Punjab

Punjab: पंजाब सरकार की ‘मिशन समर्थ’ से बच्चों का भविष्य सुधरेगा!

पंजाब
Spread the love

Punjab की मान सरकार प्रदेश के विकास के साथ-साथ का राज्य में शिक्षा को बेहतर बनाने के लिए लगातार कार्य कर रही हैं।

Punjab News: पंजाब की मान सरकार (Maan Government) प्रदेश के विकास के साथ-साथ का राज्य में शिक्षा (Education) को बेहतर बनाने के लिए लगातार कार्य कर रही हैं। पंजाब के शिक्षा मंत्री हरजोत सिंह बैंस (Minister Harjot Singh Bains) के कुशल नेतृत्व में पंजाब में स्कूलों को आधुनिक बनाने के साथ शिक्षा की गुणवत्ता सुधारी जा रही है। ‘मेगा पीटीएम’ (Mega Paytm) जैसे अभियान से छात्र-शिक्षक और अभिभावक के बीच अच्छा संबंध बना रहा है। इसका सकारात्मक असर बच्चों की पढ़ाई-लिखाई पर दिख रहा है। पढ़िए पूरी खबर…
ये भी पढ़ेः Punjab: पंजाब वासियों को भगवंत मान का तोहफा, अमृतसर में भगवान वाल्मीकि पैनोरमा का किया उद्घाटन

Pic Social Media

ख़बरीमीडिया के Whatsapp ग्रुप को फौलो करें https://whatsapp.com/channel/0029VaBE9cCLNSa3k4cMfg25

आपको बता दें कि पंजाब के सरकारी स्कूलों (Government Schools) में 3 से 8वीं तक के बच्चों की शिक्षा की नीव मजबूत करने के उ‌द्देश्य से मान सरकार ने ‘मिशन समर्थ’ (Mission Samarth) नाम से एक पहल की है। इस अभियान का मुख्य उद्देश्य पंजाब के सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले तीसरी से 3वीं कक्षा के बच्चों में न्यूमैरेसी और लिटरेसी की स्किल को बेहतर बनाना है।

इस मिशन के अनुसार बच्चों की पहचान कर उन्हें सीखने का जरूरी माहौल दिया जा रहा है। इसके लिए, स्कूलों में शिक्षकों को विशेष शिक्षण सामग्री दी गई है। साथ ही उन्हें कोचिंग के लिए भी तैयार किया जा रहा है।

ये भी पढ़ेः Bhagwant Maan: शिक्षा क्रांति के नए युग की शुरूआत, फिनलैंड में ट्रेनिंग के लिए सरकारी स्कूल के टीचर्स हुए रवाना

मिशन समर्थ के लिए दिया गया 10 करोड़ रुपये बजट

पंजाब में मिशन समर्थ (Mission Samarth) के अनुसार बच्चों की पहचान करने के लिए बेसलाइन टेस्ट (Baseline Tests) आयोजित किए जा रहे हैं। टेस्ट के नतीजों के आधार पर, बच्चों के बौद्धिक स्तर के मुताबिक एक्टिविटी करवाई जा रही हैं। स्कूलों में बच्चों को वर्क बुक्स और वर्कशीट्स दी जा रही हैं। इसमें उन्हें मिशन समर्थ की एक्टिविटी करनी होंगी।

इस अभियान के अनुसार अगर किसी अध्यापक (Teacher) को ट्रेनिंग की जरूरत लग रही है, तो उसे ट्रेनिंग दी जा रही है। इस अभियान के लिए मौजूदा वित्त वर्ष में पंजाब सरकार ने 10 करोड़ रुपये के बजट का आवंटन किया है।