Jyoti Shinde,Editor
चंडीगढ़, 10 नवंबर: नौजवानों के जीवन को रौशन करने के लिए अपनी मुहिम को जारी रखते हुए पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने आज 583 नौजवानों को अलग-अलग विभागों में नौकरी के नियुक्ति पत्र सौंपकर दिवाली का तोहफ़ा दिया। बताने योग्य है कि राज्य सरकार द्वारा नौजवानों को अब तक कुल 37,683 नौकरियाँ प्रदान की जा चुकी हैं।
उम्मीदवारों को नियुक्ति पत्र सौंपने के उपरांत यहाँ जनसभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि जब पंजाब के पुर्न-उत्थान का इतिहास लिखा जायेगा तो उसमें इन नौजवानों का नाम सुनहरी शब्दों में दर्ज होगा।
उन्होंने कहा कि यह नौजवान अब ‘टीम पंजाब’ का हिस्सा हैं और राज्य की भलाई के लिए काम करना हरेक नौजवान की जि़म्मेदारी बनती है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि तालमेल के साथ काम करना (टीम वर्क) बहुत ज़रूरी है, जिसका अंदाज़ा इस तथ्य से लगाया जा सकता है कि जिन्होंने क्रिकेट खेल शुरू की थी, वह आज एक नयी टीम से हार गए हैं क्योंकि उस नयी टीम ने टीम वर्क के साथ शानदार खेल का प्रदर्शन किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछली सरकारों की लापरवाही के कारण राज्य के नौजवानों के लिए सरकारी नौकरियाँ पहले एक ‘दूर के सपने’ की तरह थीं, जबकि उनकी सरकार ने नौजवानों को उनकी योग्यता के अनुसार नौकरियाँ मिलने को सुनिश्चित बनाया है, जिसके लिए पारदर्शी नीति तैयार की गई है। उन्होंने कहा कि पिछली सरकारों में जनता की सही अर्थों में सेवा करने सम्बन्धी प्रतिबद्धता और जज़्बे की कमी थी, जिस कारण यह नौकरियाँ नौजवानों के लिए दूर की बात थी। भगवंत सिंह मान ने कहा कि उनकी सरकार बनने के एक साल के अंदर ही योग्यता के आधार पर नौजवानों को 37,683 नौकरियाँ दी गई हैं।
प्रधानमंत्री द्वारा एल.पी.जी. सिलंडर की कीमत 200 रुपए घटाने सम्बन्धी हाल ही में लिए फ़ैसले पर तंज कसते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि एलपीजी की कीमत 1100 रुपए तक बढ़ाने के बाद मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार अब आम आदमी के ज़ख्मों पर नमक छिडक़ रही है। उन्होंने कहा कि यह नेता ऐसी भद्दी चालों के साथ आम आदमी को मूर्ख बना रहे हैं, जो कि बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण बात है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि यह बिल्कुल भी बर्दाश्त योग्य नहीं है और लोग अब इन घटिया चालों के झाँसे में नहीं आएंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वह भली-भाँति जानते हैं कि ‘खाली दिमाग शैतान का घर होता है, इसलिए नौजवानों को नौकरियाँ देने के लिए हर संभव कोशिश की जा रही है, जिससे वह काम में लगे रहें। उन्होंने आगे कहा कि राज्य सरकार पंजाब को औद्योगिक क्षेत्र में अग्रणी राज्य बनाने के लिए ठोस प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार के ठोस प्रयासों के स्वरूप राज्य में 57,796 करोड़ रुपए का निवेश हुआ है, जिससे 2.98 लाख नौजवानों को नौकरियाँ मिलेंगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पंजाब सरकार ने राज्य में खेलों को प्रफुल्लित करने पर विशेष ज़ोर दिया है। उन्होंने कहा कि पहली बार राज्य सरकार द्वारा खिलाडिय़ों को खेलों की तैयारी के लिए फंड दिए गए हैं, जिससे वह खेलों में बड़ी उपलब्धियाँ हासिल कर सकें। भगवंत सिंह मान ने कहा कि इसी का नतीजा है कि पंजाबियों ने हाल ही में समाप्त हुई एशियन खेलों में 19 पदक जीते हैं, जोकि एशियाड की शुरुआत से अब तक जीते गए सबसे अधिक पदक हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वह यह ऐलान करते हुए बहुत गर्व और स्ंतुष्टी महसूस कर रहे हैं कि राज्य सरकार ने कच्चे मुलाजिमों के आगे से ठेका शब्द हटाकर सभी कानूनी और प्रशासनिक अड़चनों को पार करते हुए 12,710 अध्यापकों की सेवाओं को रेगुलर किया है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि सेवाओं के रेगुलर होने से इन अध्यापकों को छुट्टियों समेत अन्य लाभों के साथ-साथ वेतन में हर साल 5 फीसदी सालाना वृद्धि मिलेगी। उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में ऐसे और भी बहुत से मुलाजिमों की सेवाएं भी रेगुलर की जाएंगी, जिसकी प्रक्रिया पहले ही जारी है।
मुख्यमंत्री ने भारत के पूर्व राष्ट्रपति डॉ. अब्दुल कलाम का हवाला देते हुए कहा कि दूरदर्शी सोच वाले उस नेता ने कहा था कि सपने वह होते हैं जो व्यक्ति को सोने नहीं देते। उन्होंने कहा कि इसी तरह रंगला पंजाब बनाने, नौजवानों को नौकरियाँ देने, उद्योग को बढ़ावा देने और अन्य बहुत से सपने उनको सोने नहीं देते। भगवंत सिंह मान ने कहा कि वह तब तक चैन से नहीं बैठेंगे, जब तक उनके सभी सपने पूरे नहीं हो जाते और पंजाब देश का नंबर एक राज्य नहीं बन जाता।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने राजनीतिक पार्टियों के नेताओं को ‘मैं पंजाब बोलदा हाँ’ बहस के लिए न्योता दिया था, जिससे हरेक नेता मंच पर अपना नज़रिया पेश कर सके। उन्होंने कहा कि इन नेताओं ने अपने पंजाब विरोधी स्टैंड का पर्दाफाश होने के डर से बहस में आने की बजाय बहस से भागने को प्राथमिकता दी। भगवंत सिंह मान ने कहा कि वह इन लोगों को भागने नहीं देंगे और इनके हरेक गलत कार्यों को राज्य के लोगों के सामने बेनकाब किया जायेगा।
मुख्यमंत्री ने इन नेताओं द्वारा राज्य के लोगों को गुमराह करने के लिए ड्रामे रचने के लिए उनकी सख़्त आलोचना की। उन्होंने कहा कि हर कोई इस तथ्य से अवगत है कि इन नेताओं के पुरखों ने पंजाब और पंजाबियों के विरुद्ध ना-माफी योग्य अपराधों को अंजाम देकर पंजाब और इसकी नौजवान पीढिय़ों के रास्ते में काँटे बीजे हैं। भगवंत सिंह मान ने कहा कि इन स्वार्थी राजनीतिक नेताओं ने अपने संकुचित हितों की पूर्ति के लिए पंजाब विरोधी ताकतों के साथ मिलीभुगत करके राज्य के विकास को पटरी से उतार दिया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार लोगों को अलग-अलग मुद्दों पर बाँटने और लड़ाने की बजाय यह सुनिश्चित बना रही है कि राज्य के नौजवान सरकारी नौकरियाँ लेने के लिए मेहनत और मुकाबलो की परीक्षाओं के लिए तैयारी करें। उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार राज्य से कौशल को बाहर जाने से रोकने के लिए प्रतिबद्ध है और इस नेक कार्य के लिए कोई कसर बाकी नहीं छोड़ी जा रही है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि वह दिन दूर नहीं जब राज्य जल्द ही हर क्षेत्र में अन्यों के लिए मिसाल बनकर उभरेगा।
दलबदलू नेताओं की आलोचना करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि यह मौकापरस्त नेता कभी भी लोगों के साथ नहीं रहे, परन्तु इन्होंने हमेशा अपने संकुचित हितों की पूर्ति के लिए मुगलों या अंग्रेज़ों या कांग्रेस और अब भाजपा का साथ दिया है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि इन नेताओं ने हमेशा राज्य और यहाँ के लोगों की अपेक्षा अपने स्वार्थी हितों को पहल दी है। उन्होंने कहा कि राज्य के लोग इन नेताओं को पंजाब और पंजाब निवासियों के विरुद्ध किए ना-माफी योग्य अपराधों के लिए कभी भी माफ नहीं करेंगे और इन नेताओं को अपने गुनाहों का हिसाब देना पड़ेगा।
मुख्यमंत्री ने चुटकी लेते हुए कहा अकाली नेता सुखबीर सिंह बादल ने दावा किया था कि उनको लक्की ड्रॉ के द्वारा गुरूग्राम में प्लॉट मिला है। उन्होंने कहा कि सुखबीर और उसका परिवार इतने खुशकिस्मत क्यों हैं कि उनके पास ऐसे कीमती प्लॉट हरियाणा में भी हैं, जबकि पंजाब के आम लोगों को कभी भी ऐसे प्लॉट ड्रॉ में नहीं मिले। भगवंत सिंह मान ने कहा कि यह प्लॉट और अन्य रियायतें सुखबीर और उसके परिवार को राज्य से गद्दारी करने का ईनाम थे।
मुख्यमंत्री ने नये भर्ती हुए नौजवानों को मिशनरी जज़्बे से लोगों की सेवा करने के लिए प्रेरित किया और कहा कि अब वह सरकार का हिस्सा बन चुके हैं। भगवंत सिंह मान ने उम्मीद जताई कि नये भर्ती हुए उम्मीदवार अपनी कलम का प्रयोग समाज के जरूरतमंद और पिछड़े वर्गों की मदद के लिए करेंगे। उन्होंने कहा कि नये भर्ती हुए नौजवान अधिक से अधिक लोगों की भलाई को सुनिश्चित बनाएं, जिससे समाज के हर वर्ग को इसका लाभ मिल सके। इस मौके पर कैबिनेट मंत्री हरपाल चीमा, ब्रम शंकर जिम्पा, गुरमीत सिंह खुड्डियां और डॉ. बलबीर सिंह भी उपस्थित थे।