Ratan Tata: देश से मशहूर उद्योगपति और टाटा संस के मानद चेयरमैन रतन नवल टाटा (Ratan Naval Tata) का निधन हो गया। 86 वर्षीय रतन टाटा (Ratan Tata) ने बुधवार रात करीब 11 बजे मुंबई (Mumbai) में अपनी अंतिम सांस ली। वे लंबे समय से बीमार चल रहे थे और मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल (Breach Candy Hospital) की इंटेसिव केयर यूनिट (ICU) में भर्ती थे।
सबसे पहले हर्ष गोयनका ने दी जानकारी
रतन टाटा के निधन की जानकारी सबसे पहले उद्योगपति हर्ष गोयनका (Harsh Goenka) ने दी। उन्होंने रात 11:24 बजे सोशल मीडिया पर लिखा, ‘घड़ी की टिक-टिक बंद हो गई। टाइटन नहीं रहे। रतन टाटा ईमानदारी, नैतिक नेतृत्व और परोपकार के प्रतीक थे। वे हमेशा हमारी यादों में ऊंची उड़ान भरेंगे।’
रात करीब 2 बजे उनका पार्थिव शरीर अस्पताल से उनके घर ले जाया गया। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे (Chief Minister Eknath Shinde) ने कहा कि टाटा का राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा।
उनके रिश्तेदारों ने बताया कि टाटा का पार्थिव शरीर गुरुवार (Thursday) सुबह 10 बजे से शाम 4 बजे तक साउथ मुंबई के नेशनल सेंटर फॉर परफॉर्मिंग आर्ट्स (National Center for Performing Arts) के हॉल में रखा जाएगा। यहां लोग उनका अंतिम दर्शन कर सकेंगे।
2008 में रतन टाटा को भारत का दूसरा सर्वोच्च नागरिक सम्मान पद्म विभूषण दिया गया था। इससे पहले 2000 में उन्हें पद्म भूषण से भी सम्मानित किया गया था।
टाटा ग्रुप का बयान सामने आया
टाटा संस के चेयरमैन एन चंद्रशेखर (N Chandrasekhar) ने इस मौके पर बयान जारी किया है। उन्होंने कहा, ‘हम अत्यंत क्षति की भावना के साथ श्री रतन नवल टाटा को अंतिम विदाई दे रहे हैं। एक असाधारण नेता जिनके अतुलनीय योगदान ने न केवल टाटा समूह को आकार दिया बल्कि हमारे राष्ट्र का मूल ताना-बाना भी बुना। टाटा समूह के लिए, श्री टाटा एक चेयरपर्सन से कहीं अधिक थे। मेरे लिए वह एक गुरु थे, मार्गदर्शक और मित्र भी थे।
मोदी-राहुल और सुंदर पिचाई समेत बिजनेस घरानों ने शोक जताया
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू (President Droupadi Murmu)– भारत ने एक ऐसे आइकॉन को खो दिया है, जिन्होंने कॉरपोरेट ग्रोथ, राष्ट्र निर्माण और नैतिकता के साथ उत्कृष्टता का मिश्रण किया। पद्म विभूषण और पद्म भूषण से सम्मानित रतन टाटा ने टाटा ग्रुप की विरासत को आगे बढ़ाया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi)– टाटा एक दूरदर्शी बिजनेस लीडर, दयालु आत्मा और एक असाधारण इंसान थे। उन्होंने भारत के सबसे पुराने और सबसे प्रतिष्ठित व्यापारिक घरानों में से एक को स्थिर नेतृत्व प्रदान किया। उनका योगदान बोर्ड रूम से कहीं आगे तक गया।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Defense Minister Rajnath Singh)- श्री रतन टाटा के निधन से दुख हुआ। वह भारतीय उद्योग जगत के महान नायक थे जिन्हें हमारी अर्थव्यवस्था, व्यापार और उद्योग में उनके उल्लेखनीय योगदान के लिए जाना जाता है। उनके परिवार, दोस्तों और प्रशंसकों के प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं। उसकी आत्मा को शांति मिले।’
कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Congress Leader Rahul Gandhi)- रतन टाटा दूरदृष्टि वाले व्यक्ति थे। उन्होंने बिजनेस और परोपकार दोनों पर कभी न मिटने वाली छाप छोड़ी है। उनके परिवार और टाटा कम्युनिटी के प्रति मेरी संवेदनाएं हैं।
गौतम अडाणी (Gautam Adani)- भारत ने एक महान और दूरदर्शी व्यक्ति खो दिया है। टाटा ने मॉडर्न इंडिया के पाथ को रिडिफाइन किया। टाटा सिर्फ एक बिजनेस लीडर नहीं थे, उन्होंने करुणा के साथ भारत की भावना को मूर्त रूप दिया।
आनंद महिंद्रा (Anand Mahindra)- मैं रतन टाटा की अनुपस्थिति को स्वीकार नहीं कर पा रहा हूं। श्री टाटा को भुलाया नहीं जा सकेगा। क्योंकि महापुरुष कभी नहीं मरते।