Rajasthan by-election: राजस्थान में आगामी 7 विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव (By-election) को लेकर सियासी पारा चढ़ चुका है। जहां एक तरफ कांग्रेस (Congress) खेमें में मायूसी छाई हुई है। वहीं, भारतीय जनता पार्टी (BJP) में जश्न और उमंग का माहौल है। इसकी प्रमुख वजह हरियाणा चुनावों (Haryana Election’s) में भाजपा (BJP) की ऐतिहासिक जीत मानी जा रही है। इस जीत ने राजस्थान भाजपा (Rajasthan BJP) को अतिरिक्त जोश से भर दिया है, और अब भाजपा (BJP) ने अपने फोकस को इन उपचुनावों पर केंद्रीत कर दिया है।
सबसे ज्यादा चुनौतीपूर्ण मानी जा रही टोंक जिले की देवली-उनियारा विधानसभा (Deoli-Uniara Assembly) सीट पर अब खुद मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा (Chief Minister Bhajanlal Sharma) ने मोर्चा संभाल लिया है। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने इस सीट पर जीत सुनिश्चित करने के लिए भाजपा कार्यकर्ताओं, विधायकों और पूर्व जनप्रतिनिधियों के साथ मैराथन बैठकें की हैं।
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मुख्यमंत्री आवास (Chief Minister House) पर महत्वपूर्ण बैठक मुख्यमंत्री आवास पर हुई इस बैठक में प्रदेशाध्यक्ष मदन राठौड़ (Madan Rathore), जिलाध्यक्ष अजीत सिंह मेहता (Ajit Singh Mehta), विधायक रामसहाय वर्मा (Ram Sahay Verma) सहित कई अन्य प्रमुख नेता और जनप्रतिनिधि मौजूद थे। बैठक में देवली-उनियारा (Deoli-Uniara) सीट को लेकर विस्तार से चर्चा की गई। इसमें महिला पदाधिकारियों की भी बड़ी संख्या मौजूद रही, जो इस बार की तैयारियों में भाजपा के समर्पण को दर्शाता है।
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सीएम भजनलाल (CM Bhajanlal) की सख्त नसीहत बैठक के दौरान मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने पार्टी कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों को स्पष्ट संदेश दिया कि उपचुनावों में जीत का लक्ष्य हर हाल में हासिल करना है। उन्होंने कहा, “विधानसभा उपचुनावों में उम्मीदवार कमल का फूल है और उसकी जीत सुनिश्चित करने के लिए सबको एकजुट होकर काम करना होगा।” उन्होंने पार्टी के अंदर चल रही गुटबाजी और खेमेबंदी पर भी नसीहत दी और कहा कि सभी आपसी मतभेदों को भुलाकर एकजुटता के साथ काम करना होगा, तभी विपक्ष को करारा जवाब दिया जा सकेगा।
मदन राठौड़ ने नाराजगी जाहिर की
भाजपा प्रदेशाध्यक्ष मदन राठौड़ (Madan Rathore) ने सदस्यता अभियान की सुस्ती पर नाराजगी जाहिर की। उन्होंने कहा कि यह अभियान पार्टी के लिए बेहद महत्वपूर्ण है और इसमें अधिक से अधिक लोगों को शामिल किया जाना चाहिए। उन्होंने कार्यकर्ताओं से सदस्यता अभियान में जोश के साथ जुड़ने का आह्वान किया।
देवली-उनियारा में भाजपा की चुनौती
टोंक जिले में भाजपा (BJP) की आंतरिक गुटबाजी जिलाध्यक्ष अजीत सिंह मेहता (Ajit Singh Mehta) के लिए एक बड़ी चुनौती है। पिछली विधानसभा और लोकसभा चुनावों में करारी हार झेलने के बाद यहां के कार्यकर्ताओं में उत्साह की कमी साफ देखी जा रही है। ऐसे में भाजपा (BJP) को एकजुट होकर काम करना होगा, ताकि इस बार देवली-उनियारा सीट पर जीत हासिल की जा सके।
इस बार के उपचुनाव भाजपा (By-election BJP) के लिए अहम साबित हो सकते हैं, क्योंकि पार्टी की रणनीति हरियाणा चुनावों की जीत से प्रेरित है और राजस्थान में अपनी पकड़ मजबूत करने की दिशा में तेजी से काम कर रही है।