Noida News: बड़ी ख़बर नोएडा की ग्रैंड ओमेक्स सोसायटी से आ रही है। जहां स्थानीय लोगों ने Residence समिति के बोर्ड मेंबर्स पर घोटाले का आरोप लगाया है। उनके मुताबिक 2017 से 2022 तक सोसाइटी में खर्च हुए पैसों में बड़ी हेरा-फेरी की गई और इसका हिसाब देने वाला कोई नहीं है।
ख़बरीमीडिया को भेजे गए पत्र में इसका जिक्र है कि 1320 रेजिडेंस की समिति ग्रैंड ओमेक्स के कुछ बोर्ड मेंबर्स ने 5 साल 2017 से 2022 तक सोसाइटी में इकट्ठा हुआ पैसों का हेर फेर करते हुए करोड़ों रुपए का घोटाला किया और आज उन घोटाले बाजू को बचाने हेतु प्रेजेंट बोर्ड मेंबर्स जिनका नाम हरीश मदन , डॉक्टर प्रियंका चौधरी अथवा सुषमा मोहन लगातार अपनी कोशिशें से पुराने बोर्ड मेंबर्स को बचाने हेतु पूरी ताकत लगा रहे हैं और समिति के हित का कार्य होने में ईमानदार मेंबर्स की कार्य में विघ्न डाल रहे हैं
वर्तमान बोर्ड के द्वारा रजिस्ट्रार ऑफ़ सोसाइटीज कोनिवेदन किया गया था कि फाइनेंशियल ईयर 2017 से 2022 के बीच ऑडिट कराई जाए जिसके क्रम में रजिस्ट्रार ऑफ़ सोसाइटीज द्वारा ऑडिटर संचित के द्वारा जांच कराई गई थी उसने अपनी रिपोर्ट में आपको रिकमेंड किया है की फॉरेंसिक ऑडिट कराना अति आवश्यक है तथा वर्तमान बोर्ड द्वारा व सदस्यों द्वारा पुलिस कमिश्नर गौतम बुध नगर को प्रार्थना पत्र देकर निवेदन किया गया था कि सन 2017 से 2022 के बोर्ड मेंबरों के ऊपर गबन के मामले में कार्यवाही की जाए अथवा एसएसपी गौतम बुद्ध द्वारा दिनांक एसीपी को भी अपराध की प्रारंभिक जांच कराई गई थी और यह कहा गया था कि बोर्ड 2017 से 2020 के और फॉरेंसिक ऑडिट होने पर अग्रिम कार्रवाई की जाए |
रजिस्ट्रार ऑफ़ सोसाइटीज द्वारा फॉरेंसिक ऑडिटर नियुक्त न करने के कारण वर्तमान बोर्ड ने माननीय उच्च न्यायालय इलाहाबाद में रिट याचिका दायर की और प्रार्थना की गई। फॉरेंसिक ऑडिटर अप्वॉइंट करने के लिए आदेश किया जाए और 2017 से 2022 मेंबर्स को इलेक्शन लड़ने से रोक लगाई जाए। उक्त याचिका दिनांक 2-05-2024 को माननीय उच्च न्यायालय इलाहाबाद में आपको आदेशित किया है कि मामले में संबंधित पूर्ण रूप से इंस्ट्रक्शन दिया जाए वह मामले की अग्रिम सुनवही 29 में 2024 को रखी गई है |माननीय उच्च न्यायालय इलाहाबाद में इन 17 लोगों को निर्देश दिए हैं कि वह अपने कार्यकाल 2017 से 2022 तक किए गए घोटालों का फॉरेंसिक जांच करने में सहयोग दें
इन 17 लोगों के नाम यह हैं उमंग सिटी, मनीष गुप्ता, पीवीएस प्रकाश ,आशुतोष गर्ग, अविनाश माथुर, महिमा जोशी, पिंकी सिंह, सुब्रमण्यम तरंग गोयल,अविनाश अग्रवाल, नादिर रहमान, क्षितिज पुनीता ,अमित जैन, अंजू पूनिया ,मनमीत सिंह, एवं स्वाति अग्रवाल
आरोप है कि इन लोगों को इस ऑडिट से बचने हेतु सबसे ज्यादा मदद करने वाली और अपने आप को जनरल सेक्रेटरी बोलने वाली एक प्रेजेंट बोर्ड मेंबर डॉक्टर प्रियंका चौधरी जिनके खिलाफ कुछ निम्न उच्च न्यायालय में धारा 340 काम भी मुकदमा दायर हो चुका है बावजूद इसके वह इन करप्ट बोर्ड मेंबर्स को भ्रमित करने और बचाने हेतु पूरी ताकत लगा रही है।
Disclaimer: ख़बरीमीडिया को भेजे गए पत्र के आधार पर..ख़बरीमीडिया ख़बर की सत्यता की पुष्टि नहीं करता है))