Punjab के CM Maan ने अत्याधुनिक भगवान वाल्मीकि जी पैनोरमा जनता को समर्पित किया।
Punjab News: पंजाब के सीएम भगवंत सिंह मान (CM Bhagwant Singh Maan) ने भगवान श्री वाल्मीकि तीर्थ स्थल पर स्थित अत्याधुनिक भगवान वाल्मीकि जी (Lord Valmiki Ji) पैनोरमा जनता को समर्पित किया। सीएम मान ने कहा कि यह पैनोरमा काम्प्लेक्स (Panorama Complex) 9 एकड़ भूमि में बनाया गया है और इसकी निर्माण लागत 32.78 करोड़ रुपये है। यह पैनोरमा भगवान श्री वाल्मीकि जी को समर्पित है और महाकाव्य के श्लोकों के साथ उनके जीवन की कहानी को दर्शाता है। पढ़िए पूरी खबर…
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इस दौरान संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि यह पैनोरमा भव्यता, सरलता और वास्तुकला का बेहतरीन मिश्रण है और यह राज्य सरकार की ओर से भगवान श्री वाल्मीकि (Lord Sri Valmiki) जी को विनम्र श्रद्धांजलि है।
पैनोरमा भगवान श्री वाल्मीकि जी को समर्पित
सीएम मान (CM Maan) ने कहा कि यह पैनोरमा काम्प्लेक्स (Panorama Complex) 9 एकड़ भूमि में बनाया गया है और इसकी निर्माण लागत 32.78 करोड़ रुपये है। यह पैनोरमा भगवान श्री वाल्मीकि जी को समर्पित है और महाकाव्य के श्लोकों के साथ उनके जीवन की कहानी को दर्शाता है। पैनोरमा में कुल 14 गैलरी हैं और प्रत्येक गैलरी भगवान श्री वाल्मीकि जी के जीवन और रामायण के विशेष पहलुओं को समर्पित है।
पैनोरमा में आगंतुकों के लिए कई सुविधाएं
इन 14 गैलरियों में स्वागत क्षेत्र, भगवान श्री वाल्मीकि जी के विशेष गुण, उनका जन्म और प्रारंभिक जीवन, आदि कवि (पहले कवि), पहला महाकाव्य, रामायण की रचना, रामायण की विशेषताएं, माता सीता और लव-कुश, योगेश्वर और संगीतेश्वर, संजीवनी विद्या के स्वामी, अश्वमेध यज्ञ, योग वशिष्ठ, भगवान वाल्मीकि जी नाम माला और उनके उपदेश शामिल हैं।
गैलरियों के अलावा पैनोरमा में आगंतुकों के अनुभव को समृद्ध करने के लिए कई सुविधाएं प्रदान की गई हैं, जिसमें एक कैफेटेरिया, स्मारिका दुकान, पुस्तकालय और अन्य सुविधाएं शामिल हैं।
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बुराई पर अच्छाई की जीत का संदेश: सीएम मान
सीएम भगवंत मान (CM Bhagwant Maan) ने कहा कि राज्य सरकार भगवान वाल्मीकि द्वारा दिखाए मार्ग और उच्च आदर्शों पर चलकर समानता वाले समाज की रचना करेगी। भगवान वाल्मीकि जी संस्कृत भाषा के “पितामह” और विश्व के पहले आदिकवि थे, जिन्होंने अपनी अमर और महान रचना “रामायण” के माध्यम से बुराई पर अच्छाई की जीत का संदेश दिया। उनकी शिक्षाओं ने आदर्श राज्य या समाज की रचना के लिए आदर्श व्यक्ति, आदर्श शासक और आदर्श नागरिकों के साथ-साथ समाज में समानता पर जोर दिया है।