Noida Airport तक पहुंचना होगा मुश्किल, सामने आ रही बड़ी समस्या
Noida Airport: उत्तर प्रदेश के नोएडा में बन रहे इंटरनेशनल एयरपोर्ट (Noida Airport) को शुरू होने में अब मात्र 8 महीने का समय बचा है। लगभग 6 हजार करोड़ की लागत से बनाए जा रहे नोएडा इंटरनेशल एयरपोर्ट (Noida International Airport) को बेहतर कनेक्टिविटी देने के लिए भी सालों से ढ़ेरों विकल्प पर भी काम किया जा रहा है, लेकिन दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे (Delhi-Mumbai Expressway) से कनेक्टिविटी को छोड़ दें तो अभी तक दूसरी कोई भी परियोजना धरातल पर नहीं उतरी है। यहां तक की ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेस वे (Eastern Peripheral Express) और यमुना एक्सप्रेस वे (Yamuna Expressway) को जोड़ने के लिए बनने वाले इंटरचेंज का निर्माण तक अधर में फंस गया है।
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भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण से सहमति के बाद भी यूपी कैबिनेट (UP Cabinet) की मंजूरी के इंतजार में इंटरचेंज के निर्माण का काम रुक गया है। एयरपोर्ट शुरू होने से गौतमबुद्ध नगर (Gautam Buddha Nagar) भी फ्लाइट सेवा देने वाले जिले में शामिल हो जाएगा लेकिन ट्रैफिक को लेकर सड़कों पर जो दबाव बढ़ जाएगा, इससे जाम की समस्या और भी ज्यादा बढ़ जाएगी।
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हर साल करेंगे 1 करोड़ बीस लाख यात्री सफर
एक रिपोर्ट के अनुसार एयरपोर्ट से शुरुआत में 1 करोड़ बीस लाख यात्री सालाना यहां से सफर करेंगे। एयरपोर्ट तक यात्रियों की सुगम आवाजाही सबसे बड़ी चुनौती है। इसके लिए सालों से दूसरे विकल्पों पर भी चर्चा हो रही है। रेलवे से लेकर मेट्रो, नमो भारत रेल, पॉड टैक्सी, सड़क मार्ग आदि के लिए विस्तृत परियोजना रिपोर्ट बनाई गई है। इन पर करोड़ों रुपये पानी की तरह से बहा दिए गए, लेकिन अभी तक यह परियोजना फाइलों से बाहर नहीं निकल पाई है।
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मेट्रो, पॉड टैक्सी परियोजना की प्लानिंग रद्द
दिल्ली के आइजीआई एयरपोर्ट (IGI Airport) को नोएडा एयरपोर्ट से कनेक्ट करने के लिए जो जेवर से नई दिल्ली तक मेट्रो परियोजना और नोएडा एयरपोर्ट से फिल्म सिटी तक पॉड टैक्सी परियोजना के लिए यमुना प्राधिकरण ने डीपीआर बनवाई थी, करोड़ों रुपये खर्च हुए, लेकिन डीपीआर रद्दी टोकरी में पहुंच गईं। गाजियाबाद से नोएडा एयरपोर्ट तक 72 किमी लंबे नमो भारत की डीपीआर को प्रदेश सरकार से मंजूरी भी मिल गई है लेकिन अभी भी निर्माण के लिए बजट का इंतजार है। एयरपोर्ट शुरू होने के बाद भी नमो भारत रेल की कनेक्टिविटी के लिए 6 साल का लंबा इंतजार करना पड़ेगा।
बजट का भी है इंतजार
रुंधी से चोला रेलवे रूट प्लानिंग के शुरुआती चरण में हरियाणा के रुंधी से चोला तक रेलवे ट्रैक बिछाकर नोएडा एयरपोर्ट के साथ दिल्ली मुंबई और दिल्ली हावड़ा रूट को आपस में कनेक्ट करने की परियोजना प्लानिंग के अभी शुरुआती चरण में लगभग 60 किमी लंबे इस रूट को अभी दूसरे विभागों से लेकर केंद्र सरकार की मंजूरी और बजट का पड़ाव पार करना है।
जाम के हालात से निपटना होगा सबसे बड़ी चुनौती
नोएडा एयरपोर्ट के शुरू होने से दिल्ली एनसीआर समेत पश्चिम उत्तर प्रदेश, हरियाणा के सीमावर्ती जिलों से सालाना 1 करोड़ बीस लाख से भी ज्यादा यात्री हवाई सेवा के लिए नोएडा एयरपोर्ट पहुंचेंगे। नोएडा, ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेस वे, ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेस वे राष्ट्रीय राजमार्ग आदि में ट्रैफिक का दबाव पहले से कई गुना ज्यादा बढ़ जाएगा, सड़कों पर जाम के हालात से निपटना सबसे बड़ी समस्या होगी। साल 2019 में ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेस-वे व यमुना एक्सप्रेस को इंटरचेंज बनाकर जोड़ने की योजना 6 साल बाद भी अधर में फंसी है। लोगों को लंबा रास्ता तय करना पड़ता है।