Jyoti Shinde,Editor
कहते हैं बच्चों को सही गाइडेंशन मिल जाए तो वो अपनी राह खुद-ब-खुद तय कर लेते हैं। और इसी सपने को साकार बनाने में बच्चों की मदद कर रहे हैं नितिन विजय(Nitin Vijay) जिन्हें स्टूडेंट्स NV सर के नाम से भी जानते हैं।
मेडिकल और इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा की कोचिंग के लिए जाने-माने संस्थान मोशन एजुकेशन ने शुक्रवार को ऑनलाइन पाठ्यक्रम अमृत लॉन्च किया। यह आईआईटी-जेईई और नीट की तैयारी को आसान बनाने के लिए डिज़ाइन किया गया है। इसका उद्देश्य सबसे किफायती दाम पर ऑनलाइन तैयारी की सुविधा सुलभ कराना है।
अमृत कोर्स की लॉन्चिंग के अवसर आयोजित समारोह में मोशन एजुकेशन के संस्थापक और सीईओ नितिन विजय ने ख़बरीमीडिया से खास बातचीत में बताया कि विद्यार्थी जेईई/नीट की तैयारी के लिए 999 और 1499 रुपए में पूरा कोर्स प्राप्त सकते हैं। देश में इस कीमत पर यह अपनी तरह का पहला कोर्स है। यह पाठ्यक्रम छात्रों की सीखने की क्षमता को अधिकतम करने के लिए अनुभवी फेकल्टीज के मार्गदर्शन में तैयार किया गया है।
नितिन विजय ने कहा कि जब एक बच्चा पढ़ता है तो उसके और उसके परिवार का ही नहीं, उसके गाँव, शहर, प्रदेश, देश और अंततोगत्वा मानवता का भी विकास होता है। इसलिए हम तकनीक की मदद से अफोर्डेबल, परसनलाइज और क्वालिटी एजुकेशन के मिशन पर काम कर रहे हैं।
इन दिनों देश आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है। इस पावन आयोजन में देश के बच्चों को अमृत कोर्स हमारी ओर से एक तोहफा है। इसमें ऑनलाइन सीखने, अभ्यास, दोहराने, टेस्ट देकर खुद को परखने और अपनी कमियों का विश्लेषण का कार्य किया जा सकेगा। इसके तहत विद्यार्थियों को टॉप एजुकेटर्स के लेक्चर, टेक्स्ट नोट्स, एक्सरसाइज, रिवीजन के लिए सवाल, वीडियो सोल्यूशन, मॉक टेस्ट-डेली प्रॉब्लम प्रेक्टिस शीट, आल इण्डिया टेस्ट सीरीज और छात्रों की प्रगति की निगरानी के लिए स्टूडेंट परफॉर्मेंस रिपोर्ट आदि उपलब्ध कराए जाएंगे।
नितिन विजय ने बताया कि मोशन एजुकेशन में हम किफायती मूल्य पर गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के महत्व को समझते हैं। इसी सोच के तहत हमने सीमित संसाधनों वाले विद्यार्थियों के लिए यह किफायती ऑनलाइन पाठ्यक्रम “अमृत” तैयार किया है। यह पाठ्यक्रम छात्रों को सर्वोत्तम शिक्षण अनुभव और अधिकतम आउटपुट प्रदान करता है। यह उन्हें अपने स्कूल या रोजमर्रा के शेड्यूल से समझौता किए बिना कभी भी, कहीं भी अपनी व्यक्तिगत लर्निंग स्पीड के मुताबिक सीखने की सुविधा देता है। अगर बच्चा स्वयं प्रेरित रहकर अनुशासन के साथ पढ़ लेता है, तो उसका सलेशन जरूर होगा।