मंत्रिमंडल में अनुसूचित जाति के छह मंत्री, पहली बार ए.जी. कार्यालय और अनुसूचित जाति में आरक्षण। आप सरकार छात्रवृत्तियों के सुचारू वितरण के साथ बाबा साहेब के सपनों को पूरा कर रही है: मुख्यमंत्री मान
पटियाला में राज्य स्तरीय समारोह के दौरान बाबा साहेब को श्रद्धांजलि अर्पित की गई
Punjab News: पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने आज कहा कि राज्य सरकार ने भारतीय संविधान के मुख्य निर्माता भारत रत्न बाबा साहेब डॉ. बी. आर. अम्बेडकर के सपनों को साकार करने के लिए समाज के कमजोर और पिछड़े वर्गों के सामने आने वाली कठिनाइयों को दूर करने के लिए अथक प्रयास किए जा रहे हैं।
ये भी पढ़े: Punjab: अध्यापकों और विद्यार्थियों ने बाबा साहिब के सपनों को साकार करने के लिए CM की प्रशंसा की

बाबा साहेब डॉ. बी. आर. अंबेडकर की जयंती के अवसर पर राज्य स्तरीय समारोह के दौरान उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि बाबा साहेब एक महान विद्वान, विधिवेत्ता, अर्थशास्त्री, समाज सुधारक और राजनीतिज्ञ थे। उन्होंने कहा कि बाबा साहेब डॉ. बी.आर. अंबेडकर विश्व इतिहास की महानतम विभूतियों में से एक हैं। भगवंत सिंह मान ने कहा कि भले ही डॉ. अंबेडकर एक साधारण परिवार से थे, लेकिन उनके अमूल्य योगदान ने उन्हें विश्व नेताओं में से एक बना दिया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि भारतीय संविधान डा. अम्बेडकर की कड़ी मेहनत, लगन और दूरदर्शिता का परिणाम है। उन्होंने आगे कहा कि बाबासाहेब न केवल कमजोर वर्गों के नेता थे, बल्कि वे पूरी मानवता के नेता थे। डा. अंबेडकर के दिखाए मार्ग पर चलने का आह्वान करते हुए भगवंत सिंह मान ने कहा कि यही धरती के इस महान सपूत को सच्ची श्रद्धांजलि होगी। उन्होंने कहा कि हम सभी को जाति, रंग और नस्ल की संकीर्ण सोच से ऊपर उठकर समाज के सभी वर्गों के लिए न्याय और समानता प्राप्त करने के लिए एक समतावादी समाज बनाने के लिए मिलकर काम करना चाहिए।
मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि डॉ. अंबेडकर ने हमेशा सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक सहित हर क्षेत्र में लोकतांत्रिक मूल्यों को बढ़ावा दिया और उन्होंने सभी के लिए समान दर्जा और सम्मान की वकालत की। भगवंत सिंह मान ने आगे कहा कि डा. अंबेडकर के इस सपने को साकार करने के लिए कड़ी मेहनत करना हम सभी का नैतिक कर्तव्य है। इस अवसर पर उन्होंने लोगों से डॉ. अंबेडकर के दिखाए मार्ग पर चलने तथा धर्म, जाति, रंग और जातीयता के संकीर्ण विचारों को त्यागकर समरस और समतामूलक समाज बनाने की अपील की।
मुख्यमंत्री ने कहा कि बाबा साहब के जीवन और दर्शन के अनुरूप राज्य सरकार शिक्षा को प्राथमिकता दे रही है और लोगों के जीवन में बदलाव लाने के लिए शिक्षा के क्षेत्र में अनुकरणीय पहल की गई है। उन्होंने कहा कि कोई भी मुफ्त या रियायती सुविधा राज्य से गरीबी या अन्य सामाजिक बुराइयों को खत्म नहीं कर सकती, लेकिन शिक्षा ही वह कुंजी है जो लोगों के जीवन स्तर को ऊपर उठा सकती है और उन्हें इस चक्र से बाहर निकाल सकती है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि इसी कारण उनकी सरकार आम आदमी को सशक्त बनाने के लिए शिक्षा के स्तर को ऊंचा उठाने के लिए अथक प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि मंत्रिमंडल में अनुसूचित जाति के छह मंत्रियों को जगह देकर पहली बार एजी की नियुक्ति की गई है। आप सरकार नौकरियों में आरक्षण प्रदान करके और अनुसूचित जाति छात्रवृत्ति का सुचारू वितरण सुनिश्चित करके बाबा साहेब के सपनों को पूरा कर रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस महान नेता के सपनों को साकार करने के लिए पंजाब सरकार राज्य में स्वास्थ्य और शिक्षा प्रणाली को पुनर्जीवित करने के लिए ठोस प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि अब तक सरकारी स्कूलों में अपने बच्चों को भेजना आम लोगों की मजबूरी थी, लेकिन अब शिक्षा प्रणाली को नया स्वरूप दिया जा रहा है, जिसके चलते अब आम लोग स्वेच्छा से अपने बच्चों को सरकारी स्कूलों में दाखिला दिला रहे हैं। भगवंत सिंह मान ने कहा कि विद्यार्थियों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने के लिए राज्य भर में स्कूल ऑफ एमिनेंस स्थापित किए गए हैं और इसी तरह सरकारी स्वास्थ्य प्रणाली को भी उन्नत किया जा रहा है।
ये भी पढ़े: Chandigarh: मान सरकार ने डॉ. अंबेडकर का सपना पूरा किया: बरिंदर कुमार गोयल

राज्य की शांति, प्रगति और समृद्धि के मार्ग में बाधा डालने की कोशिश कर रही विभाजनकारी ताकतों पर कटाक्ष करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि ऐसी ताकतें अब पंजाब में डॉ. बीआर अंबेडकर की अगुवाई में हैं और वे उनकी प्रतिमाओं को तोड़ने की कोशिश कर रही हैं। उन्होंने कहा कि इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और इस जघन्य अपराध में शामिल किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा। भगवंत सिंह मान ने कहा कि इस जघन्य कृत्य में शामिल दोषियों को कड़ी सजा दी जाएगी।
इस बीच, मुख्यमंत्री ने लड़कियों से आगे आने और अपनी शिक्षा का उपयोग समाज में आवश्यक बदलाव लाने के लिए करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि आजकल लड़कियां हर क्षेत्र में लड़कों से आगे निकल गई हैं, यहां तक कि वे क्षेत्र भी जिनमें अब तक पुरुषों को अग्रणी माना जाता था। भगवंत सिंह मान ने कहा कि समतामूलक समाज के निर्माण तथा समाज व राज्य के व्यापक हित में महिलाओं का सशक्तिकरण बहुत जरूरी है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह बड़े गर्व और संतोष की बात है कि आज लड़कियां सभी क्षेत्रों में अच्छा प्रदर्शन कर रही हैं। भगवंत सिंह मान ने आशा व्यक्त की कि लड़कियां आगे भी शिक्षा प्राप्त कर अपनी अलग पहचान बनाएंगी। उन्होंने कहा कि लड़कियों को राजनीति में सक्रिय रूप से भाग लेना चाहिए ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि देश की सत्ता ईमानदारी और सार्वजनिक सेवा के लिए प्रतिबद्ध लोगों के हाथों में हो।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पंजाब के युवाओं को हर क्षेत्र में उत्कृष्टता हासिल करने के गुण विरासत में मिले हैं और उनकी क्षमताओं का उचित उपयोग किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि छात्र और युवा जहाज की तरह हैं और राज्य सरकार उन्हें जीवन में आगे बढ़ने के लिए एक लॉन्चपैड प्रदान करेगी। भगवंत सिंह मान ने स्पष्ट रूप से कहा कि जब तक पंजाब के युवा अपने इच्छित लक्ष्य हासिल नहीं कर लेते और हर क्षेत्र में आगे नहीं बढ़ जाते, तब तक वह चैन से नहीं बैठेंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछली सरकारों ने विद्यार्थियों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा उपलब्ध कराने पर कभी ध्यान नहीं दिया। उन्होंने कहा कि बड़े नेताओं के बेटे-बेटियां कॉन्वेंट स्कूलों में पढ़ते हैं, जिसके कारण उनका कभी सरकारी स्कूलों की ओर ध्यान ही नहीं गया। भगवंत सिंह मान ने कहा कि पिछली सरकारों के दौरान सरकारी स्कूल शिक्षा देने के बजाय केवल मिड-डे मील केन्द्र बनकर रह गए थे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अब राज्य सरकार पूरे राज्य में उत्कृष्ट विद्यालय स्थापित कर रही है तथा शिक्षकों को विदेश तथा प्रतिष्ठित राष्ट्रीय संस्थानों में भी भेजा जा रहा है ताकि उनके शिक्षण कौशल को निखारा जा सके। उन्होंने कहा कि अच्छी तरह प्रशिक्षित स्टाफ ने राज्य के सरकारी स्कूलों में नामांकन दर बढ़ाने में मदद की है। उन्होंने कहा कि पंजाब में अब शिक्षा क्रांति आ रही है, क्योंकि राज्य सरकार इसे प्राथमिकता दे रही है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि अब अध्यापक और प्रिंसिपल केवल शिक्षा पर ही ध्यान दे रहे हैं, क्योंकि राज्य सरकार ने अन्य सभी कार्यों के लिए पर्याप्त स्टाफ की भर्ती कर दी है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह बड़े गर्व और संतोष की बात है कि राज्य के युवाओं को 54000 से अधिक सरकारी नौकरियां प्रदान की गई हैं। उन्होंने कहा कि सभी नौकरियां पूर्णतः योग्यता के आधार पर दी गई हैं, इनमें कोई भ्रष्टाचार या भाई-भतीजावाद नहीं है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि यह कदम युवाओं को पंजाब के सामाजिक-आर्थिक विकास में सक्रिय भागीदार बना रहा है।
मुख्यमंत्री ने खेद व्यक्त किया कि पिछली सरकारों ने नशा माफिया को पूर्ण संरक्षण दिया था, लेकिन उनकी सरकार ने नशे के खिलाफ अभियान चलाया है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि राज्य से नशे के पूर्ण उन्मूलन के लिए उचित योजना तैयार की गई है और अब नशे के खिलाफ जंग शुरू हो गई है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार नशे की सप्लाई लाइन तोड़ने के अलावा इस अपराध में शामिल बड़ी मछलियों को भी जेलों में डाल रही है। उन्होंने कहा कि अब नशा तस्करों की संपत्ति जब्त कर उसे नष्ट किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि यह नेक कार्य सक्रिय जन सहयोग के बिना पूरा नहीं किया जा सकता।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने नशे के खिलाफ इस लड़ाई में लोगों का सहयोग लेने के लिए व्हाट्सएप हेल्पलाइन नंबर 9779100200 शुरू किया है। उन्होंने लोगों से अपने क्षेत्र या शहर में सक्रिय नशा तस्करों से संबंधित कोई भी जानकारी इस व्हाट्सएप नंबर पर साझा करने को कहा। भगवंत सिंह मान ने कहा कि सूचना देने वाले की पहचान गोपनीय रखी जाएगी तथा किसी को नहीं बताई जाएगी।
मुख्यमंत्री ने यह भी घोषणा की कि राज्य सरकार नौवें सिख गुरु, श्री गुरु तेग बहादुर जी की 350वीं शहीदी वर्षगांठ को बड़े पैमाने पर मनाने के लिए कई कार्यक्रम आयोजित करेगी। उन्होंने कहा कि राज्य भर में अनेक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे तथा गुरू साहिब के चरण स्पर्श स्थानों का सर्वांगीण विकास सुनिश्चित किया जाएगा। भगवंत सिंह मान ने कहा कि राज्य सरकार ने महान सिख गुरु के शहीदी दिवस को मनाने के लिए कई समारोह आयोजित करने के लिए पहले ही एक विस्तृत कार्यक्रम तैयार कर लिया है।
छात्रों के साथ भावनात्मक रूप से जुड़ते हुए मुख्यमंत्री ने विश्वविद्यालय के छात्र दिनों को याद किया। भगवंत सिंह मान ने कहा कि उन्होंने विश्वविद्यालय से शिक्षा ग्रहण की है तथा अपने शैक्षणिक वर्षों के दौरान इसी मंच पर प्रस्तुति दी है। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय शिक्षा ने उनका समग्र विकास सुनिश्चित किया है और कहा कि विद्यार्थियों को इस शिक्षा के माध्यम से जीवन में नई ऊंचाइयां हासिल करनी चाहिए।
इससे पहले कैबिनेट मंत्री डॉ. बलजीत कौर व अन्य ने भी इस अवसर पर बाबा साहेब को श्रद्धांजलि अर्पित की।
ख़बरीमीडिया के Whatsapp ग्रुप को फौलो करें https://whatsapp.com/channel/0029VaBE9cCLNSa3k4cMfg25