कुमार विकास, ख़बरीमीडिया
अगर आप नोएडा-ग्रेटर नोएडा में दुकान खरीदने की सोच रहे हैं तो ये ख़बर आपके लिए है। क्योंकि तमाम बिल्डर ऐसे हैं जो आपको चूना लगाने के लिए तैयार बैठे हैं। ताजा मामला ओमेक्स बिल्डर (Omaxe Group) को लेकर सामने आया है।
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आरोप है कि ओमेक्स ग्रुप ने ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण से बिना नक्शा पास कराए अपने ओमेक्स कनॉट प्लेस प्रोजेक्ट में कई लोगों को दुकानें बेच कर करोड़ों रुपए की धोखाधड़ी का खेल खेला है। अब धीरे-धीरे ओमेक्स ग्रुप के हाथों ठगे गए पीडि़त आगे आ रहे हैं। ऐसे ही तीन अलग-अलग पीडि़तों ने ओमेक्स बिल्डर के चेयरमैन रोहताश गोयल सहित कंपनी के 7 बड़े पदाधिकारियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है।
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बिरोंडी गांव निवासी सुंदर सिंह ने दर्ज कराई गई रिपोर्ट में कहा है कि उन्होंने वर्ष 2015 में ओमेक्स बिल्डर के परी चौक स्थित एनआरआई सिटी सेंटर प्रोजेक्ट में दुकान बुक कराई थी। उन्होंने 12.72 लाख रुपये जमा कराए थे। बिल्डर ने दो साल में दुकान पर कब्जा देने का वादा किया था। कुछ दिन बाद निवेशक को पता चला दुकान का नक्शा प्राधिकरण की तरफ से स्वीकृत नहीं है। उन्होंने बिल्डर से अपने रुपये वापस मांगे थे। पैसे लौटने से इन्कार करने पर मामले की शिकायत पुलिस से की गई। लेकिन पुलिस ने केस दर्ज नहीं किया। जिसके बाद पीड़ित ने कोर्ट का दरवाजा खटखटाया। अब कोर्ट के आदेश पर पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर जांच शुरू की है।
निर्धारित अवधि में दुकान का कब्जा नहीं देने दो निवेशकों ने ओमेक्स समूह के चेयरमैन रोहताश गोयल, एमडी मोहित गोयल और चार निदेशकों जतिन गोयल, विनीत गोयल, गुरनाम सिंह व निशांत जैन के खिलाफ केस दर्ज कराया है। एनआरआई सिटी सेंटर और कनाट प्लेस के निवेशकों ने नक्शा आदि पास नहीं होने की जानकारी के बाद न्यायालय में याचिका दी थी। अब न्यायालय के आदेश पर बीटा-2 थाने में केस दर्ज किया गया है।
वहीं घोड़ी बछेड़ा गांव निवासी मांगेराम ने वर्ष 2013 में पत्नी पूनम के नाम ओमेक्स बिल्डर के कनॉट प्लेस मॉल में दुकान बुक कराई थी। निवेशक ने बिल्डर को 18.10 रुपये चेक के माध्यम से दिए थे। बिल्डर ने दो साल में दुकान पर कब्जा देने का वादा किया था। पीड़ित ने चलते आरोपी बिल्डर पर धोखाधड़ी कर पैसा हड़पने का आरोप लगा। बीटा-2 थाना प्रभारी ने कहा कि इस मामले में न्यायालय के आदेश पर रिपोर्ट दर्ज कर जांच की जा रही है।