Jyoti Shinde,Editor
नोएडा के सेक्टर 78 में एक ऐसा पार्क बनाया गया है जो इन दिनों सुर्खियों में है। नाम है वेद वन..इस पार्क को तैयार करने में 28 करोड़ की लागत आई है। सबसे अच्छी बात ये कि इस पार्क में चार वेदों के आधार पर अलग-अलग जोन भी बनाएं हैं, जिसमें विश्व का सबसे प्राचीन साहित्य है। चलिए आपको इस पार्क के बारे में थोड़ी और जानकारी देते हैं।
हर जोन में चारों वेदों की जानकारी दी गई है। यही नहीं, इन जोन में उस वेद के हिसाब से जिन जड़ी-बूटियों और औषधि का इस्तेमाल होता है, उन्हें भी यहां लगाने की तैयारी है। इस पार्क में सप्तऋषि के नाम से भी जोन बनाए गए हैं।
पूरे क्षेत्र को सात सप्तऋषियों के क्षेत्र में बांटा गया है, इनमें से हर एक में संत का नाम भी लिखा गया है, जैसे कश्यप, भारद्वाज, अत्रि, विश्वामित्र। यही नहीं, हर जोन में ऋषियों के जीवन से जुड़ी कई घटनाओं को स्कल्प्चर और आर्ट के जरिए दिखाया गया है। उदाहरण के तौर पर अगस्त्य के बारे में कहा जाता है कि उन्होंने अपनी मंत्र शक्ति से समुद्र का सारा पानी पी लिया था। वेद वन में उनके जीवन इस घटना को भी दिखाया गया है। इसके लिए एक तालाब बनाया गया है, इसके सामने अगस्त्य ऋषि की मूर्ती रखी गई है। बता दें, ऋषियों को समर्पित ये पहला पार्क है।
पेड़-पौधों का वेदों में काफी महत्व बताया गया है, इनका उपयोग आम रूप से धार्मिक अनुष्ठान, हवन और यज्ञ में होता है। वेद वन पार्क में पेड़ ग्रीन हॉउस के रूप में लगेंगे। इसमें कल्प वृक्ष, बेल, आंवला, अशोक, चंदन, रीठा, केला, जैसे पेड़-पौधे शामिल हैं।
वेद वन पार्क में केवल घूमने के लिए ही नहीं लोगों के लिए कुछ मनोरंजन की चीजें भी रखी हैं, जैसे लेजर शो। यहां चार वेदों के आकर्षण के साथ कई दीवारें हैं, इन पर प्राचीन भारतीय संतों की मूर्तियां भी हैं। यही नहीं यहां आने वाले लोगों की शाम को और यादगार बनाने के लिए पार्क में हर रोज वाटर लेजर शो का भी आयोजन होगा। इसमें आधे घंटे तक वेद और पुराणों के बारे में बताया जाएगा। पार्क में ओपन जिम है, एम्फीथिएटर और खान पान के लिए रेस्तरां की भी फैसिलिटी शुरू की जाएगी।
ये दिल्ली-एनसीआर वालों के लिए पहला ऐसा अनोखा पार्क है, जहां पैदल चलने वालों के लिए अलग से ट्रैक बनाया गया है। बता दें, पार्क में जाने के लिए कोई फीस नहीं है, आप निशुल्क एंट्री ले सकते हैं। यहां तक आप मेट्रो से भी पहुंच सकते हैं और पार्क के लिए ऑटो ले सकते हैं। यहां आने वाले लोग पार्क से बेहद खुश हैं, उनके हिसाब से पार्क में और व्यवस्था होने से यहां और लोग आ सकते हैं।