Punjab की मान सरकार प्रदेश के विकास के लिए निरंतर प्रयास कर रही है, जिसमें शिक्षा के क्षेत्र को विशेष प्राथमिकता दी जा रही है।
Punjab News: पंजाब की मान सरकार (Mann Government) प्रदेश के विकास के लिए निरंतर प्रयास कर रही है, जिसमें शिक्षा के क्षेत्र को विशेष प्राथमिकता दी जा रही है। सीएम भगवंत मान (CM Bhagwant Mann) प्रदेश के बच्चों के भविष्य को बेहतर बनाने के लिए लगातार अथक प्रयास कर रहे हैं। इसी कड़ी में पंजाब के स्कूल शिक्षा मंत्री हरजोत सिंह बैंस (Minister Harjot Singh Bains) ने दक्षिण कोरिया के यूनेस्को फोरम (UNESCO Forum) में भारत का प्रतिनिधित्व करते हुए राज्य के शिक्षा मॉडल का प्रस्तुत किया और इसे वैश्विक चुनौतियों का समाधान बताया। उन्होंने राज्य सरकार द्वारा शिक्षा में किए जा रहे अभूतपूर्व बदलावों को साझा किया। पढ़िए पूरी खबर…
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अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन में संबोधित करते हुए, मंत्री हरजोत सिंह बैंस (Minister Harjot Singh Bains) ने बताया कि पंजाब सरकार ने शिक्षा के क्षेत्र में एक महत्वाकांक्षी बुनियादी ढांचा विकास मिशन शुरू किया है। इसमें नए कक्षाओं का निर्माण, स्कूलों की सुरक्षा के लिए चारदीवारी का निर्माण, छात्रों को बस सेवाएं प्रदान करना, स्कूलों में वाई-फाई की सुविधा देना और सुरक्षा गार्ड तैनात करने जैसे कदम शामिल हैं। ये सभी उपाय शैक्षिक वातावरण को सुरक्षित और तकनीकी रूप से उन्नत बनाने के उद्देश्य से उठाए गए हैं।
कैबिनेट मंत्री हरजोत सिंह बैंस (Minister Harjot Singh Bains) ने कहा कि पंजाब की शैक्षिक रणनीति का मुख्य फोकस शिक्षक सशक्तिकरण और वैश्विक शिक्षा पर है। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार ने व्यापक शिक्षक प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू किए हैं, जिसके तहत शिक्षकों को प्रमुख वैश्विक संस्थानों में भेजा गया है। प्रिंसिपल्स को सिंगापुर प्रिंसिपल्स अकादमी में प्रशिक्षित किया गया है, जबकि प्राथमिक शिक्षकों को फिनलैंड के शिक्षा मॉडल में प्रशिक्षण प्राप्त हुआ है, जिससे पंजाब के स्कूलों में विश्वस्तरीय शैक्षिक दृष्टिकोण अपनाए गए हैं।
उन्होंने आगे यह भी कहा कि सीएम भगवंत सिंह मान (CM Bhagwant Singh Mann) के नेतृत्व में राज्य सरकार ने पारंपरिक शिक्षा ढांचे से आगे बढ़कर अभिनव स्कूल अवधारणाओं को पेश किया है। ‘स्कूल ऑफ एमिनेंस’ पेशेवर प्रशिक्षण पर जोर देता है, ‘स्कूल ऑफ एप्लाइड लर्निंग’ व्यावसायिक कौशल पर ध्यान केंद्रित करता है, जबकि ‘स्कूल ऑफ हैप्पीनेस’ एक अनोखा बाल-मनोविज्ञान-आधारित शैक्षिक दृष्टिकोण है, जो बच्चों के लिए आनंदमय शैक्षिक अनुभव सुनिश्चित करने के लिए डिजाइन किया गया है।