नशा तस्करी के लिए जैकटों का प्रयोग करने वाले अंतरराष्ट्रीय ड्रग सिंडिकेट का पर्दाफाश
1.5 किलो हेरोइन समेत दो आरोपियों को पकड़ा
- पंजाब पुलिस पंजाब को नशा मुक्त राज्य बनाने के लिए वचनबद्ध
- पकड़े गए मुलजिम गिरफ़्तारी से बचने के लिए जैकटों में हेरोइन छिपा कर करते थे तस्करी – डीजीपी गौरव यादव
- जांच के अनुसार गिरफ़्तार मुलजिम ने पिछले दो महीनों में कोटकपूरा के नशा तस्कर के साथ मिलीभुगत करके हेरोइन की चार खेपों की की थी तस्करी
- गिरफ़्तार मुलजिम सुखदीप का पुराना आपराधिक रिकार्ड; 2020 में दर्ज हुआ था अगवा का केसः एसएसपी दीपक पारिक
Punjab News: पंजाब को नशा मुक्त राज्य बनाने के लिए जारी मुहिम के दौरान एस. ए. एस. नगर पुलिस ने अंतरराष्ट्रीय नशा तस्करी सिंडिकेट, जो राज्य में हेरोइन की तस्करी के लिए जैकटों का प्रयोग करता था, का पर्दाफाश करते हुये इसके दो गुर्गों को 500-500 ग्राम हेरोइन के साथ भरी तीन हाफ़ स्लीव जैकटों सहित गिरफ़्तार किया है।
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यह जानकारी देते हुये डायरैक्टर जनरल आफ पुलिस (डीजीपी) पंजाब गौरव यादव ने आज यहां बताया कि पकड़े गए व्यक्तियों की पहचान फरीदकोट के भाना के रहने वाले सुखदीप सिंह उर्फ राजा और रोहतक के अजैब के रहने वाले कृष्ण के तौर पर हुई है।
उन्होंने बताया कि मुलजिमों के पास से 1.5 किलोग्राम हेरोइन बरामद करने के अलावा, पुलिस टीमों ने उनकी सफ़ेद रंग की हुंडयी ओरा ( एचआर 12 एटी 7091) कार को भी ज़ब्त किया है, जिसको वह टैक्सी के तौर पर इस्तेमाल करते हुये उसमें नशीले पदार्थों की तस्करी कर रहे थे।
डीजीपी गौरव यादव ने कहा कि प्राथमिक जांच से पता लगा है कि नशीले पदार्थों की यह खेप दिल्ली स्थित अफगान नागरिक से ख़रीदी गई थी, जिससे इस नैटवर्क के अंतरराष्ट्रीय ड्रग कारटिल के साथ संबंधों का पर्दाफाश होने के साथ-साथ यह सामने आया है कि वह गिरफ़्तारी से बचने के लिए जैकटों में हेरोइन छिपा कर इसकी तस्करी करते थे।
उन्होंने बताया कि प्राथमिक पूछताछ के दौरान काबू किये मुलजिमों ने खुलासा किया कि उन्होंने पिछले दो महीनों के दौरान कोटकपूरा के नशा तस्कर लखविन्दर सिंह के साथ मिलीभुगत करके हेरोइन की चार खेपों की तस्करी की थी और हाल ही में सितम्बर के अर्ध में 10 किलो हेरोइन ख़रीदी थी, जो मोगा में सप्लाई की गई थी। ऐनडीपीऐस एक्ट के कम से कम 10 मामलों का सामना कर रहा मुलजिम लखविन्दर सिंह इस माड्यूल का मुख्य सरगना बताया जा रहा है, जो नशे के पूरे नैटवर्क को चला रहा था।
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डीजीपी ने बताया कि पुलिस टीमें फरार लखविन्दर सिंह को पकड़ने के लिए छापेमारी कर रही हैं। उन्होंने कहा कि इस मामले में अगले- पिछले संबंधों का पता लगाने के लिए आगे जांच की जा रही है।
इस कार्यवाही के विवरण सांझे करते हुये डीआईजी रोपड़ रेंज नीलांबरी जगदले ने बताया कि भरोसेयोग सूचना मिली थी कि हेरोइन समेत ड्रग सिंडिकेट के दो मैंबर सफ़ेद रंग की हुंडयी ओरा में दिल्ली से मुहाली की तरफ आ रहे हैं। उन्होंने बताया कि तेज़ी के साथ कार्यवाही करते हुए डीएसपी बिकरमजीत सिंह बराड़ के नेतृत्व में पुलिस टीमों ने लालड़ू के दप्पर टोल प्लाज़ा के नज़दीक एक विशेष नाका लगाया और वाहन को सफलतापूर्वक घेरा डाल कर मुलजिमों को नशीले पदार्थों समेत गिरफ़्तार कर लिया।
एस. एस. पी दीपक पारिक ने प्रेस कान्फ़्रेंस को संबोधन करते आगे बताया कि गिरफ़्तार मुलजिम सुखदीप का पुराना आपराधिक रिकार्ड भी है जिसके खिलाफ 2020 में अगवा का केस दर्ज हुआ था। उन्होंने बताया कि मई 2024 में फरीदकोट जेल से ज़मानत पर बाहर आने के बाद वह जुलाई 2024 में हेरोइन की तस्करी के इस नैटवर्क में शामल हुआ था।
एसएसपी ने बताया कि पकड़े गए मुलजिमों ने नशा तस्करी की गतिविधियों को अंजाम देने के लिए सोहाना, एस. ए. एस. नगर में किराये पर रिहायश भी ली हुई थी। इस सम्बन्ध में एस. ए. एस. नगर के थाना लालड़ू में एन. डी. पी. एस एक्ट की धाराओं 21 और 29 के अंतर्गत एफ. आई. आर नंबर 141 तारीख़ 03/ 10/ 2024 दर्ज की गई है।