Noida की सोसाइटी में बवाल, जानिए क्या है कारण
Noida News: नोएडा-ग्रेटर नोएडा में बनी हाईराइज सोसाइटी में आए दिन कोई न कोई समस्या यहां रहने वाले लोगों को परेशान करती ही रहती है। कभी डॉग अटैक (Dog Attack) तो कभी लिफ्ट फंसना या फिर एओए विवाद, ये समस्याएं खत्म होने का नाम ही नहीं ले रही हैं। कई सोसाइटी में एओए चुनाव (AOA Elections) को लेकर विवाद बढ़ता ही जा रहा है। ताजा मामला सामने आया है सेक्टर-78 स्थित महागुण मॉडर्न सोसाइटी (Mahagun Modern Society) से। जहां पिछले 6 साल से अपार्टमेंट ओनर्स एसोसिएशन (AOA) के चुनाव नहीं हुआ है जो अब एक बड़ा मुद्दा बन गया है। कहा जा रहा है कि ये लोग बिल्डर से मिले हुए हैं।
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एओए का गठन को लेकर है विवाद
सोसाइटी के निवासियों के मुताबिक महागुन मॉडर्न (Mahagun Modern) का एओए 2018 में बना था। तब 10 सदस्यों का चुनाव हुआ था। लेकिन बीते 6 सालों से कुछ 3-4 लोगों ने इस पर अवैध कब्जा जमा लिया है। ये लोग हर साल सिर्फ 3 लोगों का चुनाव कराते हैं, जो कि अपार्टमेंट के नियमों के खिलाफ है। इलाहाबाद हाई कोर्ट ने निर्णय दिया था कि हर साल सभी पदों पर चुनाव होना चाहिए। लेकिन ये लोग इस फैसले का पालन नहीं कर रहे हैं। ये लोग बिल्डर से मिले हुए हैं।
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भ्रष्टाचार के कारण सोसाइटी की हालत खराब
निवासियों ने जानकारी दी कि इनके भ्रष्टाचार के कारण से ही आज सोसाइटी की हालत खराब हो गई है। रखरखाव भी नहीं हो पा रहा है और पानी जैसी जरूरी सुविधाएं भी बुरी तरह प्रभावित हुई हैं। पानी में टीडीएस का स्तर 3 हजार के आसपास है, जो निवासियों के सेहत के लिए बहुत खतरनाक है। ये 3-4 लोग निवासियों के पैसे से ही कोर्ट में केस भी लड़ रहे हैं। उन्होंने इलाहाबाद हाई कोर्ट में एसडीएम दादरी के 10 सदस्यीय चुनाव पर रोक लगवा दी है। वो गलत जानकारी देकर 11 महीने पहले स्टे ले आए और अब इस मामले को आगे नहीं बढ़ने दे रहे हैं।
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सीएम योगी की छवि खराब करने की कोशिश
सोसाइटी में रहने वाले लोगों ने आरोप लगाया है कि सोसाइटी के सभी निवासी इन लोगों के व्यवहार से नाराज और परेशान हैं। ये लोग खुद को सत्तापक्ष का एजेंट बताते हैं और स्थानीय सांसद और विधायक का समर्थन होने की बात करते हैं। इससे प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री योगी की छवि खराब हो रही है।
जल्द होगी भूख हड़ताल
इस मामले को लेकर निवासियों का कहना है कि उन्हें अपने प्रतिनिधि चुनने का पूरा अधिकार है, लेकिन इन कुछ लोगों के कारण से वे इस अधिकार से वंचित रह जा रहे हैं। निवासी अब भूख हड़ताल करने पर मजबूर हो गए हैं। वे मांग कर रहे हैं कि उन्हें इस बुरी व्यवस्था से मुक्ति दिलाई जाए और पारदर्शी तरीके से चुनाव कराए जाएं। सभी निवासी एओए द्वारा घोषित 1/3 सदस्यों के चुनाव का बहिष्कार कर रहे हैं और जल्द भूख हड़ताल करने जा रहे है।