Read the first news which calls Makhanlal Journalism University a defaulter

माखनलाल पत्रकारिता विश्वविद्यालय को डिफॉल्टर बताने वाले पहले ख़बर पढ़ लीजिए

TV
Spread the love

यूजीसी द्वारा भोपाल के माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय को डिफॉल्टर बताने वालों के लिए ये ख़बर मुंहतोड़ जवाब है। पत्रकारिता जगत में माखनलाल यूनिवर्सिटी के छात्रों ने जो झंडा बुलंद किया है वो हमेशा ही कायम रहेगा। इसी का नतीजा है कि इंडिया टुडे और द वीक एवं हंसा 2024 द्वारा माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय देश के बेस्ट कॉलेज के लिए किए गए सर्वे में विश्वविद्यालय ने टॉप-10 में अपनी जगह बनाई है।

आपको बता दें कि पिछले साल 2023 में इंडिया टुडे के सर्वे में एमसीयू 11वें स्थान पर था। इस बार एक पायदान ऊपर आकर टॉप टेन में शामिल हो गया है। पत्रकारिता विश्वविद्यालय मध्यप्रदेश का एक मात्र विश्वविद्यालय है जिसने दोनों सर्वे में टॉप टेन की सूची में अपना स्थान बनाया है।

विश्वविद्यालय के कुलगुरु प्रो.(डॉ.) के. जी.सुरेश ने इस बड़ी उपलब्धि पर खुशी जताते हुए इसका श्रेय एमसीयू के शिक्षकों, अधिकारियों, कर्मचारियों एवं विद्यार्थियों को दिया है। प्रो. सुरेश ने कहा कि यह बहुत गर्व की बात है कि हमारे विश्वविद्यालय ने देश के दस सबसे सर्वोत्तम कॉलेज की सूची में टॉप टेन में अपनी जगह बनाई है। आपको बता दें कि एमसीयू इससे पहले भी द वीक की सूची में भी टॉप टेन में अपनी जगह बना चुका है। गौरतलब है कि इस साल पहली बार विश्वविद्यालय को मुंबई में आयोजित भव्य कार्यक्रम में एजुटेनमेंट अवार्ड, विश्वविद्यालय के कुलगुरु को प्रो.(डॉ.) सुरेश को उनके उल्लेखनीय योगदान के लिए भी सम्मानित किया जा चुका है। वहीं एनएमटी विभाग को भी समारोह में पुरुस्कार प्रदान किया गया है।

आपको बता दें कि एमसीयू राष्ट्रीय शिक्षा नीति को देश में सबसे पहले लागू करने वाले विश्वविद्यालयों में शामिल है। इसके अलावा विश्वविद्यालय में दो नए विभाग सिनेमा अध्ययन विभाग एवं भारतीय भाषा विभाग की भी स्थापना की गई है। स्नातक स्तर पर दो नए पाठयक्रम बी.ए. (हिंदी भाषा, प्रौद्योगिकी एवं अनुवाद) एवं बीएससी (मीडिया रिसर्च)भी इस साल शुरु किए गए हैं। पहली बार केंदीय विश्वविद्यालय प्रवेश परीक्षा सीयूईटी के माध्यम से इस वर्ष ऑनलाइन आवेदन आमंत्रित किए गए हैं। इसके साथ ही विश्वविद्यालय इस वर्ष नैक (NAAC) की प्रक्रिया में भी भाग ले रहा है जो कि विश्वविद्यालय के लिए बड़ी उपलब्धि है।