Supertech इकोविलेज-2 के निवासियों की खत्म नहीं हो रही है परेशानी
Greater Noida West: ग्रेटर नोएडा वेस्ट की सोसाइटी सुपरटेक इकोविलेज-2 (Supertech Ecovillage-2) से बड़ी खबर सामने आ रही है। आपको बता दें कि सुपरटेक इकोविलेज 2 सोसायटी के निवासियों की हालत अभी भी खराब है। लोगों की तबियत अभी ठीक नहीं हुई है। दूषित पानी (Polluted Water) पीने से बीमार हुए लोग कमजोर हो गए हैं। लगभग 8 दिन बाद भी कई लोग अस्पताल में भर्ती हैं। इन लोगों को उल्टी, दस्त और पेट दर्द की शिकायत है। 3 से 4 दिन अस्पताल में भर्ती रहने पर लोगों को 50 हजार रुपये से अधिक का बिल आ चुका है।
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अभी भी हॉस्पिटल के चक्कर लगा रहे हैं निवासी
इकोविलेज 2 (Ecovillage-2) के सी वन टावर के फ्लैट नंबर 1006 में रहने वाले आनंद बताते हैं कि उनके भाई की बेटी कृषा राय जो 4 साल की है, अभी भी इलाज चल रहा है। कृषा को तीन दिन पहले उल्टी, दस्त और बुखार की शिकायत हुई थी। इसके बाद उसे पास के प्राइवेट अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उन्हें पेट दर्द और बुखार भी आने लगा। अस्पताल का बिल बढ़ता जा रहा है। तीन दिन में बिल 40 हजार से ज्यादा पहुंच गया। इसी सोसायटी के कुछ लोग लगभग 8 दिन से अस्पताल में भर्ती हैं, जिनका बिल 50 हजार के ऊपर पहुंच गया है। सोसायटी के अस्पताल में अभी भी 10-15 लोग भर्ती हैं। इनमें बच्चों की संख्या ज्यादा है। बीमार लोगों की संख्या बढ़ती जा रही है। निवासी मिहिर गौतम के अनुसार दूषित पानी के सेवन से सोसायटी में 7 दिन से लोग बीमार हैं। अभी भी रोजाना 10 से 15 लोग पेट दर्द, उल्टी-दस्त से पीड़ित हो रहे हैं। हर दिन संख्या बढ़ती जा रही है।
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निवासी की तबियत फिर हुई खराब
आपको बता दें कि रविवार सुबह भी सोसायटी के एक निवासी की तबीयत अचानक खराब होने पर उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया। वहीं, स्वास्थ्य विभाग और प्राधिकरण की तरफ से सोसायटी में कोई चिकित्सा शिविर नहीं लगाया जा रहा है। साथ ही प्राधिकरण की तरफ से पानी की जांच रिपोर्ट न आने से लोगों में काफी नाराजगी है।
सोसायटी के 1200 से ज्यादा लोग हो चुके बीमार
दूषित पानी पीने से1200 से ज्यादा लोग बीमार हो चुके हैं। सोसायटी में गुरुवार तक मेडिकल कैंप लगाया गया था, लेकिन वह भी शुक्रवार से बंद हो गया है। ऐसे में लोग जांच कराने के लिए प्राइवेट अस्पतालों जाने को मजबूर हैं। जहां उन्हें ज्यादा पैसे देने पड़ रहे हैं।
अभी भी बाहर का पानी पी रहे हैं लोग
निवासी प्राधिकरण की जांच रिपोर्ट का इंतजार कर रहे हैं। 8 दिन बीत जाने के बाद भी जांच रिपोर्ट के बारे में कोई जानकारी नहीं है। लोगों का कहना है कि जब तक प्राधिकरण द्वारा जांच रिपोर्ट नहीं दिखाई जाती, तब तक वे सोसायटी द्वारा सप्लाई किए जाने वाले पानी का इस्तेमाल नहीं करेंगे। सोसायटी के निवासी हर दिन खाने और अन्य कामों के लिए पानी की बोतलें मंगवा रहे हैं। हर दिन दो लाख रुपये से ज्यादा का पानी निवासियों द्वारा मंगवाया जाता है।
सोसाइटी के लोगों का गुस्सा बढ़ता देख नीतीश अरोड़ा (Nitish Arora) ने रविवार को सोसाइटी का दौरा किया। सोसाइटी के लोगों के साथ मीटिंग में उन्होंने यह स्वीकार किया कि उनकी तरफ से गड़बड़ी हुई है और पानी में कोलीफॉर्म बैक्टीरिया (Coliform) पाया गया। उन्होंने कहा कि उनका एक अंडरग्राउंड वाटर रिजर्वेयर सोसाइटी में मौजूद सेप्टिक टैंक के बहुत पास है, जिस वजह से संभव है कि सेप्टिक टैंक का रिसाव पीने के पानी में हुआ होगा।