तेजी से बढ़ रहा है Yamuna-Hindon का जलस्तर, आस पास के लोगों की बढ़ी चिंता
Noida News: नोएडा के लोगों के लिए बड़ी और जरूरी खबर सामने आ रही है। आपको बता दें कि यमुना-हिंडन (Yamuna-Hindon) नदी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। बढ़ते जलस्तर से नोएडा के डूब क्षेत्र में इस साल भी बाढ़ का खतरा दिखाई देने लगा है। प्रशासन जहां बाढ़ को लेकर अलर्ट मोड में है, वहीं लोगों को पिछले साल की बाढ़ का मंजर फिर से डराने लगा है। आपको बता दें कि पिछले साल आई बाढ़ में डूब क्षेत्र में 5 हजार से ज्यादा लोग फंसे हुए थे। इन लोगों को प्रशासन ने रेस्क्यू कर सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया था। पिछले साल बनी आपदा प्रबंध कमिटी (Disaster Management Committee) ने प्रशासन को एक रिपोर्ट जमा की थी। इस रिपोर्ट में डूब क्षेत्र में बने अवैध फार्महाउस गिराने की सिफारिश हुई थी। लेकिन इसके बाद भी प्रशासन ने इन अवैध फार्महाउस (Farmhouse) को गिराने का काम नहीं कराया। अब फिर से बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है।
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67 गांव में बाढ़ ने मचाया था तहलका
बीते साल आई बाढ़ की वजह से गौतमबुद्ध नगर के 67 गांव प्रभावित हुए थे। इनमें से 53 गांवों की स्थिति बहुत ही ज्यादा खराब थी। इन गांवों में फंसे लोगों को बचाने के लिए युद्धस्तर पर अभियान चलाना पड़ा था। 5 हजार से ज्यादा लोगों को रेस्क्यू करने के साथ 4 हजार से ज्यादा जानवरों को भी बचाया गया था। जिन गांवों में बाढ़ ने तहला मचाया था वहां के लोगों को बचाने के लिए प्रशासन को बहुत कोशिश करनी पड़ती थी। ग्रेटर नोएडा के ईकोटेक एरिया में हिंडन का पानी आने के बाद खौफनाक मंजर दिखाई दिया था। पिछले साल बाढ़ से प्रभावित लोगों को ठहरने के लिए जिले में 12 शेल्टर होम बनाए गए थे। इसके बाद अवैध कॉलोनियों को तोड़ने के आदेश दिए गए थे। बाढ़ के बाद प्रशासन और संबंधित अथॉरिटी ने लोगों को नोटिस जारी किए।
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इसके बाद भी अवैध निर्माणों (Illegal constructions) को नहीं गिराया गया। इसका नतीजा यह है कि अब यहां भी बड़ी संख्या में लोग बसे हुए हैं। लोगों ने पक्के घर बने हैं। हिंडन के छिजारसी, चोटपुर, बहलोलपुर, पुराना हैबतपुर, गढ़ी-चौखंडी, पृथला खंजरपुर, सोरखा, कुलेसरा, हल्दौनी आदि जगहों पर बड़ी संख्या में अवैध कॉलोनी बनी हुई हैं। बाढ़ आई तो यहां फिर से लोगों को रेस्क्यू करना होगा।
1 हजार लोगों को मिला नोटिस
पिछले साल की भीषण बाढ़ को देखते जिला प्रशासन ने डूब क्षेत्र में बनी अवैध कॉलोनियों के साथ जिन गांवों में बाढ़ का ज्यादा डर है वहां के एक हजार लोगों को सुरक्षित स्थान पर जाने की सलाह देते हुए नोटिस जारी कर दिए हैं। डीएम मनीष कुमार वर्मा ने कहा कि बाढ़ को लेकर जिले को संवेदनशील जनपदों की लिस्ट में शामिल किया गया है। सदर, जेवर व दादरी तहसील में अभियान चलाकर एक हजार लोगों को नोटिस दिया गया है। अकेले सदर तहसील में पांच से ज्यादा लोगों को राजस्व विभाग की ओर से नोटिस दिया गया है। जिला प्रशासन आने वाले सप्ताहों में तेज बारिश से और बाढ़ का खतरा बढ़ने की संभावना को देखते हुए यह नोटिस जारी किया गया है। इस साल की तैयारियां पिछले साल की चुनौतियों से बचने के लिए हैं, जब प्रशासन को करीब एक हफ्ते तक बाढ़ को संभालने में संघर्ष करना पड़ा था। जिले के कई गांवों में बाढ़ का खतरा ज्यादा है, ऐसे में वहां के निवासियों से सुरक्षित स्थानों पर जाने की अपील की जा रही है।
यमुना और हिंडन का बढ़ रहा है जलस्तर
आपको बता दें कि पहाड़ी क्षेत्रों में हो रही भारी बारिश के कारण यमुना और हिंडन नदियों का जलस्तर तेजी से बढ़ने की आशंका है। एडीएम (वित्त एवं राजस्व) अतुल कुमार ने कहा कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में रहने वाले निवासियों को नोटिस जारी कर उन्हें अपने घर खाली करने की अपील की गई है। प्रशासन की समय पर की गई कार्रवाई का उद्देश्य पिछले साल हुई कठिनाइयों को रोकना और निवासियों की सुरक्षा सुनिश्चित करना है।