्राधिकरण के जिम्मेदार इसका संचालन करना ही भूल गए हैं। वहीं अधिकारी शहर में गंगाजल सप्लाई शुरू करने के दावे कर रहे हैं। यूजीआर की सुरक्षा के लिए गार्ड तैनात है।

पानी की पाइपलाइन बदहाल

ग्रेनो के विभिन्न सेक्टरों में पानी सप्लाई की पाइपलाइन भी बदहाल है। साथ ही पंप हाउस में रखरखाव बेहतर तरीके से न होने से आए दिन परेशानी होती रहती है। सेक्टरों में पानी की पाइप पुरानी होने के कारण पंप हाउस से तेज प्रेशर में पानी आने से लीकेज की समस्या हो जाती है। इस वजह से घरों में पानी की सप्लाई बाधित होने के बाद ही हजारों लीटर पानी सड़क व नालियों में बर्बाद हो जाता है।