कुमार विकास khabrimedia.com
सोचिए अगर आप किसी चीज को खरीदने के लिए पैसा दे दें और वो आपको मिले ही नहीं.. तो आप पर क्या गुज़रेगी. ये बताने की जरूरत नहीं है.. यही हाल आजकल नोएडा और ग्रेटर नोएडा में सालों पहले घर खरीद चुके लोगों का हो रहा है.जहाँ बिल्डर पैसे तो ले लिए लेकिन घर के नाम पर सिर्फ तारीख पर तारीख दिए जा रहे हैं! इन बिल्डरों के नाम भी जान लीजिए.. सूरजपुर साइट-5 स्थित शिवालिक होम्स, मिग्सन ग्रीन मेंशन, ला गैलेक्सी और ओएसिस वेनेसिया हाइट्स.. इन सोसायटी के लोगों के flat की रजिस्ट्री 7 सालों से नहीं हो पाई है।
तमाम सोसायटी के लोगों के घरों की रजिस्ट्री नहीं हो पाने की वजह से उन्हें लोन पर ज्यादा ब्याज चुकाना पड़ रहा है.उनका कहना है कि अगर रजिस्ट्री हो जाए तो यही ब्याज कम हो जाएगा।जिससे उन्हें बहुत राहत मिलेगी.
पांच हज़ार से ज्यादा परिवार सात साल से रजिस्ट्री का इंतज़ार कर रहे हैं। उत्तर प्रदेश स्टेट इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट अथॉरिटी (यूपीसीडा) के सूरजपुर साइट-5 स्थित शिवालिक होम्स, मिग्सन ग्रीन मेंशन, ला गैलेक्सी और ओएसिस वेनेसिया हाइट्स सोसायटी के लोगों के मकानों की रजिस्ट्री नहीं हो पाई है। पांच सोसायटियों के खरीदारों ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से रजिस्ट्री कराने की गुहार लगाई है।
सोसायटी में रह रहे लोगो का कहना है कि 13 महीने पहले रजिस्ट्री और बिल्डर प्रॉजेक्ट में इंफ्रास्ट्रक्चर को लेकर यूपीसीडा ने एसपीए (स्कूल ऑफ प्लानिंग एंड आर्किटेक्चर) की एक कमेटी बनाई थी। इस कमेटी को विभिन्न सोसायटियों के एफएआर, डेंसिटी और स्ट्रक्चरल पैमाने का ऑडिट करके रिपोर्ट देनी थी लेकिन 13 महीने बीतने के बाद भी कमेटी ने जांच रिपोर्ट नहीं दी है। यूपीसीडा के अधिकारियों के पास सैकड़ों चक्कर काटने के बाद भी कोई हल नहीं निकला और न ही यूपीसीडा की ओर से सही जानकारी दी जाती है। अब इनका कहना है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से ही आस है कि हम लोगों को मालिकाना हक दिला दें।