Punjab: पंजाब को सुरक्षित और समृद्ध बनाना सीएम मान का लक्ष्य
Punjab: इसमें कोई शक नहीं कि भारत का पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान (Pakistan) हमेशा भारत के खिलाफ साजिश रचता है। सीमा पार से नशा और हथियार को तस्करी कर चोरी-छिपे भारत में दाखिल करवाना उसकी पुरानी आदतों में शुमार है। खासकर पंजाब जिसके कई इलाके बॉर्डर से बिल्कुल सटे हैं वहां उसकी नापाक हरकतें हमेशा जारी रहती है। पंजाब में ही सीमा पार पाकिस्तान से बड़े स्तर पर नशा तस्करी होती रहती है। लेकिन जब से पंजाब में आम आदमी पार्टी (Aam Aadmi Party) की सरकार बनी है और भगवंत सिंह मान (Bhagwant Singh Mann) सीएम बने हैं तब से सीमा पार से होने वाले नशा और हथियार पर नकेल कसी गई है। सीएम भगवंत सिंह मान (CM Bhagwant Singh Mann) के नेतृत्व में सुरक्षा एजेंसियों ने पंजाब के सरहदी इलाकों में अपनी निगरानी तेज करने के लिए नया चक्रव्यूह बनाया है।
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मुख्यमंत्री भगवंत मान (CM Bhagwant Singh Mann) ने पंजाब की सुरक्षा को बेहतर और मजबूत बनाने के लिए सीमाई क्षेत्रों में आधुनिक तकनीक के प्रयोग को बढ़ावा दिया है। इस कदम के तहत पंजाब के बॉर्डर पर अब ‘तीसरी आंख’ से पहरा रखने का फैसला लिया गया है, जिसमें CCTV कैमरे, ड्रोन सर्विलांस और अन्य हाई-टेक उपकरण शामिल हैं। इन उपायों का उद्देश्य पंजाब को नशे और दूसरे गैरकानूनी गतिविधियों से मुक्ती दिलाना है, जो राज्य की सुरक्षा के लिए बड़ा खतरा बन चुके हैं।
सरहदी इलाकों में सीसीटीवी से निगरानी
सीएम भगवंत सिंह मान (CM Bhagwant Singh Mann) की इस योनजा के तहत सुरक्षा एजेंसी सरहदी इलाकों में सीसीटीवी कैमरे (CCTV Cameras) लगाए गए। शुरुआती चरण में तरनतारन के 86 सीमावर्ती इलाके में सीसीटीवी कैमरे लगाए जा चुके हैं। इस सीसीटीवी कैमरे में इलाके में हो वाली हर तरह की गतिविधियां कैद होती हैं। इसकी सहायता से सीमा पार से आने वाले तस्करों और ड्रोन पर नजर रखी जाती है। इसके साथ ही सुरक्षा एजेंसियों को सीमावर्ती एरिया के उन रास्तों के बारे में भी जानने को मिलता है जिसको तस्कर ढाल बनाते रहे हैं।
डीजीपी का संकल्प
पंजाब के डीजीपी गौरव यादव (DGP Gaurav Yadav) ने इस योजना के बारे में बताते हुए कहा कि राज्य से नशा तस्करी को हर किमत पर खत्म किया जाएगा। उन्होंने आगे कहा कि उन्हें इस काम के लिए लोगों से भी सहयोग की आवश्यकता है।
बार्डर से लगे पंजाब के जिले
आपको बता दें कि, पंजाब अपनी 557 किलोमीटर सीमा पाकिस्तान के साथ शेयर करता है। इस बर्डर के साथ पंजाब के 6 जिले लगते हैं। जिसमे तरनतारन, अमृतसर, पठानकोट, गुरदासपुर, फाजिल्का और फिरोजपुर शामिल हैं। इन जिलों में 27 प्वाइंट ऐसे हैं जिसका इस्तेमाल पाकिस्तान ड्रोन के जरिये पंजाब में हथियार और नशा तस्करी के लिए करता हैं।
तीसरी आंख से नशा विरोधी जंग को बढ़ावा
पंजाब में नशा एक बड़ी समस्या है। नशे की लत से युवाओं को छुटकारा दिलाने के लिए पंजाब की मान सरकार ने बॉर्डर पर पहरा सक्त किया है। बॉर्डर पर तस्करों की हरकतों पर नजर रखने के लिए अत्याधुनिक ड्रोन और अन्य तकनीकी उपकरणों को लगाया गया है। ड्रोन सर्विलांस और आधुनिक सेंसरों के जरिए से राज्य पुलिस और सीमा सुरक्षा बल अब रात-दिन बॉर्डर पर हर गतिविधि पर नजर रख सकते हैं। इस तीसरी आंख का प्रयोग करने का मतलब है कि तस्करों और अन्य अपराधियों को पकड़ा जाना अब पहले की तुलना में अधिक आसान हो गया है।
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पंजाब पुलिस को किया हाईटेक
पंजाब में सुरक्षा को लेकर उठाए गए कदम केवल तकनीकी नहीं हैं, सीएम भगवंत सिंह मान ने पंजाब पुलिस और सुरक्षा बलों को भी अधिक अधिकार और संसाधन प्रदान किए हैं। सीएम मान ने सुरक्षाबलों के लिए विशेष प्रशिक्षण सत्र आयोजित किए और उन्हें बेहतर उपकरण और संसाधन भी उपलब्ध कराए हैं। इससे यह फायदा हुआ कि पंजाब पुलिस पहले से ज्यादा अब हाईटेक हो गई है, जो न केवल तस्करों को बल्कि अन्य संगठित अपराधों को भी रोकने में समर्थ है।
सामुदायिक सहभागिता को भी दिया जा रहा है बढ़ावा
मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान की सुरक्षा नीति का एक और महत्वपूर्ण पहलू सीमावर्ती क्षेत्रों में सामुदायिक सहभागिता को बढ़ावा देना है। सीमावर्ती गांवों में जागरूकता अभियान चलाकर ग्रामीणों को तस्करी और नशे के खिलाफ लड़ाई में शामिल किया जा रहा है। सीएम भगवंत सिंह मान के निर्देशों पर सरकारी अधिकारियों ने सीमावर्ती क्षेत्रों में सक्रिय निगरानी प्रणाली और सूचना नेटवर्क स्थापित किया है, जिससे ग्रामीण किसी भी संदिग्ध गतिविधि की जानकारी तुरंत दे सकें।
पंजाब को सुरक्षित और समृद्ध बनाना सीएम मान का लक्ष्य
सीएम मान का उद्देश्य सिर्फ पंजाब के लोगों को सुरक्षा प्रदान करना नहीं है, बल्कि उनका लक्ष्य है कि पंजाब को एक सुरक्षित, नशामुक्त और समृद्ध राज्य विकसित किया जाए। पंजाब की सीमाओं की चाक-चौबंद सुरक्षा के साथ ही वह राज्य के आंतरिक क्षेत्रों में भी सुरक्षा व्यवस्था को बढ़ावा दे रहे हैं। उनके इस प्रयास से पंजाब में उद्योग, व्यापार, और शिक्षा जैसे क्षेत्रों में भी सकारात्मक प्रभाव पड़ रहा है, जिससे राज्य के लोग सुरक्षित और विकासोन्मुख माहौल का अनुभव कर पा रहे हैं।
पंजाब पुलिस अपनी ड्यूटी कुशलता से निभा रही है-सीएम मान
मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान का कहना है कि भले ही पुलिस को ड्रोन और सीमा पार से तस्करी के रूप में नई चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है, लेकिन पंजाब पुलिस अपनी ड्यूटी कुशलता से निभा रही है। उन्होंने कहा कि नशे के मामलों में उचित कानूनी कार्रवाई के लिए इस नई फोर्स के साथ विशेष कानून अधिकारी तैनात किए गए हैं और राज्य सरकार ने पहले दिन से ही यह सुनिश्चित किया है कि राज्य में नशा तस्करों को कोई राजनीतिक संरक्षण न मिले ताकि इस खतरे को जड़ से समाप्त किया जा सके। भगवंत सिंह मान ने कहा कि राज्य सरकार ने नशे के खिलाफ और आम लोगों की सुरक्षा के लिए पूरी सख्ती से कार्रवाई करते हुए काम किया जा रहा है।
सीएम ने आगे बताया कि नशे की तस्करी में शामिल कई बड़ी मछलियों को सलाखों के पीछे डाला गया है और उनके खिलाफ एफ.आई.आर दर्ज की गई हैं और 379 नशा तस्करों की 173 करोड़ रुपए की संपत्तियां जब्त कर ली गई हैं और अन्य कार्रवाइयां भी की जा रही हैं। उन्होंने कहा कि यह संतोष की बात है कि इसके सकारात्मक परिणाम सामने आ रहे हैं और युवा राज्य की सामाजिक-आर्थिक प्रगति में सक्रिय भागीदार बन रहे हैं और यह रिकॉर्ड पर है कि राज्य के शैक्षणिक संस्थानों में दाखिलों में भारी वृद्धि हो रही है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि राज्य सरकार की जनहितैषी नीतियों के कारण युवाओं के विदेश जाने की प्रवृत्ति में कमी आ रही है।
सीएम मान की सुरक्षा व्यवस्था में दिलचस्पी और नई तकनीक को बढ़ावा देने की पहल से पंजाब में सुरक्षा के लिहाज से एक नई क्रांति आ रही है। मान ने मुख्यमंत्री बनने के बाद से ही कई सख्त कदम उठाए हैं, जिनमें पुलिस की क्षमता को बढ़ाने और सीमा सुरक्षा के स्तर को नई ऊंचाइयों पर ले जाना शामिल है। इस फैसले के पीछे उनकी दूरदर्शिता और प्रतिबद्धता स्पष्ट दिखाई देती है, क्योंकि वह जानते हैं कि सीमावर्ती क्षेत्र में सुरक्षा को मजबूत करना पूरे राज्य की सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण है।
पंजाब के सीमा पर सुरक्षा को और बेहतर कर तस्करों पर कड़ी नजर रखने की इस रणनीति से राज्य के नागरिकों में सुरक्षा का भरोसा और मजबूत हुआ है। मुख्यमंत्री भगवंत मान की पहल ने पंजाब को न केवल सुरक्षित बनाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है, बल्कि राज्य के युवाओं को नशे से बचाने की दिशा में भी एक मजबूत संदेश दिया है।