Punjab

Punjab News: Maan सरकार ने केंद्र को लिखा पत्र, 10 हजार करोड़ कर्ज सीमा बढ़ाने की मांग

पंजाब
Spread the love

Punjab की Maan सरकार ने केंद्र सरकार को पत्र लिखा है।

Punjab News: पंजाब की मान सरकार ने केंद्र सरकार को पत्र लिखा है। जिसमें पंजाब सरकार (Punjab Government) ने कर्ज सीमा 10 हजार करोड़ बढ़ोतरी की मांग की है। इसके लिए सरकार की तरफ से वित्त मंत्रालय (Finance Ministry) को पत्र लिखा गया। बता दें कि वित्तीय संकट (Financial Crisis) से जूझ रही सरकार ने पत्र में अपने खर्च का हवाला दिया है। सरकार को लगता है कि मौजूदा सालाना कर्ज सीमा से मौजूदा वित्तीय साल की भरपाई नहीं होगी। सरकार अधिक कर्ज उठाकर अपने खर्चों की पूर्ति करना चाहती है। पढ़िए पूरी खबर…
ये भी पढ़ेः Punjab News: CM Maan की सराहनीय पहल, आत्मनिर्भर बनने जा रही है पंजाब की महिलाएं

Pic Social Media

ख़बरीमीडिया के Whatsapp ग्रुप को फौलो करें https://whatsapp.com/channel/0029VaBE9cCLNSa3k4cMfg25

आपको बता दें कि साल 2024-25 के लिए पंजाब में कर्ज की सीमा 30,464, 92 करोड़ रुपए है। जिसमें जुलाई तक सरकार 13,094 करोड़ का कर्जा उठा लिया है। इसके अलावा सरकार ने चालू वित्तीय साल में 10 हजार करोड़ कर्ज सीमा की और जरूरत है। वित्तीय साल 2023-24 में सूबा सरकार ने कर्ज लेने की सीमा 45,730 करोड़ थी।

गत वर्ष एक बार केंद्र सरकार (Central Government) पंजाब की कर्ज सीमा मे 2387 करोड़ की कटौती की थी। अगस्त महीने में हुई कैबिनेट मीटिंग में केंद्रीय वित्त मंत्रायल को कर्ज सीमा बढ़ाने के लिए पत्र लिखने को मंजूरी दी थी। राज्य सरकार ने पत्र में दलील दी है कि पिछली सरकारों से उन्हें कर्ज विरासत के रूप में मिला है। जिसे वापस किया जाना है। पंजाब सरकार की तरफ से 69,867 करोड़ रुपए कर्ज की अदायगी की जानी है।

सरकार ने लिए कई फैसले

23,900 करोड़ की राशि केवल कर्ज और ब्याज की अदायगी है। गत दिनों में वित्तीय संकट के मद्देनजर पंजाब सरकार ने कई फैसले लिए हैं। इसमें 7 किलोवॉट पर 3 रुपए बिजली सब्सिडी खत्म करने, तेल कीमतों में बढ़ोतरी, ग्रीन टैक्स लगाना शामिल है। इससे सरकार को आमदनी होगी। सरकार को समय से मुलाजिमों को उनका वेतन देना है।

ये भी पढ़ेः Punjab News: पंजाब के बॉर्डर एरिया का दौरा करेंगे राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया

मंत्रालय ने नहीं सुनी तो PM के समक्ष उठाएंगे मुद्दा: सीएम मान

अगर वित्त मंत्रालय (Finance Ministry) कर्ज की सीमा को बढ़ाने के लिए कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई तो ऐसे में सीएम भगवंत मान (CM Bhagwant Maan) इस मामले को प्रधानमंत्री (Prime Minister) के समक्ष उठा सकते है। क्योंकि केंद्र सरकार ने नेशनल सेहत मिशन व ग्रामीण विकास फंड की बकाया राशि जारी नहीं की है। इसी तरह वित्त कमीशन द्वारा दी गई राजस्व घाटा ग्रांट चालू वित्तीय साल के लिए कम होकर 1995 करोड़ रुपए रह गई।