कुमार विकास, ख़बरीमीडिया
देश की राजनीति के लिए मंगलवार वाला का दिन बहुत अहम साबित होने जा रहा है। क्योंकि एक तरह जहां देश की राजधानी में प्रधानमंत्री मोदी और जेपी नड्डा के नेतृत्व में 38 दल इकट्ठा हो रहे हैं वहीं दूसरी तरफ़ देश के दूसरी छोर पर बेंगलुरु में सोनिया गांधी के नेतृत्व में विपक्ष के 26 दल एक साथ बैठक करने जा रहे हैं। ये सारी बैठक 2024 लोकसभा चुनाव के लिए एक साथ आने की है।
बीजेपी अपने सभी रूठे हुए साथियों को जहां NDA में शामिल करने के लिए बैठक करेगी तो वहीं विपक्ष एक साथ एक मंच पर आकर 2024 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और NDA को सरकार में आने से कैसे रोका जाए इसपर चर्चा करेगी।
पहले बात करते है NDA की बैठक की जहां कुल 38 दल NDA के साथ आने के लिए दिल्ली पहुँच रहे है जिसमे कुछ पुराने रूठे हुए साथी भी शामिल हैं। NDA की मीटिंग को लेकर बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा कि बीजेपी के नेतृत्व में एनडीए की बैठक है. जिसमें 38 पार्टियां आयेंगी. पिछले 9 सालों में एनडीए का जो डेवलमेंट का एजेंडा है, जो स्कीम्स हैं, जो नीतियां हैं, जो पीएम मोदी के नेतृत्व में चल रही हैं, इसमें एनडीए के सभी दलों ने रूचि दिखाई है और हमारे साथ आ रही है।
NDA की बैठक में शिवसेना (शिंदे गुट), NCP (अजीत पवार ग्रुप), बिहार से एलजेपी के दोनों धड़े, जीतनराम मांझी की हम, उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी, यूपी से अपना दल (सोनेलाल), संजय निषाद की निषाद पार्टी, ओमप्रकाश राजभर की पार्टी सुभासपा, मेघालय में संगमा की एनपीपी, नगालैंड की एनडीपीपी, मिजो नेशनल फ्रंट, असम गण परिषद, सिक्किम में बीजेपी की सहयोगी एसकेएम, पवन कल्याण की जनसेना, हरियाणा में बीजेपी की सहयोगी जननायक जनता पार्टी, तमिलनाडु की एआईएमडीएमके, तमिल मनिला कांग्रेस , इंडिया मक्कल कलवी मुनेत्र कड़गम शामिल होंगी
तो वही बेंगलुरु में होने वाली विपक्ष की बैठक में सोनिया गांधी, मल्लिकार्जुन खड़गे, राहुल गांधी ,ममता बनर्जी, डी राजा,शरद पवार,नीतीश कुमार, एमके स्टालिन,लालू प्रसाद यादव, तेजस्वी यादव,अखिलेश यादव, हेमंत सोरेन, महबूबा मुफ्ती और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के साथ कई अन्य दल भी शामिल होंगे।